राजनीति कंधार कांड के प्रतिशोध की ओर बढ़ते मोदी May 3, 2019 / May 3, 2019 | Leave a Comment दुर्योग ही है कि इस्लाम के धार्मिक स्थानों व प्रतीकों में जिस चांद को दिखाया जाता है उसे ही अजहर कहते हैं. अजहर मसूद यानि हंसता हुआ चांद !! किंतु इस अजहर मसूद में तो चांद जैसे कोई भी लक्षण न थे, यह तो शीतलता व मुस्कान से मीलों दूर पाप, आतंक, मार काट व भारत विरोध का […] Read more » kandhar kaand Modi अजहर मसूद मोदी
राजनीति हां, मैं भी बाबरी भंजक हूं और प्रज्ञा के साथ हूँ April 23, 2019 / April 23, 2019 | Leave a Comment एक प्रश्न बड़ा प्रासंगिक है इन दिनों कि साध्वी प्रज्ञा को गुस्सा क्यों आ रहा है और इस गुस्से में वे हेमंत करकरे को क्यों कोस रहीं हैं व बाबरी विध्वंस में स्वयं की भागीदारी क्यों जगजाहिर कर रहीं हैं?!! इस गुस्से के विषय में प्रसिद्ध दार्शनिक सुकरात के शिष्य व सिकंदर के गुरु अरस्तु […] Read more » Digvijay Singh Hemant Karkare hindu terrorism malegaon blast RSS sadhvi pragya भगवा आतंकवाद साध्वी प्रज्ञा हेमंत करकरे
राजनीति पच्चीस व्यक्ति – पांच गठबंधन – एक पद प्रधानमंत्री का January 25, 2019 / January 25, 2019 | Leave a Comment लोकसभा 2019 की हवा क्या चली राजनैतिक दलों और राजनीतिज्ञों ने जैसे कोई जीवन बुटी खा ली है, नई जान आ गई है सबमें. अखंड मुरझाये चेहरों पर नया मुस्कराहट का मेकअप कर लिया गया है, नए कलफदार वस्त्र सिल कर आ गयें हैं. अजीब सा मंजर देखने को मिल रहा है, जो सांप नेंवला […] Read more »
राजनीति समाज तीन तलाक व हलाला से मुक्ति के अर्थ November 22, 2018 / November 22, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीय मुस्लिम महिला समाज के लिए जो किया उस कार्य की आज तक किसी मुस्लिम पुरुष या महिला नेता ने कल्पना भी न की थी. मोदी सरकार ने सत्तर वर्षों से विभिन्न सरकारों द्वारा अनदेखी किये जा रहे इस मुद्दे पर अपनी दो टूक राय सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखी […] Read more » मुस्लिम बहनें मुस्लिम बहुविवाह मोदी सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ सुप्रीम कोर्ट स्त्री खतना हलाला
राजनीति संघ शाखा के विरुद्ध कांग्रेस का विधवा प्रलाप November 12, 2018 / November 12, 2018 | 1 Comment on संघ शाखा के विरुद्ध कांग्रेस का विधवा प्रलाप Praveen Gugnani, कांग्रेस ने अपने मप्र के चुनावी घोषणा पत्र में संघ की शाखाओं पर शासकीय कर्मचारियों के जाने पर प्रतिबंध की बात की है वहीं अभी अभी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संघ के मंच पर संघ के सरसंघचालक संग खड़े होकर संघ की प्रसंशा करते दिखाई दिए थे. संघ एक पूर्णतः सांस्कृतिक, सामाजिक […] Read more » संघ शाखा के विरुद्ध कांग्रेस का विधवा प्रलाप के. कस्तूरीरंगन के. राधाकृष्णन जगजीवन राम जनरल करियप्पा जवाहरलाल नेहरू जस्टिस केटी थॉमस पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी बाबासाहेब अम्बेडकर लाल बहादुर शास्त्री वल्लभ भाई विनोबा भावे वैज्ञानिक जी. माधवन नायर सर्वोदय नेता प्रभाकर राव सोनिया गांधी
राजनीति समाज एकात्म मानववाद – एक दिव्य सिद्धांत September 25, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी महान दार्शनिक प्लेटो के शिष्य व सिकंदर के गुरु अरस्तु ने कहा था – “विषमता का सबसे बुरा रूप है विषम चीजों को एक सामान बनाना।” The worst form of inequality is to try to make unequal things equal. एकात्म मानववाद, विषमता को इससे बहुत आगे के स्तर पर जाकर हमें समझाता है. भारत को देश से […] Read more » अंग्रेज शासन ईश्वरीय भाव फासीवाद मार्क्सवाद राष्ट्र राष्ट्रहित
समाज शिकागो संभाषण – भारत के विश्वगुरु बनने का मार्ग September 10, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुणगानी स्वामी विवेकानंद जी ने भारत को व भारतत्व को कितना आत्मसात कर लिया था, यह कविवर रविन्द्रनाथ टैगोर के इस कथन से समझा जा सकता है – “यदि आप भारत को समझना चाहते हैं तो स्वामी विवेकानंद को संपूर्णतः पढ़ लीजिये”. नोबेल सम्मानित फ्रांसीसी लेखक रोमां रोलां ने स्वामी जी के विषय में कहा था – […] Read more » अणु विज्ञान अन्तिरिक्ष विज्ञान अर्थशास्त्र काल गणना नीति शास्त्र मान्यताओं आयुर्विज्ञान आयुर्वेद त्यौहार विचारों सांस्कृतिक स्वामी विवेकानंद
राजनीति लोकतांत्रिक मूल्यों की सरकार ही देश समाज से डरती है September 6, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुणगानी एक प्रसिद्द शेर याद आया – गिरते हैं शह सवार ही मैदाने जंग में ,वो तिफ्ल (सैनिक) क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल गिरें मेरी ही नहीं अपितु बहुसंख्य की यह अडिग मान्यता है कि आर्थिक व सामाजिक रूप से क्रीमी लेयर में आ गए sc st का आरक्षण समाप्त हो जाना चाहिए। यह मान्यता […] Read more » कंस पुतना मंथरा दुर्योधन शकुनि सर्वोच्च न्यायालय
धर्म-अध्यात्म पूज्य तरुण सागर जी का यूं मृत्यु को महोत्सव बनाना September 1, 2018 | 1 Comment on पूज्य तरुण सागर जी का यूं मृत्यु को महोत्सव बनाना पूज्य संत तरुण सागर जी मृत्यु को महोत्सव बना गए, उनका शिष्य परिवार (मुझ सहित) भी मृत्यु का आनंद मना रहा है. हम जब मृत्यु का नाम लेतें हैं तो भीतर तक हिल उठते हैं, हड्डियों में सिहरन आभास करते हैं. मरण के नाम से भूत, पिशाच, प्रेत, यम, यमदूत, डाकिनी, शाकिनी दैत्य, राक्षस, चुड़ैल […] Read more » Featured ऋषि परम्परा चुड़ैल डाकिनी तरुण सागर पिशाच प्रेत भूत यम यमदूत राक्षस शाकिनी दैत्य
समाज आज स्वतंत्र हुए थे पारधी और अन्य घुमंतू जातियां August 30, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी, यह आश्चर्य ही है कि हमारा देश और हम सभी नागरिक 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुए किंतु देश की घुमंतू जातियों के चार करोड़ लोगों का दर्जा तब भी कानूनी रूप से गुलाम का ही बना रहा. घुमंतू जातियों के इन गुलामों हेतु भारत सरकार ने 31 अगस्त 1952 को एक क़ानून […] Read more » Featured अहेरिया आज स्वतंत्र हुए थे पारधी और अन्य घुमंतू जातियां केवट गडरिया गंडीला गाडियालोहार छड़ा जंगमजोगी डलेराकहार डोम धीवर नट नाथ नालबंध निषाद पाल बंगाली बघेल बंजारा बहेलिया बाजीगर बावरिया बिन्द भाट भांतु भेदकूट महातम राबरी रायसिख लोहार सांसी सिकलीगर
राजनीति आंखों से बोलते थे अटल जी August 17, 2018 / August 17, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी प्रसिद्ध दार्शनिक सुकरात ने कहा था कि “जिस देश का राजा कवि होगा उस देश में कोई दुखी न होगा” – अटल जी के प्रधानमंत्रित्व काल में यह बात चरितार्थ हो रही थी. स्वातंत्र्योत्तर भारत के नेताओं में कुछ ही ऐसे नेता हुए हैं जो विपक्षियों से भी सम्मान पातें हों. और ऐसे जननेता तो […] Read more » Featured अटल बिहारी वाजपेयी आंखों से बोलते थे अटल जी ग्वालियर नागपुर परमाणु परीक्षण राजनैतिक अवधारणा राष्ट्रधर्म पाञ्चजन्य राष्ट्रवाद
समाज नर्मदा घाटी संदर्भ: आदिवासी दिवस व बाबासाहेब August 8, 2018 / August 8, 2018 | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी, जनजातीय समाज की प्रतिष्ठा, उसके रक्षण व विकास की भारत में प्राचीन परंपरा रही है. प्रकृति पूजन हमें वेदों से प्राप्त हुआ जिसके प्रति नगरीय समाज की अपेक्षा जनजातीय समाज अधिक आग्रही रहा. जनजातीय समाज रक्षण का पात्र नहीं अपितु शेष समाज का रक्षक भी रहा है ऐसी मान्यता का परिचय भी हमें प्राचीन भारतीय […] Read more » Featured अंटार्कटिका अफ्रीका आस्ट्रेलिया एवं भारतीय प्रायद्वीप गोंडवाना लैंड के अमेरिका जनजातीय समाज जीवाश्मों नर्मदा घाटी संदर्भ: आदिवासी दिवस व बाबासाहेब पृथ्वी वेदों शास्त्रों शिलालेखों श्रुतियों