चिंतन धर्म-अध्यात्म “सनातन वैदिक धर्म और इतर मत-मतान्तर” July 22, 2019 / July 22, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हमारा वर्तमान संसार अथवा ब्रह्माण्ड 1.96 अरब वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया है। इससे पूर्व लगभग 52 लाख वर्षों में परमात्मा ने ब्रह्माण्ड को प्रकृति नामक सूक्ष्म उपादान कारण से बनाया था। प्रकृति जड़ पदार्थ है जिसमें सत्व, रज व तम गुणों की साम्यावस्था होती है। इस साम्यावस्था को ईश्वर अपनी […] Read more » Dharma and Other Opinions Sanatan Vedic
चिंतन लेख “हमारे जन्म का कारण क्या है?” July 22, 2019 / July 22, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हर कार्य का कारण हुआ करता है। इसी प्रकार हमारे जन्म का भी कारण अवश्य ही कोई है। इस पर विचार करते हैं। हमें इस जन्म में मनुष्य जन्म मिला है। इस मनुष्य जन्म की विशेषता हमारा मानव शरीर है जिसमें पांच ज्ञान और पांच कर्म इन्द्रियां हैं। इन इन्द्रियों से […] Read more » birth reason what are reason for our birth
चिंतन धर्म-अध्यात्म “वेदों का प्रवेश द्वार ऋषि दयानन्द का ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका ग्रन्थ” July 22, 2019 / July 22, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वेदों का महत्व मनुष्य-जीवन के लिये सर्वाधिक है। वेद परमात्मा की शाश्वत् वाणी है। यह वाणी ज्ञानयुक्त वाणी है जो मनुष्य जीवन की सर्वांगीण उन्नति का मार्गदर्शन करती है। वेदों के मर्मज्ञ विद्वान ऋषि दयानन्द ने कहा है कि वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है और इसका पढ़ना-पढ़ाना तथा सुनना […] Read more » Rigveda Bhavika Granth
लेख “वैदिक विधि से की गई उपासना समग्र उन्नति का आधार” July 20, 2019 / July 20, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। उपासना शब्द समीप बैठने को कहते हैं। मनुष्य किसके समीप बैठे जिससे उसे ज्ञान व सुख की प्राप्ति हो, इसका उत्तर है कि उसे सच्चरित्र विद्वानों की संगति करनी चाहिये अथवा उनके पास बैठना चाहिये। ऐसा करने से वह अपनी सभी शंकाओं का निवारण कर जीवन में ज्ञान की प्राप्ति और […] Read more » basis of overall progress vedic worship made by the Vedic system
लेख “क्या आप तीन अनादि पदार्थों को जानते हैं?” July 17, 2019 / July 17, 2019 | Leave a Comment हम संसार में जन्म लेकर आंखों से अपने सम्मुख विचित्र संसार को देखते हैं तो इसकी सुन्दरता एवं विविध पदार्थों को देखकर उन पर मुग्ध हो जाते हैं। यह संसार किससे, कब व कैसे बना? ऐसे प्रश्न बुद्धिमान व कुछ ज्ञान रखने वाले मनुष्य के मन में उपस्थित होते हैं। इसका प्रायः यही उत्तर मिलता […] Read more » eternal things three eternal things
धर्म-अध्यात्म “ईश्वर उन मनुष्यों का ही मित्र है जो जो उसकी वेदाज्ञाओं का पालन करते हैं” July 16, 2019 / July 16, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। परमात्मा ने यह चराचर जगत बनाया है। यह जगत परमात्मा ने अपनी शाश्वत प्रजा जीवों को उनके पूर्वजन्मों व पूर्वकल्पों में जीवों द्वारा किये गये उन कर्मों का सुख व दुःख रूपी फलां का भोग कराने के लिये बनाया है जिनका फल वह वृद्धावस्था व मृत्यु आने के कारण नहीं करा […] Read more » God veda
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द द्वारा किये वेद-प्रचार का महत्व और हमारा कर्तव्य” July 15, 2019 / July 15, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द ने अपना जीवन ईश्वर के सत्यस्वरूप की खोज एवं मृत्यु पर विजय पाने के उपायों को जानने के लिये देश के अनेक स्थानों पर जाकर विद्वानों की संगति व दुर्लभ पुस्तकों के अध्ययन में बिताया था। इस प्रयोजन के लिये ही उन्होंने अपने माता-पिता सहित बन्धु-बान्धवों, कुटुम्बियों व जीवन […] Read more » Importance of Ved Rishi Dayanand sage dayanand Ved Promotions
धर्म-अध्यात्म “वैदिक धर्म की प्रातः सायं सन्ध्या की परम्परा सबके लिये शिक्षाप्रद” July 15, 2019 / July 15, 2019 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक धर्म एवं अन्य मतों में अनेक अन्तर है। वैदिक धर्म ईश्वर प्रदत्त धर्म है जबकि अन्य धार्मिक संगठन व संस्थायें, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय, धर्म न होकर मत व मजहब आदि हैं। मत कहते हैं जिसे कोई मनुष्य आरम्भ करता व चलाता है। मत मनुष्य से ही चलता भले ही कोई […] Read more »
चिंतन धर्म-अध्यात्म “विश्व में ईश्वरीय ज्ञान वेद का सच्चा धारक, प्रचारक एवं रक्षक एकमात्र आर्यसमाज है” July 12, 2019 / July 12, 2019 | 2 Comments on “विश्व में ईश्वरीय ज्ञान वेद का सच्चा धारक, प्रचारक एवं रक्षक एकमात्र आर्यसमाज है” -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। क्या परमात्मा है? क्या वह ज्ञान से युक्त सत्ता है। क्या उसने सृष्टि की आदि में मनुष्यों को ज्ञान दिया है? यदि वह ज्ञान देता है तो वह ज्ञान उसने कब किस प्रकार से मुनष्यों को दिया था? इन प्रश्नों पर विचार करने पर उत्तर मिलता है कि परमात्मा का अस्तित्व […] Read more » Divine knowledge Knowledge vedas Publicist and protector
धर्म-अध्यात्म “आर्यसमाज के विद्वानों, नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को निःस्वार्थ भाव एवं निर्भीकतापूर्वक वेदों का प्रचार करना चाहिये” July 11, 2019 / July 11, 2019 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। महर्षि दयानन्द के आगमन से लोगों को यह ज्ञात हुआ कि विद्या व ज्ञान भी सत्य एवं असत्य दो प्रकार का हो सकता है। हम बचपन में माता-पिता द्वारा की जाने वाली मूर्तिपूजा एवं अल्पज्ञ मनुष्यों द्वारा रचित प्रार्थनाओं व आरती आदि करते थे। ऋषि दयानन्द के ग्रन्थों के स्वाध्याय एवं […] Read more » Aryasamaj promote vedas selflessly
लेख “ऋषि दयानन्द द्वारा दिए सभी उपदेशों का संग्रह न होना मन में खटकता है” July 10, 2019 / July 10, 2019 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द को अपनी आयु के चौदहवें वर्ष में मूर्तिपूजा की विश्वसनीयता अथवा उसकी महत्ता पर शंका हुई थी जिसका समाधान उनके पिता व अन्य पण्डितगण नहीं कर सके थे। उसके कुछ समय बाद उनकी बहिन व चाचा की मृत्यु ने उनमें वैराग्य भाव को जन्म दिया और वह ईश्वर विषयक […] Read more » life lessons Rishi Dayanand sage dayanand teachings
लेख “ऋषि दयानन्द का महत्वपूर्ण कार्य धर्म, अधर्म आदि लगभग 51 विषयों को परिभाषित करना” July 9, 2019 / July 9, 2019 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। धर्म क्या है, धर्म क्या नहीं है सहित ईश्वर, जीव, प्रकृति आदि से सम्बन्धित अनेक ऐसे विषय हैं जिनके बारे में देश व विश्व के लोगों को ज्ञान नहीं है। इन सब विषयों को किसी एक छोटी सी पुस्तक में परिभाषित करने का काम हमारी जानकारी में ऋषि दयानन्द से पूर्व […] Read more » Define 51 Subjects Important work religion Rishi Dayanand Unrighteousness