समाज परिवार के सदस्य अस्थाई होने के कारण कभी भी साथ छोड़ सकते हैं March 23, 2020 / March 23, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य सामाजिक प्राणी है। समाज में हम जिन लोगों से परिचित हैं वह सभी वर्तमान में अपनी–अपनी आयु के किसी चरण या सोपान पर है। मनुष्य की भी एक औसत आयु है तथा इसी प्रकार से अन्य प्राणियों की भी अधिकतम आयु होती है। मनुष्य की अधिकतम आयु एक सौ वर्ष […] Read more » family Family members can leave anytime due to being temporary
धर्म-अध्यात्म संसार को बनाने व पालन करने वाली सत्ता ईश्वर ही सबकी उपासनीय है March 20, 2020 / March 20, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य संसार में माता–पिता से एक शिशु के रूप में जन्म लेता है। वह पहली बार जब आंखे खोलता है तो शायद अपनी माता को अपनी आंखों के सम्मुख देखता है। माता के बाद वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों यथा पिता व भाई–बहिनों सहित दादा व दादी आदि को देखता […] Read more » The power to create and follow the world is worshiped by God ईश्वर
धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज विश्व की प्रथम संस्था है जो संगठित वेदप्रचार से विश्व में शान्ति स्थापित होना स्वीकार करती है March 18, 2020 / March 18, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य आर्यसमाज वेदों के मर्मज्ञ विद्वान ऋषि दयानन्द सरस्वती द्वारा दिनांक 10 अप्रैल, 1875 को मुम्बई में स्थापित वह संस्था है जो आज प्रायः पूरे विश्व में जानी पहचानी होने सहित सक्रियरूप से कार्यरत है। आर्यसमाज की स्थापना से पूर्व ऋषि दयानन्द (1825-1883) ने देश के अनेक भागों में जाकर वेद की […] Read more » वेदप्रचार
धर्म-अध्यात्म मनुष्य का कर्तव्य मननपूर्वक सत्य मार्ग का अनुसरण करना है March 18, 2020 / March 18, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। मनुष्य को मनुष्य इस लिये कहा जाता है कि वह अपने सभी काम मनन करके करता है। जो मनुष्य बिना मनन के कोई काम करता है तो उसे मूर्ख कहा जाता है। मनन करने के लिये यह आवश्यक होता है कि हम भाषा सीखें एवं ज्ञान अर्जित करें। भाषा से […] Read more » र्वक सत्य मार्ग का अनुसरण
धर्म-अध्यात्म संसार का स्वामी दुष्कर्म करने वाले सभी पापियों को यथोचित दण्ड देता है March 14, 2020 / March 14, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हमारा यह ब्रह्माण्ड स्वयं नहीं बना। संसार की कोई भी उपयोगी वस्तु स्वतः नहीं बनती अपितु इन्हें कुछ ज्ञान-विज्ञान से पूर्ण मनुष्यों द्वारा उत्पन्न किया जाता है। किसी भी वस्तु की रचना के तीन प्रमुख कारण होते हैं। प्रथम कारण चेतन निमित्त कर्ता हुआ करता है। दूसरा प्रमुख कारण उपादान कारण […] Read more » The lord of the world punishes all sinners who commit misdeeds यथोचित दण्ड
धर्म-अध्यात्म मनुष्य का कर्तव्य धर्म पालन सहित सरकार के अच्छे कार्यों का समर्थन है March 13, 2020 / March 13, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य परमात्मा ने हमारे पूर्वजन्म के कर्मों के आधार पर हमें इस जन्म में मनुष्य बनाया है। हम सब अपनी अपनी आयु के कुछ सोपान पार चुके है। जीवन का जो समय बीत गया वह वापिस नहीं आ सकता परन्तु जो वर्तमान व भविष्य का समय है उस पर विचार व चिन्तन […] Read more » धर्म पालन
धर्म-अध्यात्म मत-मतान्तरों की सत्यासत्य मान्यताओं का बिना परीक्षा किये आचरण करना उचित नहीं March 12, 2020 / March 12, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य सृष्टि में मनुष्य जाति का आरम्भ वर्तमान समय से 1.96 अरब वर्ष पूर्व ईश्वर द्वारा सृष्टि रचना पूर्ण कर अमैथुनी सृष्टि में मनुष्य आदि सभी प्राणियों को उत्पन्न करने पर हुआ। सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य एवं अंगिरा आदि को एक एक वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, […] Read more » आचरण
विश्ववार्ता हम सुरक्षित हो सकते हैं यदि हम अपनी रक्षा के सभी संभव उपाय करें March 9, 2020 / March 9, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह अकेला रहकर जीवनयापन नहीं कर सकता। उसे समान विचारों तथा अपने शुभचिन्तकों की आवश्यकता होती है जो उसकी चिन्ता करें, उससे प्रेम करें व उससे स्नेह करें। ऐसे वातावरण में ही मनुष्य सुरक्षित रह सकता है। आज के संसार की विडम्बना यह है कि ज्ञान […] Read more » how we can be safe We can be safe if we take all possible measures to protect ourselves सुरक्षित
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द न आये होते तो आर्य-हिन्दू अत्यन्त दुर्दशा को प्राप्त होते March 7, 2020 / March 7, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य की पहचान व उसका महत्व उसके ज्ञान, गुणों, आचरण एवं व्यवहार आदि से होता है। संसार में 7 अरब से अधिक लोग रहते हैं। सब एक समान नहीं है। सबकी आकृतियां व प्रकृतियां अलग हैं तथा सबके स्वभाव व ज्ञान का स्तर भी अलग है। बहुत से लोग अपने ज्ञान […] Read more » Rishi Dayanand ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म राम का वनगमन से पूर्व अपने पिता दशरथ व माता से प्रशंसनीय संवाद March 6, 2020 / March 6, 2020 | Leave a Comment रामजन्म रामनवमी 2 अप्रैल पर -मनमोहन कुमार आर्य राम को हमारे पौराणिक बन्धु ईश्वर मानकर उनकी मूर्तियों की पूजा अर्थात् उनको सिर नवाते हैं और यत्रतत्र समय-समय पर राम चरित मानस का पाठ भी आयोजित किया जाता है। वाल्मीकि रामायण ही राम के जीवन पर आद्य महाकाव्य एवं इतिहास होने सहित प्रामाणिक ग्रन्थ है। […] Read more » -रामजन्म रामनवमी 2 अप्रैल ramnavami राम का वनगमन
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना वैदिकधर्म और संस्कृति की रक्षा, प्रचार और उन्नति के लिये की थी March 5, 2020 / March 5, 2020 | Leave a Comment -आर्यसमाज के स्थापना दिवस 10 अप्रैल पर- -मनमोहन कुमार आर्य संसार में अनेक मत–मतान्तर एवं संस्थायें हैं जो अतीत में भिन्न–भिन्न लोगों द्वारा स्थापित की गई हैं व अब की जाती हैं। इन संस्थाओं को स्थापित करने का इसके संस्थापकों द्वारा कुछ प्रयोजन व उद्देश्य होता है। सभी लोग पूर्ण विज्ञ वा आप्त पुरुष […] Read more » Aryasamaj Aryasamaj was founded by sage Dayanand for the protection propagation and advancement of Vedic religion and culture. Rishi Dayanand ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म अपने देश व देशवासियों से प्रेम न करने वाला व्यक्ति सच्चा धार्मिक नहीं होता March 5, 2020 / March 5, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य संसार में जितने मनुष्य हैं व अतीत में हुए हैं वह सब किसी देश विशेष में जन्में थे। उनसे पूर्व उनके माता–पिता व पूर्वज वहां रहते थे। जन्म लेने वाली सन्तान का कर्तव्य होता है कि वह अपने जन्म देने वाले माता–पिता का आदर व सत्कार करे। मातृ देवो भव, पितृ […] Read more » A person who does not love his country or countrymen is not truly religious धार्मिक