राजनीति सांप्रदायिक सौहाद्र को चुनौती – अयोध्या पर पुनर्विचार याचिका November 21, 2019 / November 21, 2019 | Leave a Comment हो जाये ग़र शाहे ख़ुरासान का ईशारासजदा न करूं हिन्द की नापाक ज़मीं पर। अल्लामा इकबाल की ये पंक्तियां और यह समय जबकि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने तय किया है कि वह जन्मभूमि अयोध्या पर सर्वोच्च निर्णय के विरुद्ध पुनर्विचार याचिका लगाएगी; ये दो सर्वाधिक, सटीक विषय हैं “गंगा जमुनी तहजीब” पर बात करने के। यदि […] Read more » Challenges to communal peace reconsideration of Ayodhya petition अयोध्या पर पुनर्विचार याचिका अयोध्या पर सर्वोच्च निर्णय के विरुद्ध पुनर्विचार याचिका
राजनीति शख्सियत समाज दत्तोपंत ठेंगड़ी: प्रखर, प्रचंड किंतु संवेदनशील मजदूर नेता November 11, 2019 / November 11, 2019 | Leave a Comment कभी हुआ करता था कि मजदूर संगठन की बात घोर पूंजीपति विरोध से ही प्रारंभ हुआ करती थी। रोजगार देने वाले व रोजगार प्राप्त करने वाले मे सौहाद्र, समन्वय व संतोष की न तो कामना की जाये और न ही आशा की जाये, यही कार्ल मार्क्स के मजदूरों को दिये गए संदेश का अर्थ था। कम्युनिस्टों के […] Read more » dattopant Thengri दत्तोपंत ठेंगड़ी
लेख विश्व आदिवासी दिवस August 8, 2019 / August 8, 2019 | Leave a Comment विश्व आदिवासी दिवस का मूल सत्यजनजातीय व वनवासी समाज की प्रतिष्ठा, उसके रक्षण व विकास की भारत में प्राचीन परंपरा रही है. प्रकृति पूजन हमें वेदों से प्राप्त हुआ जिसके प्रति नगरीय समाज की अपेक्षा जनजातीय समाज अधिक आग्रही रहा. जनजातीय समाज रक्षण का पात्र नहीं अपितु शेष समाज का रक्षक भी रहा है ऐसी […] Read more » special article world tribe day
लेख बिजनौर मदरसे व चांदनी चौक के आईने में मुस्लिमों का विश्वास July 26, 2019 / July 26, 2019 | Leave a Comment अपने दुसरे प्रधानमंत्रित्व में नरेंद्र जी मोदी ने अपने नारे “सबका साथ सबका विकास” में एक नया शब्द जोड़ा है, वह है, सबका विश्वास। वस्तुतः कांग्रेस मुस्लिमों को वोट बैंक बनाया और उन्हें छदम तुष्टिकरण करके राष्ट्र की मुख्य धारा में आने से सदैव रोके रखा; यह “विश्वास” उस कांग्रेसी प्रवृत्ति पर विराम का राष्ट्रीय […] Read more » beleives of muslims bijnor madarse chandni chowk muslims
राजनीति कर्नाटक में कांग्रेस का नाटक July 10, 2019 / July 10, 2019 | Leave a Comment कर्नाटक में जो चल रहा है वह कतई आश्चर्य का विषय नहीं है. जेडीएस और कांग्रेस के बचे विधायक मंत्री भी कतई न टिकते यदि उनके सामने गत लोकसभा में भाजपा द्वारा २८ में २५ लोकसभा सीटें जीतने का भयावह आंकड़ा नहीं होता. यदि विस भंग हुई तो सत्ता में लौटना असंभव होगा अतः वे सत्ता […] Read more » karnatka politics
राजनीति भद्र बंगाल के पुनर्निर्माण में जुटा यौद्धा – कैलाश विजयवर्गीय June 4, 2019 / June 6, 2019 | Leave a Comment एक बंगाली कहावत है “सोरसे मोद्हे भूत , तहाले भूत केमोन भाग्बे”यानि सरसों की जड़ में सरसों का भूत है , तो भूत भागेगा कैसे ? यानि जब समस्या के मूल में ही समस्या है तो समस्या जायेगी कैसे? इसे हम इस प्रकार भी कह सकतें हैं कि पश्चिम बंगाल में वामपंथ की समस्या के जड़ में ममता बनर्जी की तृण मूल नामक […] Read more » kailash vijayvargiya कैलाश विजयवर्गीय
राजनीति राष्ट्रवाद के नव प्रणेता -मोदी May 30, 2019 / May 30, 2019 | Leave a Comment चुनाव २०१९ में नब्बे करोड़ मतदाताओं में से साठ करोड़ मतदाताओं का मतदान मोदी द्वारा प्राप्त करने के बाद, ख़याल आया कि – वामपंथ ने कैसे कैसे वैश्विक भ्रमजालों का निर्माण किया है. लियो टालस्टाय का एक उपन्यास हुआ है “वार एंड पीस” फ्रांसीसी विचार लेखक रोमां रोलां ने इस पुस्तक को “19वीं शताब्दी का भव्य […] Read more » modi an epitome of nationalism Narendra Modi राष्ट्रवाद
राजनीति विपक्षी गालियों से बनाया मोदी ने अपना विजय महल May 24, 2019 / May 24, 2019 | Leave a Comment नारिवृन्द सुर सेंवत जानी, लगी देन गारी मृदु बानी – ये शिव विवाह में वधु पक्ष की और से शिवजी को मिल रही गालियों पर लिखा गया है. ऐसी ही मधुर गालियाँ श्रीकृष्ण को भी मथुरा वृन्दावन की गोपियाँ देती थी. किंतु भारतीय राजनीति में गालियों को लेकर कांग्रेस ने वातावरण जहरीला बना दिया है. Read more » election 2019 modi made his empire opposition abuses win the election winner
लेख संघ व गोड्से के सम्बन्ध की अंतर्कथा May 18, 2019 / May 18, 2019 | Leave a Comment गांधी जी की हत्या के पश्चात के प्रत्येक दशक में दस पांच बार गोएबल्स थियरी के ठेकेदारों ने ये प्रयास सतत किये हैं कि गांधीजी की हत्या को संघ के मत्थे मढ़ दिया जाए जिसमें वे हर बार असफल रहें हैं। अब देश भर में गांधी व गोड़से को लेकर नया विमर्श प्रारम्भ है, इस […] Read more » Godse Mahatma Gandhi Sangh
चिंतन धर्म-अध्यात्म हिंदू – बौध्द संयुक्त रूप में आज भी विश्व गुरु हैं हम May 18, 2019 / May 18, 2019 | Leave a Comment बुद्ध जयंती अर्थात बुद्ध पूर्णिमा या वेसाक या हनमतसूरी बौद्ध धर्मावलम्बियों के साथ साथ सम्पूर्ण भारत वर्ष के लिए एक महत्वपूर्ण, आस्था जन्य और उल्लासपूर्वक मनाया जानें वाला पर्व है. भगवान् बुद्ध के अवतरण का यह पर्व वैशाख पूर्णिमा के दिन पड़ता है. विश्व के अनेक भागों में फैले हुए बौद्ध मतावलंबी इस पर्व को वेसाक […] Read more » bodhh hindu Hindu Religion Hinduism india as world guru united by bodhh
राजनीति कांग्रेस: जो हुआ सो अच्छा हुआ का आचरण May 15, 2019 / May 15, 2019 | Leave a Comment इटली के चिंतक, विचारक व राजनीति विज्ञानी मकियावेली ने जो कहा है कांग्रेस उसके बहुत ही समीप है – “ज्ञानियों ने कहा है कि जिसका भविष्य देखना हो उसका भूतकाल देख लो”। इसके बाद कांग्रेस के सिक्ख दंगो से जुड़ाव को लेकर अमेरिकी कवि, चित्रकार व विचारक इमर्सन की कही एक बात भी स्मरण आती है – “उचित रूप […] Read more » Sam Pitroda Sam Pitrodaa on jo hua so hua जो हुआ सो अच्छा हुआ
राजनीति भगवा आतंक शब्द की अंत्येष्टि का समय May 10, 2019 / May 10, 2019 | Leave a Comment भोपाल देश के ह्रदय स्थल में स्थित है और प्रकृति ने आज भोपाल को समूचे देश के ह्रदय की आवाज बनने का अवसर प्रदान किया है. विचार करें तो लगता है कि – आज दिग्विजय सिंह हिंदूत्व परिवार के मतदाता रुपी वधु से वैसी ही भेष बदलकर भिक्षा मांग रहे हैं जैसी भिक्षा कभी श्रीराम […] Read more » pragya singh thakur sadhvi pragya saffron terrorism भगवा आतंक भगवा आतंकवाद