महिला-जगत सीजर अधिक क्यों ? September 23, 2014 | Leave a Comment डा. कौशल किशोर श्रीवास्तव एक आम आदमी की धारण है कि सामान्य प्रसव से सीजर बहुत अधिक होते है। उनके अनुसार महिला चिकित्सक रूपयों (पैसे तो बंद ही हो गये) के लालच में ऐसा करते है। दूसरा तर्क वे ये देते है कि रात खरबा न हो इसलिये महिला चिकित्सक ऐसा कर देती हैं […] Read more » सीजर अधिक क्यों ?
कविता गांधी फिर कब आओगे ? September 23, 2014 | 1 Comment on गांधी फिर कब आओगे ? डा. कौशल किशोर श्रीवास्तव (गांधी जयंती २ अक्टूबर २०१४) मोहनदास कमरचंद जी की, देश प्रेम की आंधी थी। पीछे देश खड़ा मर मिटने, एसी हस्ती गांधी थी। इसीलिये तैयार हुये, नेहरू जाने को जेलो में। मालूम था सिर दे देंगे पीछे सब खेलों खेलों में। मालूम था कि थे पटेल, मौलाना किदवई जान लिये। वल्लभ […] Read more » गांधी फिर कब आओगे
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख विश्ववार्ता भारत को आस्तीन में सांप पालने का शौक September 23, 2014 / September 23, 2014 | Leave a Comment डा. कौशल किशोर श्रीवास्तव भारत की आस्तीनें बहुत लम्बी और बहुत चौड़ी है। वह जहां भी सांप रेंगते देखता है, शीघ्रता से उठा कर आस्तीन के अन्दर रख लेता हैं इस आशा के साथ कि जब सांप बहुत से इकट्ठे हो जायेंगे तो एक दूसरे को काटने लगेंगे पर वे भारत को ही काटते है […] Read more » भारत को आस्तीन में सांप पालने का शौक