राजनीति जम्मू-कश्मीर वार्ताकार रिपोर्ट का अंतिम प्रतिवेदन June 28, 2012 / June 28, 2012 | 4 Comments on जम्मू-कश्मीर वार्ताकार रिपोर्ट का अंतिम प्रतिवेदन जम्मू और कश्मीर के लिए वार्ताकारों का समूह जम्मू और कश्मीर की जनता के साथ एक नया समझौता अंतिम प्रतिवेदन राधा कुमार एम.एम.अंसारी दिलीप पडगाँवकर, अध्यक्ष मूल अंग्रेजी रिपोर्ट का गैर-सरकारी हिन्दी अनुवाद अनुवादक – डॉ. महेश चन्द्र गुप्त; पूर्व निदेशक (राजभाषा) गृह मंत्रालय जम्मू और कश्मीर के लिए वार्ताकारों का समूह जम्मू […] Read more » जम्मू-कश्मीर वार्ताकार
साक्षात्कार साक्षात्कार / हिन्दू विरोधी दुष्चक्र जारी है : फ्रांस्वा गोच्ची June 27, 2012 / June 27, 2012 | 6 Comments on साक्षात्कार / हिन्दू विरोधी दुष्चक्र जारी है : फ्रांस्वा गोच्ची फ्रांसीसी दैनिक “ल फिगेरो’ के दक्षिण एशियाई राजनीतिक संवाददाता फ्रांस्वा गोच्ची जो लिखते हैं, उसे गम्भीरता से पढ़ा जाता है। देश के बुद्धिजीवी वर्ग में उनके लेखों पर चर्चा होती है। पत्रकारिता जगत में उनका खासा सम्मान है। भारत आने के बाद आरम्भ में वे पांडिचेरी स्थित श्री अरविंद आश्रम में लम्बे समय तक एकान्त जीवन […] Read more » फ्रांस्वा गोच्ची
शख्सियत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी: जीवन वृत्त June 23, 2012 | 1 Comment on डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी: जीवन वृत्त स्वतंत्र प्रभुतासम्पन्न भारत के निर्माताओं में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम उल्लेखनीय है। जो एक महान देशभक्त, शिक्षाविद, संसदविज्ञ, राजनेता, मानवतावादी और इन सबसे ऊपर राष्ट्रीय एकता और अखंडता के समर्थक थे। 6 जुलाई, 1901 को कलकत्ता में जन्मे श्यामा प्रसाद को विद्वत्ता, राष्ट्रीयता की भावना और निर्भयता अपने पिता श्री आशुतोष मुखर्जी से […] Read more » डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी
शख्सियत अखण्ड भारत के पुरोधा June 23, 2012 | 3 Comments on अखण्ड भारत के पुरोधा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस (23 जून) पर विशेष – डॉ. महेश चन्द्र शर्मा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मूलतः शिक्षा से जुड़े हुए विद्वान व्यक्ति थे। शिक्षाविद एवं विधिवेत्ता होने की योग्यता उन्हें विरासत में प्राप्त हुयी थी। वे संवेदनशील समाजकर्मी, राष्ट्रवादी राजनेता एवं प्रखर सांसद बने। उन्होंने युगधर्म के आह्वान को स्वीकार किया। […] Read more » डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी
शख्सियत डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी : एक दूरदर्शी राजनीतिक चिंतक June 23, 2012 | Leave a Comment रविशंकर त्रिपाठी डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी एक दूरदर्शी राजनीतिक चिंतक थे। उन्होंने मुस्लिम लीग तथा मियां जिन्ना की अलगाववादी गतिविधियां देखकर वर्षों पूर्व यह भविष्यवाणी कर दी थी कि यदि कांग्रेसी नेता मुस्लिम लीग को तुष्ट करने के लिए उसकी हर मांग को स्वीकार करते रहे तो देर सवेर लीग के नेता भारत विभाजन की मांग […] Read more » डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी
शख्सियत अमर शहीद डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी June 23, 2012 / June 23, 2012 | Leave a Comment विजय कुमार सिंघल ‘अंजान’ भारत माता के जिन सपूतों ने माँ के चरणों पर अपने प्राण तक न्यौछावर करके भारतवासियों को प्रेरित और अनुप्राणित किया, उनमें अमर हुतात्मा डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम अत्यन्त आदर और प्रमुखता से लिया जाता है। उनके पिता सर आशुतोष मुखोपाध्याय (या मुखर्जी) अपने समय के प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और […] Read more » डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी
समाज पुस्तिका का पूरा पाठ : श्री गुरुजी और सामाजिक समरसता June 22, 2012 / June 22, 2012 | Leave a Comment राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य श्री गुरुजी सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे। उनका चिंतन हिंदू समाज के लिए पाथेय है।सुप्रसिद्ध लेखक-पत्रकार श्री रमेश पतंगे ने उनके विचारों का सम्यक अध्ययन कर एक पुस्तिका तैयार की थी। हम इस पूरी पुस्तिका को प्रवक्ता के पाठक के लिए यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। […] Read more » राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्री गुरुजी सामाजिक समरसता
राजनीति राजग की दरकती दीवारें June 22, 2012 | 1 Comment on राजग की दरकती दीवारें मगन देव नारायण सिंह जनता दल (यू.) और भाजपा नेताओं के वाक्युद्ध से राजग अर्थात राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की दीवारें दरकने लगीं है। राजनीतिक विश्लेषकों को अब यह विश्वास हो गया है कि राजग के देदिप्यमान भवन के ध्वस्त होने में अब देर नहीं है। वैसे राजनीति के पंडितों का यह भी कहना है कि […] Read more » एनडीए राजग
प्रवक्ता न्यूज़ जनजाति समाज का मूल्यबोध कायमः जुएल उरांव June 21, 2012 | 1 Comment on जनजाति समाज का मूल्यबोध कायमः जुएल उरांव जनजातीय समाज के विविध मुद्दों तीन दिवसीय विमर्श का समापन भोपाल, 20 जून। आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव का कहना है कि जनजाति समाज में आज भी पारंपरिक भारतीय मूल्यबोध कायम है, जबकि विकसित कहे जाने वाले वर्गों में यह तेजी से कम हो रहा है। आज जरूरत इस बात की है […] Read more » आदिवासी जनजाति
विविधा पुस्तिका का पूरा पाठ : पश्चिमीकरण के बिना आधुनिकीकरण June 21, 2012 / June 21, 2012 | 1 Comment on पुस्तिका का पूरा पाठ : पश्चिमीकरण के बिना आधुनिकीकरण यह पुस्तिका 13 अगस्त 1983 को नई दिल्ली में भारत विकास परिषद् द्वारा आयोजित संगोष्ठी में सुविख्यात विचारक और प्रमुख श्रमिक नेता श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी द्वारा दिए गए भाषण का उन्हीं के द्वारा विस्तृत किया गया रूप है। पूरी पुस्तिका पढ़ने के लिए Pashchimikaran ke bina adhunikaran पर क्लिक करें। Read more »
विविधा जोजि़ला सुरंगः पूरा करेगा कारगिल का सपना June 20, 2012 | Leave a Comment जावेद नकी सालों भर देश के अन्य हिस्सों से जुड़े रहने का लद्दाखवासियों का सपना अब हकीकत में बदलने वाला है। अगस्त में जोजि़ला सुरंग की नींव रखने के साथ ही वर्षों से इस क्षेत्र के लोगों की मांग आकार लेने लगेगी। केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से मंजूरी के बाद इसके निर्माण का […] Read more » लद्दाख
प्रवक्ता न्यूज़ वेदों की संस्कृति को जीता है जनजाति समाजः नंदकुमार साय June 19, 2012 | 4 Comments on वेदों की संस्कृति को जीता है जनजाति समाजः नंदकुमार साय राष्ट्रीय सेमीनार में जनजातीय समाज के विविध मुद्दों पर चर्चा जारी, पढ़े जा रहे शोधपत्र भोपाल, 19 जून। भारतीय जनता पार्टी-मप्र और छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे दिग्गज आदिवासी नेता और सांसद नंदकुमार साय का कहना है कि जनजाति समाज के लोग ही भारत की मूल संस्कृति, परंपराओं और धर्म के वाहक हैं। जनजाति समाज […] Read more » जनजाति