धर्म-अध्यात्म आधुनिक संसार शिक्षित होकर भी कर्म-फल विधान से अपरिचित है February 27, 2025 / February 27, 2025 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य वर्तमान युग में ज्ञान व विज्ञान विकास एवं उन्नति के शिखर पर कहे जाते हैं। यह बात भौतिक विद्याओं पर ही लागू कही जा सकती है। विज्ञान की इस उन्नति में मनुष्य को आध्यात्मिक ज्ञान से विमुख व दूर किया है। मनुष्य संसार में उत्पन्न होते हैं व अपनी अपनी बड़ी […] Read more » कर्म-फल विधान
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज ने देश-धर्म-संस्कृति को क्या योगदान किया? August 19, 2024 / August 19, 2024 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। यह ऐतिहासिक तथ्य है कि महाभारत युद्ध के बाद तेजी से देश व इसकी प्राचीन वैदिक धर्म एवं संस्कृति की अवनति हुई। वेद व वेदों का ज्ञान लुप्त होता रहा और देश में अज्ञान, अन्धविश्वास, मिथ्या परम्परायें एवं कुप्रथायें प्रचलित होती रहीं। देश व समाज में घोर अविद्या के काल […] Read more »
चिंतन धर्म-अध्यात्म लेख जो मनुष्य नम्रतापूर्वक वैदिक विधि से ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना और उपासना करता है वह सर्वदा आनन्द में रहता है : स्वामीयज्ञमुनि May 17, 2024 / May 17, 2024 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य स्वामी यज्ञमुनि जी ने श्रोताओं को स्मरण कराते हुए कहा कि ऋषि दयानन्द ने कहा है कि हम सर्वदा आनन्द में रहें। उन्होंने पूछा कि कौन सर्वदा आनन्द में रहता है? इसका उत्तर देते हुए उन्होंने बताया कि जो मनुष्य नम्रतापूर्वक वैदिक विधि से ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना और उपासना करता […] Read more » prays and worships God in the Vedic manner always remains happy: Swamiyagyamuni The person who humbly praises
लेख शख्सियत अद्वितीय महापुरुष महर्षि दयानन्द February 12, 2024 / February 12, 2024 | Leave a Comment महर्षि के 200वें जन्मदिवस पर सादर नमन -मनमोहन कुमार आर्य जब हम ऋषि दयानन्द जी के जीवन पर दृष्टि डालते हैं तो पाते हैं कि ऋषि दयानन्द का जन्म ऐसे समय हुआ जब हमारा प्रिय भारतवर्ष–आर्यावर्त देश अविद्या के अन्धकार में डूबा हुआ था तथा विदेशियों का दास वा गुलाम था। ऋषि दयानन्द जी […] Read more » Unique great man Maharishi Dayanand
लेख संसार के पदार्थों में जो सुख होता है वह स्थाई व भविष्य में हर समय रहने वाला नहीं होता : आचार्य अनुज शास्त्री January 29, 2024 / January 29, 2024 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य आचार्य अनुज शास्त्री जी ने कहा कि मनुष्य को मोक्ष, सुख व आनन्द की प्राप्ति के लिए कुछ विशेष कर्म करने होते हैं। नचिकेता का एक वर यह था कि मनुष्य की आत्मा का जन्म व मृत्यु एवं पुनर्जन्म होता है अथवा नहीं। इस ज्ञान-विज्ञान को नचिकेता ने यमाचार्य जी से […] Read more » संसार के पदार्थों में जो सुख
चिंतन धर्म-अध्यात्म लेख विश्व में वेदों के प्रचार का श्रेय ऋषिदयानन्द और आर्यसमाज को है January 3, 2024 / January 3, 2024 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व हुए महाभारत युद्ध के बाद वेदों का सत्यस्वरूप विस्मृत हो गया था। वेदों के सत्य अर्थों के विलुप्त होने के कारण ही संसार में मिथ्या अन्धविश्वास तथा पक्षपात व दोषपूर्ण सामाजिक व्यवस्थायें फैली हैं। इससे विद्या व ज्ञान में न्यूनता तथा अविद्या व अज्ञानयुक्त मान्यताओं में […] Read more » वेदों के प्रचार का श्रेय ऋषिदयानन्द
लेख प्रसिद्ध भजनोपदेशकपं. ओम्प्रकाशवर्माजी का सम्पूर्ण ऋग्वेद कण्ठस्थ किए हुए एक सनातनी विद्वान विषयक महत्वपूर्ण संस्मरण December 21, 2023 / December 21, 2023 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, पं. ओम्प्रकाश वर्मा जी आर्यसमाज के सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक थे। विगत वर्ष उनका देहावसान हुआ है। उनकी धर्मपत्नी एवं परिवार के सदस्य हरयाणा के यमुनानगर में निवास करते हैं। वर्मा जी ने यमुनानगर के प्रसिद्ध विद्वान पं. इन्द्रजित् देव जी को अपने जीवन के कुछ महत्वपूर्ण संस्मरण सुनाये व लिखाये थे। उन […] Read more » a Sanatani scholar who had memorized the entire Rigveda. Famous hymn preacher Pt. Important memoir of Omprakashvarmaji
लेख वेद एवं सत्यार्थप्रकाश July 19, 2023 / July 19, 2023 | Leave a Comment ओ३म् –मनमोहन कुमार आर्य वेद सृष्टि के आद्य अर्थात् सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं। शास्त्रीय परम्परा में वेदों को ईश्वर का नित्य ज्ञान कहा गया है जिसमें न कभी, पूरी सृष्टि अवधि में, कमी होती है न वृद्धि होती हैं क्योंकि वह अन्तिम एवं पूर्ण हैं। वेदों का अध्ययन कर जब परीक्षा करते हैं तो […] Read more » Vedas and Satyarth Prakash
धर्म-अध्यात्म यज्ञ करने वाला व्यक्ति कभी निर्धन नहीं होताः आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री July 17, 2023 / July 17, 2023 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य आज रविवार दिनांक 16-7-2023 को आर्यसमाज, धामावाला-देहरादून के सत्संग में यज्ञ, भजन, सामूहिक प्रार्थना एवं वैदिक विद्वान आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री, सहारनपुर का व्याख्यान हुआ। सत्संग प्रातः 8.00 बजे से आरम्भ होकर दो घंटे बाद 10.00 बजे समाप्त हुआ। अपने व्याख्यान में आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री जी ने कहा कि संसार में चारों […] Read more » The person who performs Yagya never becomes poor: Acharya Virendra Shastri
धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज के भजनोपदेशक देश भर में जाकर ऋषि दयानन्दका सन्देश पहुंचाते हैं: स्वामी आर्यवेश July 10, 2023 / July 10, 2023 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यश्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्योतिर्मठ गुरुकुल, पौंधा-देहरादून में आज शुक्रवार, दिनाक 7-7-2023 को स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती जी का 76वां जन्म दिवस श्रद्धा के वातारण में स्वामी जी उपस्थिति, गुरुकुल के समस्त ब्रह्मचारियों, भारतीय आर्य भजनोपदेशक परिषद, दिल्ली के पदाधिकारियों एवं सदस्यों सहित स्थानीय अतिथियों की उपस्थिति में आयुष्काम-यज्ञ, भजन, व्याख्यान एवं प्रीति-भोज आदि के […] Read more »
चिंतन धर्म-अध्यात्म ब्रह्मचर्यादि चार आश्रमों में गृहस्थ आश्रम ही ज्येष्ठ है July 4, 2023 / July 4, 2023 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य वैदिक धर्म वह धर्म है जिसका आविर्भाव ईश्वर प्रदत्त ज्ञान ‘वेद’ के पालन व आचरण से हुआ है। वैदिक धर्म के अनुसार मनुष्य को ईश्वर प्रदत्त शिक्षाओं को ही मानना व आचरण करना होता है। ऐसे ग्रन्थ वेद हैं जिसमें परमात्मा के सृष्टि की आदि में दिए गये सभी वचन व […] Read more »
चिंतन धर्म-अध्यात्म दीपक की तरह ऋषि दयानन्द ने वेदज्ञान का प्रकाश विश्व में फैलायाः स्वामी योगेश्वरानन्द सरस्वती July 3, 2023 / July 3, 2023 | Leave a Comment आर्यसमाज, धामावाला-देहरादून के साप्ताहिक सत्संग में आज दिनांक 2-7-2023 को प्रातः 8.00 बजे से समाज के पुरोहित पं. विद्यापति शास्त्री के पौरोहित्य में यज्ञशाला में यज्ञ हुआ। यज्ञ के बाद शास्त्री जी ने एक भजन प्रस्तुत किया जिसके बोल थे ‘विषयों में फंस कर बन्दे हुआ तू बेखबर है, मानव का चोला पाया न […] Read more » Rishi Dayanand spread the light of knowledge of Vedas in the world: Swami Yogeshwaranand Saraswati