विश्ववार्ता देश में अमनचैन भाईचारा और तरक्की के नये आयाम स्थापित करने वाला हो अंग्रेजी नववर्ष 2020 January 2, 2020 / January 2, 2020 | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागीआज अंग्रेजी नववर्ष 2020 का आगमन है, पिछले कुछ दिनों से हर किसी को नववर्ष का बेहद बेसब्री इंतजार है। लोग कड़ाके की ठंड में बेहद गर्मजोशी व उत्साह के साथ नववर्ष 2020 का अपने अलग-अलग अंदाज में स्वागत करने में व्यस्त हैं। प्रत्येक व्यक्ति जीवन के पिछले वर्ष कैसे बीते उसे याद […] Read more » अंग्रेजी नववर्ष 2020
व्यंग्य डर दा मामला है December 30, 2019 / December 30, 2019 | Leave a Comment “सबसे विकट आत्मविश्वास मूर्खता का होता है ,हमें एक उम्र से मालूम है –हरिशंकर परसाई”। फिल्मों की “द फैक्ट्री “चलाने वाले निर्देशक राम गोपाल वर्मा महोदय ने डर के लेकर दिलचस्प प्रयोग किये।वो अपनी किसी फेम फिल्म में डर फेम शाहरुख़ खान को तो नहीं ला पाये ,लेकिन डर को लेकर उन्होंने विभिन्न प्रयोग किये […] Read more » डर दा मामला है
व्यंग्य आपको क्या तकलीफ है December 24, 2019 / December 24, 2019 | 1 Comment on आपको क्या तकलीफ है रिपोर्टर कैमरामैन को लेकर रिपोर्टिंग करने निकला।वो कुछ डिफरेंट दिखाना चाहता था डिफरेंट एंगल से ।उसे सबसे पहले एक बच्चा मिला ।रिपोर्टर ,बच्चे से-“बेटा आपका इस कानून के बारे में क्या कहना है”?बच्चा हँसते हुये-“अच्छा है,अंकल इस ठण्ड में सुबह सुबह उठकर स्कूल नहीं जाना पड़ता “।रिपोर्टर -आपकी सरकार से क्या डिमांड है ?बच्चा -सरकार […] Read more » आपको क्या तकलीफ है
व्यंग्य “कौआ कान ले गया “ December 19, 2019 / December 19, 2019 | Leave a Comment “हुजूर ,आरिजो रुख्सार क्या तमाम बदनमेरी सुनो तो मुजस्सिम गुलाब हो जाए ,गलत कहूँ तो मेरी आकबत बिगड़ती है जो सच कहूँ तो खुदी बेनकाब हो जाए”इधर सताए हुए कुछ लोगों के जख्मों पर फाहे क्या रखे गए उधर धर्म को अफीम मानने वाले लोगों ने लोगों को राजधर्म याद दिलाने की कवायद शुरू कर दी।नागरिकता […] Read more » कौआ कान ले गया
व्यंग्य पापा नहीं मानेंगे December 11, 2019 / December 11, 2019 | Leave a Comment “खुदा करे इन हसीनों के अब्बा हमें माफ़ कर दें, हमारे वास्ते या खुदा , मैदान साफ़ कर दें ,” एक उस्ताद शायर की ये मानीखेज पंक्तियां बरसों बरस तक आशिकों के जुबानों पर दुआ बनकर आती रहीं थीं ,गोया ये बद्दुआ ही थी ।इन मरदूद आशिकों को ये इल्म नहीं था कि खुदा किसी […] Read more » Father will not ask papa will not agree पापा नहीं मानेंगे
व्यंग्य “ये कैसे हुआ” December 5, 2019 / December 5, 2019 | Leave a Comment फ़ांका मस्ती ही हम गरीबों की विमल देखभाल करती है एक सर्कस लगा है भारत में जिसमें कुर्सी कमाल करती है “।उस्ताद शायर सुरेंद्र विमल ने जब ये पंक्तियां कहीं थी तब उन्होंने शायद ये अंदाज़ा लगा लिया था कि इस देश की जनता की साथी उसकी फांकाकशी ही रहने वाली है ।वी द पीपुल तो […] Read more » किसानों की आर्थिक स्थिति
मनोरंजन व्यंग्य सिनेमा तो क्यों धन संचय November 18, 2019 / November 18, 2019 | Leave a Comment हाल ही में एक ट्वीट ने काफी सुर्खियां बटोरी ,”पूत कपूत तो क्यों धन संचय, पूत सपूत तो क्यों धन संचय” जिसमें अमिताभ बच्चन साहब ने सन्तान के लिये धन एकत्र ना करने का उपदेश दिया है लोगों ने इस वाक्य को आई ओपनर की संज्ञा दी है ।लोग बाग़ ये अनुमान लगा रहे हैं […] Read more » पूत कपूत तो क्यों धन संचय पूत सपूत तो क्यों धन संचय
राजनीति हैप्पी बर्थ डे कश्मीर और लद्दाख November 4, 2019 / November 4, 2019 | Leave a Comment “बड़ा शोर सुनते थे पहलू में दिल का जो काटा तो कतरा ए लहू तक ना निकला “ऐसा ही कुछ रहा ,इस हफ्ते,,जब कश्मीर का नया जन्म हुआ ।धमकी,ब्लैकमेलिंग,और सुविधा की राजनीति करके उसे इंसानियत,कश्मीरियत,जम्हूरियत का मुलम्मा चढ़ाने वालों के दिन अब लद गये।अब अलगाववादी को पलकों पर नहीं बिठाया जाएगा बल्कि उनकी आँखों के बिनाई […] Read more » happy birthday to kashmir happy birthday to leddakh हैप्पी बर्थ डे
व्यंग्य मन का रावण October 27, 2019 / October 27, 2019 | Leave a Comment हा, तुम्हारी मृदुल इच्छाहाय मेरी कटु अनिच्छा था बहुत माँगा ना तुमने ,किंतु वह भी दे ना पाया ।था मैंने तुम्हे रुलाया ,,ये एक तसल्ली भरा सन्देश है उन लोगों की तरफ से जिन्होंने इस बार मन के रावण को पुष्पित -पल्लवित नहीं होने दिया ।इस बार का दशहरा बहुत फीका फीका रहा।,फेसबुक के कॉलेज से […] Read more »
व्यंग्य गोली नेकी वाली October 21, 2019 / October 21, 2019 | Leave a Comment “ये दौरे सियासत भी क्या दौरे सियासत है चुप हूँ तो नदामत है ,बोलूँ तो बगावत है” आम वोटर चुनाव के वक्त ऐसे ही सोचता है कि वो क्या बोले ,सब कुछ तो बोल दिया है नेताजी ने।नेताजी जवान हैं ,स्टाइलिश कपड़े पहनते हैं ,कभी मीडिया के लाडले हुआ करते थे ,सबको कान के नीचे बजाने की […] Read more »
व्यंग्य बोलो मियां नियाजी September 30, 2019 / September 30, 2019 | Leave a Comment “ख्वाबे गफलत में सोये हुए मोमिनों ऐशो इशरत बढ़ाने से क्या फायदा आँख खोलो याद रब को करो उम्र यूँ ही गंवाने का क्या फायदा “अल्लामा इक़बाल का ये शिकवा आजकल जनाब इमरान खान नियाजी साहब पर खूब सूट करता है जो यूनाइटेड नेशन के मंच से दुनिया भर के लोगों का आह्वन कर रहे हैं कि या […] Read more » बोलो मियां नियाजी
चुटकुले व्यंग्य “तब्दीली आयी रे “ September 23, 2019 / September 23, 2019 | Leave a Comment “हजारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती है , तब कहीं जाकर होता चमन में एक बिदनवार पैदा” यही शेर आजकल पाकिस्तान में बच्चा बच्चा कह रहा है क्योंकि जो ऊपर वाले ने ऐसा छप्पर फाड़ कर दिया कि पाकिस्तानियों को अपनी खुशकिस्मती पर यकीन नहीं हो रहा है कि “या इलाही ये माजरा क्या है “पाकिस्तान […] Read more » शेख रशीद और फवाद चौधरी