राजनीति राहुल गांधी, आपके पीएम न चुप हैं, न छुपे हैं June 19, 2020 / June 19, 2020 | 1 Comment on राहुल गांधी, आपके पीएम न चुप हैं, न छुपे हैं प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ व रणनीतिकार चाणक्य का कथन है कि “शत्रु के साथ युद्ध केवल रणक्षेत्र मे व केवल हथियारों से ही नहीं लड़ा जाता; युद्ध अपने व शत्रु देश के मानस मे उसकी मानसिकता को हथियार बनाकर भी लड़ा जाता है”। स्वाभाविक है कि चाणक्य के अनुसार युद्धकाल मे देश के नेतृत्व, विपक्ष व नागरिकों की सकारात्मक […] Read more » राहुल गांधी
राजनीति विधि-कानून अनुच्छेद 30 के विरोधी तो स्वयं गांधीजी भी थे June 2, 2020 / June 2, 2020 | Leave a Comment हाल ही मे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संविधान के अनुच्छेद 30 के औचित्य पर प्रश्न उठाया है। इसके जवाब मे आलोचकों व विरोधियों ने अपनी प्रवृत्ति के अनूरूप ही विजयवर्गीय पर राजनीति मे धर्म के उपयोग के आरोपों की झड़ी लगा दी है। इस समय मे गांधी जी का विचार याद आता […] Read more » Gandhi himself was also an opponent of Article 30 अनुच्छेद 30
लेख विश्ववार्ता भारत नेपाल पुनः समवेत – चीन हुआ अप्रासंगिक May 28, 2020 / May 28, 2020 | Leave a Comment 1962 से 1967 वाला हठधर्मी चीन भारत के प्रति 1998 मे सुधरा था और इसे सुधारा था पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी जी ने, जो कि भारत चीन संबन्धो के सच्चे वास्तुकार कहे जाते हैं। वर्तमान मे भारत चीन सम्बंध मे जो भी सत्व है वह 1998 के परमाणु विस्फोट से लेकर 2003 तक के अटलबिहारी शासन […] Read more » China becomes irrelevant India Nepal reunited चीन हुआ अप्रासंगिक भारत नेपाल पुनः समवेत
लेख विश्ववार्ता मजदूर भैया से विहीन होती मुंबई May 25, 2020 / May 25, 2020 | Leave a Comment इस लेख में आप मुंबई को कोई एक शहर का नाम नही बल्कि सभी बड़े नगरों व प्रवासी मजदूरों को रखने वाले राज्यों का एक प्रतिनिधि नाम समझें। मुंबई शब्द को एक प्रवृत्ति माने जो इन दिनों मेहनतकश, गरीब और गांव छोड़कर शहर आये हुए लोगों को हिकारत, नीची और उपेक्षा भरी दृष्टि से देख रही है। मुंबई उस आचरण का नाम […] Read more » migrant labourers प्रवासी मजदूर
धर्म-अध्यात्म लेख विश्वगुरु मार्ग का मील पत्थर – बुद्धत्व May 7, 2020 / May 7, 2020 | Leave a Comment भारत किसी समय मे विश्वगुरु यूं ही नहीं कहलाता था। भारत एक ऐसा देवदुर्लभ, बिरला, अनोखा राष्ट्र है जिसने कभी किसी राष्ट्र की सीमाओं पर हमला नहीं किया। कभी स्वयं की सीमाओं के विस्तार का प्रयास नहीं किया। साथ ही भारत एक ऐसा भी बिरला राष्ट्र है जो बिना आक्रमण ही विश्व भर मे अपनी सीमाओं को […] Read more » बुद्धत्व
राजनीति प्रवासी मजदूर: समस्या भोजन, आवास किराये व मोबाइल रिचार्ज की है May 6, 2020 / May 6, 2020 | Leave a Comment प्रवासी श्रमिकों का प्रश्न देश की व्यवस्था के लिये मात्र सिरदर्द ही नहीं है, संभवतः शीघ्र ही यह समस्या समूची व्यवस्था का नासूर भी बनने जा रही है। अपने गांवों से सैकड़ों किमी बैठा हुआ यह मजदूर देश के कर्णधार राजनीतिज्ञों की निर्णय क्षमता, संवेदनशीलता व समझबूझ हेतु चुनौती बन गया है। इतना तय है कि इस […] Read more » housing rent Migrant laborers: The problem is food mobile recharge प्रवासी मजदूर
राजनीति शख्सियत समाज दलित चेतना के दो युगांतरकारी केंद्रबिंदु बाबासाहेब व जोगेंद्र मंडल April 15, 2020 / April 15, 2020 | Leave a Comment स्वतंत्र भारत की राजनीति व समाज को जिन दो व्यक्तियों ने सर्वाधिक प्रभावित किया है वे हैं पहले गांधी जी व दूजे भीमराव रामजी अंबेडकर यानि बाबासाहेब। इनमे से बाबासाहेब की भारतीय राजनीति मे बाबासाहेब की कांग्रेस द्वारा घोर उपेक्षा के बाद भी उनकी स्थापना का इतिहास पढ़ना हो तो एक और व्यक्ति का उल्लेख […] Read more » Babasaheb and Jogendra Mandal two epoch-making centers of Dalit consciousness जोगेंद्र मंडल बाबासाहेब बाबासाहेब व जोगेंद्र मंडल
आर्थिकी राजनीति विश्व का सर्वाधिक बड़ा व संवेदनशील आर्थिक पैकेज March 28, 2020 | 1 Comment on विश्व का सर्वाधिक बड़ा व संवेदनशील आर्थिक पैकेज उपशीर्षक – मोदी 33 करोड़ परिवारों के सदस्य नहीं मुखिया बन गये हैं कोरोना वायरस संकट के कारण देश में लगाए गए 21 दिनों के लॉकडाउन को देखते हुए मोदी सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्व के सबसे बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की। इसके साथ ही मोदी जी ने जी 20 देशों की बैठक आयोजित करने की पहल करके […] Read more » 21 days lock down in India 21 दिनों के लॉकडाउ Modi संवेदनशील आर्थिक पैकेज
महिला-जगत लेख स्त्री पुरुष के समग्र चिंतन का प्रतीक है अर्द्धनारीश्वर की हिंदू अवधारणा March 7, 2020 / March 7, 2020 | Leave a Comment कृतिका गुगनानी हिंदू परम्परा के परिवारों में सामान्यतः पितृसत्तात्मक समाज ही होते हैं, किंतु इसके साथ साथ सदा से यह स्थापना भी रही कि नारी प्रथम प्रणाम की अधिकारी है. इसके फलस्वरूप ही लिखा गया कि – पूजनीय आधारभूते मातृशक्ति नमोस्तुते, नमोस्तुते, नमोस्तुते पितृसत्तात्मक समाज का जो एक प्रमुख लक्षण माना जाता है, वह यह कि विवाह संस्था में स्त्री अपनें […] Read more » 8th march international women"s day International Women Day international women's day women"s day women day 8th march अर्द्धनारीश्वर की हिंदू अवधारणा
लेख साहित्य प्राचीनतम सभ्यता – नर्मदा घाटी January 31, 2020 / January 31, 2020 | Leave a Comment हाल ही के दशकों में किये अन्वेषणों व खुदाइयों से नर्मदा घाटी का एक नया स्वरूप उभर कर आया है। नर्मदा घाटी से ऐसे बहुत से ऐसी शिलाएं, शिलालेख, निर्मितियां, भित्ति चित्र, तैल चित्र आदि मिलें हैं जिनसे भारतीय सभ्यता के इतिहास को नए आयाम प्राप्त होते हैं। नर्मदा घाटी की खुदाई से मिले तथ्यों […] Read more » नर्मदा घाटी प्राचीनतम सभ्यता नर्मदा घाटी
राजनीति CAB – 1947 का कार्य 2019 मे हुआ पूर्ण December 12, 2019 / December 12, 2019 | Leave a Comment तो अंततः देश विभाजन के तुरंत बाद किया जाने वाला बहू प्रतीक्षित व प्राकृतिक न्याय वाला कार्य अब पूर्ण हुआ और संसद ने नागरिकता संशोधन बिल पारित कर दिया। चाणक्य ने कहा था कि ऋण, शत्रु और रोग को समय रहते ही समाप्त कर देना चाहिए। जब तक शरीर स्वस्थ और आपके नियंत्रण में है, उस समय आत्म […] Read more » Amit Shah CAB अफ़गानिस्ता पाकिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदाय अफ़गानिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदाय ईसाई और सिक्ख जैन नरेंद्र मोदी नागरिकता संशोधन बिल पाकिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदाय पारसी बांग्लादेश बौद्ध हिंदू
राजनीति शुभ्र बंगाल मे संघ पर होते सतत हमले December 5, 2019 / December 5, 2019 | Leave a Comment पश्चिम बंगाल मे जैसे श्रंखलाबद्ध राजनैतिक वध किये जा रहें हैं वैसे तो केवल अंग्रेजों के शासनकाल मे ही कभी देखें गए थे। अंग्रेजों के समय व विभाजन के समय मुस्लिम पक्ष द्वारा घोषित डायरेक्ट एक्शन डे जैसे वातावरण को छोड़ दें तो पश्चिम बंगाल मे आज जैसा जहरीला, मार काट वाला व तनिक सी भी […] Read more » attacks on sangh in west bengal Muslim muslims in bengal ममता बनर्जी मुस्लिम तुष्टिकरण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्रंखलाबद्ध राजनैतिक वध संघ पर होते सतत हमले