कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म श्रीकृष्ण हैं भारतीय संस्कृति के महानायक August 24, 2016 / August 24, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग सभ्यता और संस्कृति की विकास यात्रा का एक नाम है श्रीकृष्ण। वे हमारी संस्कृति के एक अद्भुत नायक हैं। उन्होंने मनुष्य जाति को नया जीवन-दर्शन दिया। जीने की शैली सिखलाई। उनकी जीवन-कथा चमत्कारों से भरी है, लेकिन वे हमें जितने करीब लगते हैं, उतना और कोई नहीं। वे ईश्वर हैं पर उससे भी […] Read more » Featured Shri krishan janmashtami जन्माष्टमी भारतीय संस्कृति के महानायक श्रीकृष्ण श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव
जन-जागरण समाज सफल जीवन के लिये विश्वास से भरा मन जरूरी August 23, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग- हम जीवन खुशनुमा तभी बना सकते हैं जब हमारा जिन्दगी के प्रति सकारात्मक नजरिया होता है। हर व्यक्ति की यह स्वाभाविक प्रवृत्ति है कि वह अपने जीवन में सफलता की उच्चतम ऊंचाइयों को छूना चाहता है। उसकी यह नैसर्गिक आकांक्षा होती है कि उसे मनचाही वस्तु मिले, मनचाहा पद मिले, मनचाहा जीवन साथी […] Read more » Featured विश्वास से भरा मन जरूरी सफल जीवन
विविधा कलिखो पुल की आत्महत्या से जुड़े सवाल August 10, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल की जिन परिस्थितियों में आत्महत्या की घटना सामने आयी है, वह दुखद तो है ही, उसने अनेक प्रश्न खड़े कर दिये हैं। राजनीति की दूषित हवाओं ने न केवल आम-आदमी को बल्कि सत्ता शीर्ष पर बैठे लोगों को भी इस तरह की घटनाओं के लिये विवश […] Read more » Featured suicide of Kalikho Pul अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल कलिखो पुल
बच्चों का पन्ना समाज हम क्यों नहीं बन सकते जीनियस ? August 8, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग – एक सूफी कहावत है कि खुद को बेहतर बनाना ही, बेहतर गांव, बेहतर शहर, बेहतर देश और बेहतर दुनिया बनाने की ओर पहला कदम होता है।’ चाहता तो हर कोई बेहतर करना ही है, लेकिन बेहतर करने के लिये सबसे पहले इस बात की जरूरत है कि वह अपने आपको गंभीरता से […] Read more » how to become genius बन सकते जीनियस
लेख नये सपने बुनकर स्वतंत्रता को सार्थक दिशा दें August 6, 2016 / August 6, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग पन्द्रह अगस्त हमारे राष्ट्र का गौरवशाली दिन है, इसी दिन स्वतंत्रता के बुनियादी पत्थर पर नव-निर्माण का सुनहला भविष्य लिखा गया था। इस लिखावट का हार्द था कि हमारा भारत एक ऐसा राष्ट्र होगा जहां न शोषक होगा, न कोई शोषित, न मालिक होगा, न कोई मजदूर, न अमीर होगा, न कोई गरीब। […] Read more » independence आजादी के 69 वर्ष स्वतंत्रता
विविधा बुलन्दशहर से जुड़े सवालों के जबाव चाहिए August 2, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में नेशनल हाइवे पर गैंगरेप का बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है। कार में सवार परिवार को बंधक बनाकर वहशी दरिंदो ने मां और बेटी को हवश का शिकार बनाया है। सामूहिक दुष्कर्म की यह खौफनाक घटना कानून के शासन को कलंकित करने और सभ्य समाज को लज्जित करने […] Read more » Featured gang rape in Bulandshahar उत्तर प्रदेश नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो नेशनल हाइवे पर गैंगरेप बुलंदशहर बुलंदशहर में नेशनल हाइवे पर गैंगरेप सामूहिक दुष्कर्म
राजनीति लोकतांत्रिक इतिहास की दुखद घटना July 30, 2016 | 2 Comments on लोकतांत्रिक इतिहास की दुखद घटना – ललित गर्ग – यह अपने आपमें लोकतंत्र के इतिहास की एक आश्चर्यकारी दुखद घटना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगा रहे हैं कि वे उनकी हत्या भी करवा सकते हैं। केजरीवाल का बयान आम-आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए वीडियो-संदेश के रूप में सामने आया है। केजरीवाल […] Read more » aligation by Arvind Kejriwal on Narendra Modi Featured अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र की अवमानना लोकतांत्रिक इतिहास की दुखद घटना संवैधानिक अधिकार
जन-जागरण विविधा नौजवान देखें नये समाज निर्माण का स्वप्न? July 30, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग सारी दुनिया प्रतिवर्ष 12 अगस्त को अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाती है। सन् 2000 में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन आरम्भ किया गया था। यह दिवस मनाने का मतलब है कि पूरी दुनिया की सरकारें युवा के मुद्दों और उनकी बातों पर ध्यान आकर्षित करे। न केवल सरकारें बल्कि आम-जनजीवन में भी युवकोें की […] Read more » अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस नौजवान युवा दिवस समाज निर्माण का स्वप्न
समाज फ्रेंडस दिवस विकास का दिशा-सूचक यंत्र है July 29, 2016 / July 29, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग – हमारे देश में अन्तर्राष्ट्रीय दिवसों का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। प्रायः हर माह का प्रथम रविवार किसी-न-किसी दिवस से जुड़ा होता है। अगस्त का प्रथम रविवार अन्तर्राष्ट्रीय फ्रेंडस दिवस के रूप में मनाया जाता है। वार्तमानिक परिवेश में मानवीय संवदेनाओं एवं आपसी रिश्तों की जमीं सूखती जा रही है ऐसे समय […] Read more » Featured Friends day फ्रेंडस दिवस
विविधा जिन्दगी कठिन है, यह मानकर ही जीना चाहिए July 27, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग जिन्दगी कठिन है। यह कठिन इसलिये है कि हम अपनी क्षमताओं को पहचानते ही नहीं। अपने आपसे रू-ब-रू नहीं होते, लक्ष्य की तलाश और तैयारी दोनों ही अधूरेपन से करते हंै। इसी कारण जीने की हर दिशा में हम औरों के मुंहताज बनते हैं, औरों का हाथ थामते हैं, उनके पदचिन्ह खोजते हैं। […] Read more » Featured जिन्दगी कठिन है
समाज त्रासद है उम्र की शाम का भयावह बनना July 23, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग पूरी दुनिया में वृद्धों का समाज बढ़ रहा है और उनकी खिलखिलाहट कम होती जा रही है। भारत सहित अगर हम दुनिया का आकलन करें तो 2050 तक दुनियाभर में साठ वर्ष की उम्र वाले लोगों की तादाद 11 से बढ़कर 22 फीसद हो जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक बुजुर्गों की आबादी […] Read more » Featured increasing old age home old age उम्र की शाम त्रासद बुजुर्गों की सुरक्षा और संरक्षण वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण विधेयक वृद्ध पीढ़ी
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म समाज के उपेक्षितों को शरण देते हैं शिव July 22, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग देवों के देव शिव की भक्ति के लिये सावण मास का विशेष महत्व है। शास्त्रों में वर्णित है कि सावन महीने में भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। इसलिए यह समय भक्तों और साधु-संतों सभी के लिए अमूल्य होता है। इस समय सृष्टि के संचालन का उत्तरदायित्व भगवान शिव ग्रहण करते हैं। […] Read more » sawan month शिव समाज के उपेक्षितों को शरण देते हैं