राजनीति भ्रष्टाचार के कीचड़ से सना है बसपा का हाथी November 9, 2011 / December 4, 2011 | Leave a Comment डॉ आशीष वशिष्ठ मई 2007 को यूपी विधानसभा चुनावों में बसपा को मिली अप्रत्याशित जीत ने राजनीति के धुरंधर खिलाड़ियों और विशलेषकों के सारे समीकरण और भविष्यवाणियों को झुठला दिया था। खुद बसपा सुप्रीमों मायावती को इस बात का अहसास नहीं था कि उनके खाते में इतनी बड़ी जीत आएगी और वो पूर्ण बहुमत सरकार […] Read more » Mayawati in Ghotalas बसपा का हाथी भ्रष्टाचार मायावती
लेख श्रम की लूट का नया सेंटर ‘शॉपिंग मॉल’ November 1, 2011 / December 5, 2011 | 2 Comments on श्रम की लूट का नया सेंटर ‘शॉपिंग मॉल’ डॉ0 आशीष वशिष्ठ मैट्रो सिटिज से शुरू हुआ मॉल कल्चर धीरे-धीरे देश के दूसरे बड़े और मझोले शहरों में बड़ी तेजी से फैल रहा है। मॉल कल्चर ने लोगों के जीने, सोचने और खरीददारी के अंदाज को बदला है। शुरूआती दौर में स्थानीय व्यापारियों व व्यवसायियों ने मॉल कल्चर और खुदरा बाजार का विरोध किया […] Read more » shopping mall शॉपिंग मॉल'
विविधा जिसने मुंह खोला, वही बेईमान October 28, 2011 / December 5, 2011 | 2 Comments on जिसने मुंह खोला, वही बेईमान डॉ0 आशीष वशिष्ठ भ्रष्टाचार के विरूद्ध अन्ना और रामदेव की मुहिम धीरे-धीरे ही सही अपना रंग दिखा रही है। लेकिन केंद्र सरकार जिस तरह से भ्रष्टाचार के विरूद्ध अलख जगाने वालों के खिलाफ प्रतिशोध और बदले की भावना से काम कर रही है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार ने खुद को दोषी मान […] Read more » वही बेईमान
राजनीति आडवाणी जी, बड़े धोखे हैं इस राह में October 25, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on आडवाणी जी, बड़े धोखे हैं इस राह में नितिन गडकरी की अध्यक्षता भी सेहत के लिये खतरनाक साबित हो रही है तो वहीं मोदी का बढ़ता कद और लोकप्रियता आडवाणी की राजनीतिक सेहत को दिनों दिन बिगाड़ने में खास भूमिका निभा रही है। तमाम दिक्कतों और परेशानियों के बावजूद आडवाणी खुद को पीएम की रेस में बनाए रखना चाहते हैं… डॉ. आशीष वशिष्ठ […] Read more » Lal krishn Advani लालकृष्ण आडवाणी
राजनीति अन्ना ने मायावती की राह आसान कर दी September 8, 2011 / December 6, 2011 | 2 Comments on अन्ना ने मायावती की राह आसान कर दी डॉ. आशीष वशिष्ठ यूपी में राहुल के गुप-चुप दौरों और सक्रियता से बैचेन और घबराई मायावती ने राहुल के कदमों में बेड़ी डालने और मिशन 2012 में अड़ंगे लगाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। लेकिन लाख कोशिशों और साजिशों के बाद भी मायावती को वांछित सफलता नहीं मिल पायी थी। भट्ठा पारसौल […] Read more » Mayawati अन्ना उत्तर प्रदेश मायावती
मीडिया समाज हर एक फ्रेण्ड जरूरी होता है September 5, 2011 / December 6, 2011 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ देश की लीडिंग मोबाइल कंपनी एयरटेल के लेटस्ट एड की पंच लाइन ‘हर एक फ्रेण्ड जरूरी होता है’ से आप परिचित हो गये होंगे। मौज-मस्ती और जोश से लबरेज ये लाइन देश के युवाओं की नयी पहचान को सामने लाती है। चाइल्डहुड फ्रेण्डस से लेकर स्कूल, कॉलेज, युनिवर्सिटी और वर्किंग प्लेस तक […] Read more »
विविधा जोशीले युवाओं का होश से लबरेज आंदोलन September 4, 2011 / December 6, 2011 | Leave a Comment डॉ0 आशीष वशिष्ठ अक्सर ये कहा जाता है कि युवा शक्ति के पास जोश तो होता है, लेकिन होश नहीं। लेकिन दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के साथ देश के कोने-कोने से आये युवाओं ने जोश के साथ जिस होश का परिचय दिया है, वो वाकया ही काबिले तारीफ है। अन्ना के आंदोलन […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार युवा
राजनीति युवराज की ताजपोशी की तैयारी August 29, 2011 / December 6, 2011 | Leave a Comment डॉ0 आशीष वशिष्ठ आखिरकर लोकपाल बिल पर राहुल गांधी की चुप्पी संसद में जाकर टूटी। राहुल के भाषण पर कांग्रेसी नेताओं और मंत्रियों की प्रतिक्रियाएं ये संकेत दे रही हैं कि कांग्रेस युवराज को प्रधानमंत्री पद पर सुषोभित करने की तैयारियों को ‘फाइनल टच’ दे रही है। जिस जोरदार तरीके से राहुल ने संसद में […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गांधी
विविधा हमें बख्श दो अन्ना August 28, 2011 / December 7, 2011 | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ जन लोकपाल कानून के लिये अन्ना के 12 दिन के अनशन सरकार की चूलें हिलाकर रख दी हैं। सरकार की हेकड़ी को टीम अन्ना और देश की जनता ने चूर-चूर कर ये दिखा दिया कि लोकतंत्र में ‘लोक’ शक्ति ही सुपर पावर और किंग मेकर की भूमिका में होती है। जन लोकपाल […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे
पर्यावरण बाढ़ के खतरे और चुनौतियां August 22, 2011 / December 7, 2011 | Leave a Comment डॉ0 आशीषवशिष्ठ तेजी से बढ़ती आबादी, मौसम चक्र में गड़बड़ी और फेरबदल, प्रदूषित पर्यावरण, अनियोजित और अनियंत्रित विकास के फलस्वरूप देष में बाढ़ का खतरा और चुनौतियां दिनों दिन गंभीर और विध्वंसक रूप धारण कर रही हैं। हर साल बाढ़ के कारण जान-माल का भारी नुकसान होता है। बावजूद इसके सरकारी मशीनरी घिसी-पिटी तकनीक और […] Read more » बाढ़
राजनीति राहुल गांधी चुप क्यों हैं August 21, 2011 / December 7, 2011 | 7 Comments on राहुल गांधी चुप क्यों हैं डॉ0 आशीष वशिष्ठ किसानों के दुख-दर्दे बांटने के लिए पुलिस-प्रशासन को धता बताकर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी मोटर साईकल से जिस तरह भट्ठा पारसौल पहुंचे थे, उसने आम आदमी के भीतर ये उम्मीद जगा दी थी कि चलो कोई तो है जो देश के किसान, मजदूर और आम आदमी के साथ खड़ा है। किसानों की […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गांधी