राजनीति लेख बिरसा मुंडा की उलगुलान परंपरा का नया वाहक: जनजातीय गौरव दिवस November 14, 2021 / November 14, 2021 | Leave a Comment आज जब देश के प्रधानमंत्री श्रीयुत नरेंद्र मोदी देश में भगवान् बिरसा मुंडा के जन्मदिन 15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की परंपरा का शुभारंभ कर रहे हैं तब स्वाभाविक ही विदेशी परंपरा व विघ्नसंतोषियों के “मूलनिवासी दिवस” का विचार हृदय में आता है। भारत में मूलनिवासी दिवस या इंडिजिनस […] Read more » New bearer of Birsa Munda's Ulgulan tradition: Tribal Pride Day जनजातीय गौरव दिवस बिरसा मुंडा की उलगुलान परंपरा
राजनीति मेरी दीवाली देशी दीवाली October 29, 2021 / October 29, 2021 | 1 Comment on मेरी दीवाली देशी दीवाली नरेंद्र मोदी प्रथम राष्ट्राध्यक्ष होंगे जिनके भाषणों में बहुत छोटे छोटे से विषय स्थान पाते हैं. भारतीय परम्पराओं और शास्त्रों में केवल लाभ अर्जन करनें को ही लक्ष्य नहीं माना गया बल्कि वह लाभ शुभता के मार्ग से चल कर आया हो तो ही स्वीकार्य माना गया है. […] Read more » my diwali native diwali मेरी दीवाली देशी दीवाली
राजनीति संघ का दशहरा प्रबोधन: जनसंख्या असंतुलन पर तेज हो विमर्श October 17, 2021 / October 17, 2021 | Leave a Comment — विश्व के प्रसिद्ध कूटनीतिज्ञ, राजनयिक, व ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने कहा था कि “यदि अपने देश की दीर्घकालिक समस्याओं को सुलझाना है तो, इतिहास पढ़िए ,इतिहास पढ़िए, इतिहास पढ़िए; इतिहास में ही राज्य चलाने के सारे रहस्य छिपे हैं”. भारत के संदर्भ में यह कहा जा सकता है कि यदि देश […] Read more » जनसंख्या असंतुलन संघ का दशहरा प्रबोधन
राजनीति कन्हैया कुमार: कांग्रेस के कंधो पर बेताल October 4, 2021 / October 4, 2021 | Leave a Comment विक्रम और बेताल की कथा अब आधी अधूरी दोहराई जा रही है. किंतु इस कथा में अब विक्रम तो है नहीं मात्र बेताल है जो अब विपन्न और विस्थापित कांग्रेस के कंधों पर सवार है. बेताल और कोई नहीं वामपंथ है जिसने बौद्धिक, वैचारिक और सेद्धान्तिक रूप से कांग्रेस को खोखला कर दिया है. भाजपा […] Read more » baital on the shoulders of Congress Kanhaiya Kumar kanhaiya kumar in congress कन्हैया कुमार
लेख शख्सियत शासकीय तंत्र में मानवीय मंत्र की स्थापना का सिद्धांत – एकात्म मानववाद September 24, 2021 / September 24, 2021 | Leave a Comment महान दार्शनिक प्लेटो के शिष्य व सिकंदर के गुरु अरस्तु ने कहा था – “विषमता का सबसे बुरा रूप है विषम चीजों को एक समान बनाने का प्रयत्न करना।” The worst form of inequality is to try to make unequal things equal. एकात्म मानववाद, विषमता को इससे बहुत आगे के स्तर पर जाकर हमें समझाता […] Read more » Integral Humanism Principle of establishment of human mantra in government system Principle of establishment of human mantra in government system - Integral Humanism एकात्म मानववाद पंडित दीनदयाल जी उपाध्याय
लेख माई एहों पूत जण जेंहो दुर्गादास August 12, 2021 / August 12, 2021 | Leave a Comment भारतीय इतिहास में वीर शिरोमणि दुर्गादास के नाम को कभी परिचय की आवश्यकता नहीं रही. मारवाड़ के इस वीरपुत्र और मातृभूमि पर अपने सम्पूर्ण जीवन को न्यौछावर कर देने वाले जुझारू यौद्धा को केवल मारवाड़ की धरती और सम्पूर्ण देश में फैले राठौर बंधू ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण हिंदू समाज और इस राष्ट्र का कण […] Read more » 13 अगस्त वीर दुर्गादास जयंती Mai Ehon Poot Jan Janho Durgadas माई एहों पूत जण जेंहो दुर्गादास वीर शिरोमणि दुर्गादास वीरवर दुर्गादास
राजनीति लेख मूलनिवासी दिवस एक भ्रामक व विभाजनकारी अभियान August 9, 2021 / August 9, 2021 | Leave a Comment भारतीय दलित व जनजातीय समाज में इन दिनों एक नया शब्द चलाया जा रहा है व साथ ही एक नया दिवस मनाने का अभियान भी चलाया जा रहा है; वह है मूलनिवासी दिवस. 9 अगस्त जो की मूलतः पश्चिम के तथाकथित बुद्धिजीवी व प्रगतिशील समाज द्वारा किये गए बड़े, बर्बर नरसंहार का दिन है, उसे […] Read more » 9 अगस्त मूलनिवासी दिवस Native Day a misleading and divisive campaign मूलनिवासी दिवस मूलनिवासी दिवस एक भ्रामक अभियान मूलनिवासी दिवस एक विभाजनकारी अभियान
राजनीति लेख आर्य अनार्य का विमर्श June 8, 2021 / June 8, 2021 | Leave a Comment संदर्भ: बिरसा मुंडा बलिदान दिवस बिरसा मुंडा महान क्रांतिकारी थे, जनजातीय समाज को साथ लेकर उलगुलान किया था उन्होने। उलगुलान अर्थात हल्ला बोल, क्रांति का ही एक देशज नाम। वे एक महान संस्कृतिनिष्ठ समाज सुधारक भी थे, वे संगीतज्ञ भी थे जिन्होंने सूखे कद्दू से एक वाद्ध्ययंत्र का भी अविष्कार किया था जो अब भी […] Read more » birsa munda sacrifice day आर्य अनार्य का विमर्श बिरसा मुंडा बलिदान दिवस
आर्थिकी राजनीति सुदृढ़ अर्थव्यवस्था हेतु खरीफ फसल केंद्रित अनलॉक आवश्यक June 4, 2021 / June 4, 2021 | Leave a Comment अब जबकि गाँव गांव, गली गली और खेतोखेत खरीफ फसल बुआई की तैयारी हो रही है और देश में लाकडाऊन का दौर ढलान पर है तब सभी को खरीफ कृषि के संदर्भ यह कहावत स्मरण कर लेना चाहिए – असाड़ साउन करी गमतरी, कातिक खाये, मालपुआ। मांय बहिनियां पूछन लागे, कातिक कित्ता हुआ॥ अर्थात – […] Read more » Kharif crop focused unlock necessary for strong economy खरीफ फसल केंद्रित अनलॉक आवश्यक ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच सॉल्यूशंस भारतीय अर्थव्यवस्था
लेख शख्सियत समाज प्रकृति की हानि कोरोना जैसी आपदा को जन्म देगी यह जानते थे अनिल दवे May 17, 2021 / May 17, 2021 | Leave a Comment अनिल माधव दवे, एक ऐसा नाम जो गड्ढा खोदकर पौधा लगाने से लेकर वायुयान उड़ाने तक के कार्य को पूर्ण विशेषज्ञता के साथ ही नहीं अपितु नवाचार के साथ करने में सक्षम हो! एक ऐसा नाम जो सादगी को भी फैशन बना देने में सक्षम हो!! और सबसे बड़ी बात जो वैदिक काल के नायकों […] Read more » Anil Dave knew that the loss of nature would give rise to a disaster like Corona अनिल दवे
राजनीति तुष्टिकरण की राजधानी में अब भाजपा सशक्त विपक्ष May 3, 2021 / May 3, 2021 | 1 Comment on तुष्टिकरण की राजधानी में अब भाजपा सशक्त विपक्ष पिछले वर्षों में संपूर्ण भारत में तुष्टिकरण की राजनीति की राजधानी बनकर कोई राज्य उभरकर आया है तो वह राज्य है पश्चिम बंगाल! तुष्टिकरण की राजनीति की प्रयोगशाला या राजधानी बनकर उभरा पश्चिम बंगाल इस घृणित राजनीति की एक बड़ी कीमत चुका बैठा है व आगामी दिनों में भी चुकाएगा यह स्पष्ट दिख गया है […] Read more » तुष्टिकरण की राजधानी तुष्टिकरण की राजनीति बांग्लादेशी घुसपैठि भाजपा सशक्त विपक्ष ममता बनर्जी
राजनीति बंगाल: रामपंथ या वामपंथ या खेला होबे April 21, 2021 / April 21, 2021 | Leave a Comment बंगाली में एक कहावत है – डूबे डूबे झोल खाबा इसी भावार्थ की एक हिंदी कहावत है – ऊँट की चोरी नेवड़े नेवड़े नहीं हो सकती. दोनों ही कहावतो का एक सा अर्थ है कि बड़ी चोरी आज नहीं तो कल पकड़ी ही जायेगी. पश्चिम बंगाल में हिंदू हितों की चोरी भी ममता दीदी का […] Read more » bengal election Rampanth or Leftist or Khela Hobe रामपंथ या वामपंथ