राजनीति मैडम महबूबा ! राजनीति नहीँ कश्मीर की सोचिए February 8, 2018 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राजनीति क्यों और किसके लिए होनी चाहिए। उसका उद्देश्य क्या होना चाहिए । राजनीति में नीति के साथ उसका धर्म और समावेशी सामाजिक विकास के साथ राष्ट्रीयहित शामिल होना चाहिए। लेकिन आज़ की राजनीति वैचारिक अकाल से जूझ रही है । उसकी सार्वभौमिकता सिकुड़ गई है । दृष्टिकोण सामरिक होने के बजाय दल, जाति […] Read more » Featured कश्मीर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती महबूबा महबूबा मुफ़्ती मैडम महबूबा राजनीति
विविधा भीमा गाँव की हिंसा भारत को बाँटने की साजिश ? January 4, 2018 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल हिंदुस्तान से अंग्रेज़ विदा हो गए , लेकिन फूट डालो और राज करो का बीज़ जो उन्होंने बोया था। वह आज़ पूरे भारत में बिखर कर विशाल वटवृक्ष बन गया। जिसकी वजह से हमारा समाज जाति , धर्म , भाषा , नस्लवाद और दलित, अगडे, पिछड़े , हिंदुत्व और इस्लाम में विभाजित है […] Read more » Bhima village violence conspiracy to divide India Featured उमर खालिद कांग्रेस जिग्नेश मेवानी भारत को बाँटने की साजिश भीमा गाँव की हिंसा राहुल गांधी
राजनीति गुजरात की प्रयोग शाला में विफल राहुल का हिंदुत्व December 19, 2017 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राजनीतिक लिहाज से अहम गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजों की तस्वीर साफ हो चली है । परिणाम बहुत अप्रत्याशित नहीँ हैं । हिमाचल पर यह बात पहले से साफ रही कि वहाँ भाजपा की सरकार बनेगी और काँग्रेस को सत्ता विरोध का सामना करना पड़ सकता है । गुजरात में भी […] Read more » Featured गुजरात राहुल का हिंदुत्व
राजनीति राजनीति में भाषायी चरित्र का उभरता सवाल December 14, 2017 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल जब हम स्कूल के दिनों में छोटी कक्षा में पढ़ते थे , उस दौरान अँग्रेजी की किताब में एक कहानी थी ” स्काई ईज फालिंग” यानी आकाश गिर रहा है । इस अँग्रेजी कहानी के किरदार में कॉकी , लॉकी और डॉकी – लॉकी मुर्गियाँ थी । उन्होंने आकाश गिरने की अफवाह अपने […] Read more » Featured राजनीति में भाषायी चरित्र
व्यंग्य साहित्य हमारा लोकतंत्र और बेचारे गधे December 10, 2017 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल सुबह सो कर उठा तो मेरी नज़र अचानक टी टेबल पर पड़े अख़बार के ताजे अंक पर जा टिकी । जिस पर मोटे – मोटे अक्षरों में लिखा था ” गधों की हड़ताल” अख़बार के सम्पादक जी कि कृपा से यह खबर फ्रंट पेज की लीड स्टोरी बनी थी। स्वर्णाक्षरों में कई […] Read more » Featured लोकतंत्र
समाज स्वास्थ्य-योग भारत में समाजिक त्रासदी है एड्स December 2, 2017 / December 2, 2017 | Leave a Comment विश्व एड्स दिवस 1 दिसम्बर पर विशेष प्रभुनाथ शुक्ल एड्स दुनिया में आज़ भी किसी महामारी से कम नहीँ है । भारत के साथ वैश्विक देशों के लिए भी यह सामजिक त्रासदी और अभिशाप है । लोगों को इस महामारी से बचाने और जागरुक करने के लिए 1 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस […] Read more » aids एड्स विश्व एड्स दिवस
राजनीति राहुल गाँधी को लेना होगा दादी इंदिरा का गुरुमंत्र November 29, 2017 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल काँग्रेस एक नई उम्मीद और भरोसे के साथ पार्टी नेतृत्व की जिम्मेदारी चौथी पीढ़ी के युवराज राहुल गाँधी के कंधे पर देने जा रही है । अभी तक पार्टी में दूसरी पायदान के नेता रहे राहुल गाँधी पहली पंक्ति में अधिक जवाबदेही के साथ पार्टी की कमान सम्भलने जा […] Read more » राहुल गांधी
विविधा अयोध्या पर क्या मंजूर है शिया वफ्फ का फैसला ! November 23, 2017 / November 23, 2017 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल अयोध्या में राममन्दिर निर्माण पर दोनों पक्षकारों और समुदाय के बीच धर्मगुरु और आर्ट्सआफ लीवींग के संस्थापक श्री- श्री रविशंकर जी और शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की पहल कितनी कामयाब होगी अभी कहना मुश्किल है । लेकिन इस प्रयास का स्वागत किया जाना चाहिए। क्योंकि श्री के पास जहाँ इस […] Read more » Featured अयोध्या इलाहाबाद हाईकोर्ट बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि राममंदिर राममंदिर निर्माण वसीम रिजवी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड श्री- श्री रविशंकर जी हिंदू-मुस्लिम पक्षकार
पर्यावरण विविधा दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का जिम्मेदार कौन ? November 13, 2017 / November 23, 2017 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल दिल्ली की आबोहवा दमघोंटू हो चुकी है। सांस लेना भी मुश्किल हो चला है। हमारे लिए यह कितनी बड़ी बिडंबना है। जहरीली होती दिल्ली हमारे लिए बड़ा खतरा बन गई है। पर्यावरण की चिंता किए बगैर विकास का सिद्धांत मुश्किल में डाल रहा है। यह पूरी मानव सभ्यता के लिए चिंता का विषय […] Read more » Featured pollution in Delhi दिल्ली दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण