राजनीति समाज नये भारत के सुखद संकेत July 28, 2018 / July 28, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग कोई भी राष्ट्र या समाज स्वयं नहीं बोलता, वह सदैव अपनी प्रबुद्ध प्रतिभाओं की क्षमता, साहस, योग्यता एवं विलक्षणता के माध्यम से बोलता है। बोलना, मात्र मुंह खोलना नहीं होता। बोलना यानि अपने राष्ट्र के मस्तक को ऊंचा करना है, सम्मानित करना है। जिस राष्ट्र, समाज, समूह या वर्ग का प्रबुद्ध तबका जागरूक […] Read more » ”मेरा भारत महान्“ Featured इतिहास नये भारत के सुखद संकेत नोबेल पुरस्कार प्रकृति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रचनात्मकता राष्ट्र या समाज वांगचुक और डॉ. वटवाणी श्रद्धा पुनर्वास फाउंडेशन संस्कृति और शिक्षा साहसिकता
राजनीति समाज तीन बहनों की मौत से उपजे सवाल July 27, 2018 / July 27, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग- राष्ट्रीय राजधानी में भूख से तीन बच्चियों की मौत की दर्दनाक एवं शर्मनाक घटना ने समूचे राष्ट्र की चेतना को झकझोर दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना जहां आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा गरीबों के लिए कई तरह की सुविधाएं देने के दावों को कठघरे में खड़ा करती है, वहीं यह […] Read more » Featured अभावग्रस्त अशिक्षित तीन बहनों की मौत से उपजे सवाल बीमार भुखमरी और गरीबी भूख रामराज्य लोक राज्य सुराज्य स्वराज्य
राजनीति समाज मॉब लिंचिंग की अराजकता का त्रासद होना July 25, 2018 / July 25, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग उन्मादी भीड़ के द्वारा जान लेने की एक घटना शांत नहीं होती कि कोई दूसरी हत्या की खबर सामने आ जाती है। लगातार हो रही मॉब लिंचिंग की ये घटनाएँ अब न केवल चिन्ता का विषय है बल्कि असहनीय एवं शर्मनाक है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार और अलवर में एक और घटना के […] Read more » Featured गुवाहाटी गृह मंत्री राजनाथ सिंह घृणा नफरत पुलिसकर्मियों भीड़तंत्र भेड़तंत्र मॉब लिंचिंग की अराजकता का त्रासद होना संकीर्णता और असहिष्णुता
समाज जीवन में पूर्णता लाते हैं गुरु July 25, 2018 / July 25, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग- भारतीय संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है, यह अध्यात्म-जगत की सबसे बड़ी घटना के रूप में जाना जाता है। पश्चिमी देशों में गुरु का कोई महत्व नहीं है, वहां विज्ञान और विज्ञापन का महत्व है परन्तु भारत में सदियों से गुरु का महत्व रहा है। यहां की माटी एवं जनजीवन में […] Read more » Featured आशीर्वाद इंजीनियर गुरु पूर्णिमा जीवन में पूर्णता लाते हैं गुरु डाॅक्टर दीप धर्मग्रंथों न्यायाधीश प्रवचन भारतीय संस्कृति मरुस्थल में वृक्ष वकील वैज्ञानिक श्रीकृष्ण सन्निधि समुद्र में द्वीप
राजनीति 2019 के चुनाव की दस्तक सुनें July 23, 2018 / July 23, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से चार साल में पहली बार पेश अविश्वास प्रस्ताव बड़े अंतर से गिर जाना हो या विपक्षी एकता में रह-रह कर दरार के संकेत मिलना, मोदी -शाह की जोड़ी के प्रति आमजनता में बढ़ रहा असंतोष एवं अविश्वास हो या राजनीतिक दलों की नीति एवं […] Read more » 2019 के चुनाव की दस्तक सुनें Featured कानून जाति दण्ड धर्म नरेन्द्र मोदी सरकार भाषा और प्रांत मंदिर मस्जिद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व्यवस्था शक्ति सत्ता संप्रदाय
राजनीति राजनीति के लिये सतत क्रांति की जरूरत July 20, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग- जैसे-जैसे 2019 में होने वाले आम चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जारही है। संभवतः आजादी के बाद यह पहला आम चुनाव होगा, जिसके लिये इतनी अग्रिम चुनावी सरगर्मियां देखने को मिल रही है। न केवल भाजपा बल्कि सभी राजनीतिक दलों में आम चुनाव का माहौल गरमा रहा […] Read more » Featured राजनीति राजनीति के लिये सतत क्रांति की जरूरत सतत क्रांति की जरूरत
समाज प्रतिकूल परिस्थिति में संतुलन कैसे रहे? July 20, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग – हर व्यक्ति को जीवन में निराशा एवं प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना ही पड़ता है, लेकिन सफल और सार्थक जीवन वही है जो सफलता और असफलता, अनुकूलता और प्रतिकूलता, दुख और सुख, हर्ष और विषाद के बीच संतुलन स्थापित करते हुए अपने चिंतन की धारा को सकारात्मक बनाए रखता है। जीवन की […] Read more » balance the life in adverse situation Featured प्रतिकूल परिस्थिति में संतुलन संतुलन
शख्सियत समाज नीरज : सतरंगी रेखाओं की सादी तस्वीर July 20, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग सम्पूर्ण मानवता को एक नई फिजा, एक नया परिवेश देने, हममें सौन्दर्यप्रेम एवं राष्ट्रीयता का भाव जागृत करने, जीवन की सचाइयों का प्रकाश उपलब्ध कराने, हमें आध्यात्मिक एवं मानसिक शक्ति प्रदत्त करने, हममें सच्चा संकल्प एवं कठिनाइयों पर विजय पाने की सच्ची दृढ़ता उत्पन्न करने वाला लाखों-लाखों रचनाकारों की भीड़ में एक अनूठा […] Read more » Featured Gopal das saxena niraj नीरज
शख्सियत सार्थक पहल विश्व इतिहास का अनूठा महानायक July 16, 2018 / July 16, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग, दुनिया में अनेक महापुरुषों की स्मृति को क्षीण होते हुए देखा है, लेकिन नेल्सन मंडेला इसके अपवाद है। उनके जीवित रहते समय जितना उनको सम्मान प्राप्त हुआ, उससे कहीं अधिक उनकी मृत्यु के बाद उन्हें समूची दुनिया ने आदर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रति जितनी उत्सुकता बढ़ी […] Read more » ‘चमड़ी के रंग’ Featured दक्षिण अफ्रीका नेल्सन मंडेला बीसवीं सदी मेथोडिस्ट मिशनरी स्कूल राष्ट्रपति विश्व इतिहास का अनूठा महानायक स्वतंत्रता आंदोलन
समाज गोल्डन गर्ल की गोल्डन जीत से महका भारत July 14, 2018 / July 14, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग देश का एक भी व्यक्ति अगर दृढ़ संकल्प से आगे बढ़ने की ठान ले तो वह शिखर पर पहुंच सकता है। विश्व को बौना बना सकता है। पूरे देश के निवासियों का सिर ऊंचा कर सकता है। भारत की नई ‘उड़नपरी’ 18 वर्षीय असमिया एथलीट हिमा दास ने ऐसा ही करके दिखाया है, […] Read more » 18 वर्षीय असमिया एथलीट Featured ओलिंपिक गोल्डन गर्ल की गोल्डन जीत से महका भारत टोक्यो में गुरबचन सिंह रंधावा थाईलैंड में 1978 में गीता जुत्शी फिनलैंड भारत की नई ‘उड़नपरी’ मिल्खा सिंह लम्बा संघर्ष और दृढ़ संकल्प हिमा दास
समाज कचरा बनी दिल्ली में टूटती जीवन सांसें July 14, 2018 / July 14, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान एवं उनके कथन कि “एक स्वच्छ भारत के द्वारा ही देश 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अपनी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि दे सकते हैं।क्या हश्र हो रहा है, दिल्ली में स्वच्छता की स्थिति पर दिल्ली हाई कोर्ट की ताजा टिप्पणी से सहज ही अनुमान लगाया जा […] Read more » Featured अतिक्रमण कचरा बनी दिल्ली में टूटती जीवन सांसें कचरे गंदगी दिल्ली-मुंबई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बारिश से होने वाले जलभराव यातायात जाम
समाज ‘‘ समाज में उजालें कम क्यों हो रहे हैं? ’ July 13, 2018 / July 13, 2018 | Leave a Comment ललित गर्ग स्वार्थ चेतना अनेक बुराइयों को आमंत्रण है। क्योंकि व्यक्ति सिर्फ व्यक्ति नहीं है, वह परिवार, समाज और देश के निजी दायित्वों से जुड़ा है। अपने लिए जीने का अर्थ है अपने सुख की तलाश और इसी सुख की तलाश ने अनेक समस्याएं पैदा की हैं। सामाजिक जीवन का एक आधारभूत सूत्र है सापेक्षता। […] Read more » ‘‘ समाज में उजालें कम क्यों हो रहे हैं? ’ Featured आश्वस्त करना ग्लानि का निवारण करना देश या राष्ट्र न अविश्वास न असुरक्षा की आशंका होगी न शत्रुता न संग्रह न हिंसा वात्सल्य प्रकट करना समाज संस्था स्वार्थ चेतना