चुनाव राजनीति व्यंग्य थप्पड़ पर स्वतंत्र शोध April 20, 2014 | Leave a Comment -विजय कुमार- भारत का चुनाव किसी महाभारत से कम नहीं है। यहां जिन्दाबाद, मुर्दाबाद, डंडे, झंडे और फूलमाला आदि सबका उपयोग होता है। इसमें क्रिया-प्रतिक्रिया, फिल्म-थिएटर, हास्य-प्रहसन, एकल अभिनय और नुक्कड़ नाटक तक के दृश्य बिना टिकट ही देखे जा सकते हैं। इसीलिए दुनिया भर के पर्यटक इसका मजा लेने यहां आते हैं। पर देश […] Read more » satire on Arvind Kejrival slapped थप्पड़ पर स्वतंत्र शोध
राजनीति राजनीति को आलोचना तो सहनी पड़ेगी April 19, 2014 / April 19, 2014 | 3 Comments on राजनीति को आलोचना तो सहनी पड़ेगी सहिष्णु और लोकतांत्रिक बनें देश की राजनीतिक पार्टियां – यशवंत गोहिल अजीब-सी बहस छिड़ी हुई है श्री संजय द्विवेदी पर। समझ नहीं पा रहा कि बहस की जरूरत ही क्यों? षड्यंत्र है। निश्चित रूप से। संजय द्विवेदी को झेलने की आदत है ऐसे षड्यंत्रों को, लेकिन सवाल ये है कि कांग्रेस की मति मारी गई […] Read more »
प्रवक्ता न्यूज़ नक्सलियों का अंत जरूरी है April 15, 2014 / April 15, 2014 | Leave a Comment -गुंजेश गौतम झा- हर बार की चुनावों की तरह इस बार फिर नक्सलियों ने चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया है और लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी अनास्था को दर्शाने के लिए हिंसा का सहारा लेने से भी वे बाज नहीं आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ और बिहार में बीते 5-6 दिनों में हुई नक्सल हिंसा इसका […] Read more » need to end naxals नक्सलियों का अंत जरूरी है
कविता हे पार्थ ! April 14, 2014 / April 14, 2014 | 1 Comment on हे पार्थ ! -दीप्ति शर्मा- हे पार्थ ! मैं सिंहासन पर बैठा अपने धर्म और कर्म से अंधा मनुष्य, मैं धृतराष्ट्र देखता रहा, सुनता रहा और द्रोपती के चीरहरण में सभ्यता, संस्कृति तार तार हुयी धर्म के सारे अध्याय बंद हुए , तब मैं बोला धर्म के विरुद्ध जब मैं अंधा था पर आज आँखें होते हुए भी […] Read more » poem on Mahabharat हे पार्थ !
राजनीति दोहरा मापदंड April 14, 2014 / April 14, 2014 | Leave a Comment -असर कानपुर- १० दिन और मुज़फ्फरनगर सहित पूरा उत्तर प्रदेश जल रहा है | यह अखिलेश सरकार की असफलता है ! वोट बैंक को बनाये रखने के कारण कोई कारवाई नहीं हो रही है अल्पसंख्यक गुटों पर ! इंटेलिजेन्स की रिपोर्ट के अनुसार यह बात 10 दिन पहले ही बताई गयी थी की तनाव बढ़ता […] Read more » politics on Muzaffarnagar दोहरा मापदंड
चुनाव राजनीति आरक्षण का सवाल या राजनीति की चाल April 14, 2014 | 1 Comment on आरक्षण का सवाल या राजनीति की चाल -असर कानपुरी- केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मई २०१३ में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी ) में आरक्षण के लिए क्रीमी लेयर की आय सीमा में वृद्धि को ४.५० लाख से बढ़ाकर ६ लाख सालाना कर दिया है अर्थात लगभग ५० हज़ार रुपये तक की मासिक आय वाले परिवार आरक्षण का लाभ ले सकेंगे | साल २००८ में […] Read more » reservation or political game आरक्षण का सवाल या राजनीति की चाल
चुनाव राजनीति नफरत के सिक्के मंडी से बाहर April 14, 2014 | Leave a Comment -नरेन्द्र मोदी की स्वीकार्यता का नया शिखर- -मुकेश सतांकर- भारत के मतदाता इन दिनों जनतंत्र के चुनाव महोत्सव में मशगूल हैं। 16वीं लोकसभा के चुनाव में जनता में इतनी उत्सुकता और बदलाव की चाहत कभी नहीं देखी गई, जितनी नौ चरणों वाले मतदान के दौर में जनता में परिलक्षित हो रही है। राजनेताओं का आरोप […] Read more » political war नफरत के सिक्के मंडी से बाहर
कविता विविधा कुमार रविंद्र के नवगीत छंदों से विशेष April 12, 2014 | Leave a Comment -भारतेन्दु मिश्र- गत तीन चार दशकों से लगातार जो कवि अपने गीतों नवगीतों से हिन्दी कविता में अपनी उपस्थिति दर्ज करता आ रहा है ।जिसने अपने गीतों के पाठ्य से अपनी अलग पहचान बनाई उनके गीतों को लेकर विचार करते हुए यह कहा जा सकता है उन्होने लगातार प्रगतिशील गीत / नवगीत को नए आयाम […] Read more » special on poem कुमार रविंद्र के नवगीत छंदों से विशेष
चुनाव राजनीति जाति-धर्म आधारित राजनीति को खत्म करने की आवश्यकता April 12, 2014 | Leave a Comment -अभिषेक सुमन- विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में आगामी लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां परवान चढ़ने को है। सभी छोटी-बड़ी राजनीतिक पार्टियां भिन्न-भिन्न वर्गों को लुभाने में जुटी हुई हैं। हर बार की भांति इस बार भी सभी मतदाताओं को एक से बढ़कर एक लोक-लुभावन वादों का स्वाद चखाया जा रहा है। इतना ही नहीं, […] Read more » need to end cast-religion free politics जाति-धर्म आधारित राजनीति को खत्म करने की आवश्यकता
चुनाव राजनीति बदल रहा है हिन्दुस्तान! April 12, 2014 | Leave a Comment -फखरे आलम- हां, चुनाव से पूर्व हिन्दुस्तान बदलने लगा है और मतदान के पूर्व तक जनता और उनका मन सबकुछ बदल जाएगा एवं आम चुनाव और उसका परिणाम पूरी तरह से बदल जाने के संदेश हमें देगा। भारत का भविष्य आगामी पांच वर्षों पर टिकी रहेगी। मगर अभी से देश और देश की जनता वर्तमान […] Read more » Hindustan is getting Changed बदल रहा है हिन्दुस्तान!
चुनाव राजनीति भारत की शोचनीय स्थिति और बहुसंख्यक समाज की महिलाएं April 12, 2014 | Leave a Comment -आनंद जी. शर्मा- निष्णात वैद्य किसी कष्टसाध्य रोग से ग्रस्त रोगी का मुखमंडल देख कर औषधि नहीं दे देता, अपितु रोग के कारण का अनुसंधान करने के लिये उसकी जड़ तक जाकर कारण सुनिश्चित करने के पश्चात ही उचित औषधि एवं पथ्य पालन का कठोरता से आदेश देता, क्योंकि एक वैद्य का कर्तव्य रोगी को […] Read more » comment on India present scenario भारत की शोचनीय स्थिति और बहुसंख्यक समाज की महिलाएं
शख्सियत बाबा साहब अंबेडकर व ब्राह्मणवाद April 12, 2014 | 6 Comments on बाबा साहब अंबेडकर व ब्राह्मणवाद -रमेश शर्मा- बाबा साहब अंबेडकर हिंदुस्तान के उन विरले व्यक्तियों में से हैं जिन्होंने मनुष्य के बीच भेद खत्म करके एक समरस समाज की स्थापना के लिये संघर्ष किया। एकात्मता की जो बात ऋग्वेद में है, या गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को समझाई उसी बात को बाबा साहब अंबेडकर ने बा्रह्मणवाद के नाम […] Read more » Baba Sahab Ambedkarnagar बाबा साहब अंबेडकर व ब्राह्मणवाद