राजनीति राजनीति का शिकार न हो जाए एकलव्य February 7, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment विनोद उपाध्याय एकलव्य हूँ मैं ढूँढ़ता हे द्रोण कहाँ हो , एकाकी शर संधान से हे तात ! उबारो। प्रश्न नहीं मेरे लिये बस एक अंगूठा , कर लिये कृपाण हूँ लो हाथ स्वीकारो। है चाह नहीं देव ! अर्जुन की धनुर्धरता , एकलव्य ही संतुष्ट मैं बस शिष्य स्वीकारो। श्रीकांत मिश्र कांत की पंक्तियां […] Read more » Madhya pradesh एकलव्य आवासीय विद्यालय मध्यप्रदेश
विविधा नोट उगलती तिजोरियां और मरते किसान February 5, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment रवीन्द्र जैन मध्यप्रदेश में किसान पुत्र की सरकार में यह क्या हो रहा है? कर्ज से लदे किसान आत्महत्या कर रहे हैं और नेताओं अफसरों और उनके रिश्तेदारों की तिजोरियां नोट और सोना उगल रहीं हैं। राम के आदर्श और पं. दीनदयाल उपाध्याय के संदेश को लेकर सत्ता में आई भाजपा के शासनकाल में भ्रष्टाचार […] Read more » SUICIDING FARMERS किसान आत्महत्या मध्यप्रदेश
राजनीति राजनेता नहीं चाहते चुनाव सुधार! February 5, 2011 / December 15, 2011 | 2 Comments on राजनेता नहीं चाहते चुनाव सुधार! संजय सक्सेना हिन्दुस्तान की जनता वर्षों से चुनाव प्रक्रिया में सुधार का सपना पाले हुए है। उसे इस बात का हमेशा रंज और गम रहता है कि हमारे राजनेताओं ने लोकतंत्र को लूटतंत्र बना कर रख दिया है। राजनेताओं की छवि जनमानस में कैसी है यह बात किसी से छिपी नहीं है,लेकिन हमारे नेताओं पर […] Read more » POLITICAL PARTIES DONT WANT REFORM IN ELECTION राजनेता नहीं चाहते चुनाव सुधार
कविता कविता/ तलाश February 5, 2011 / December 15, 2011 | 1 Comment on कविता/ तलाश पाकिस्तान व चीन का हर बड़ा शहर अब हमारी तरकश की मार की पहुंच में है हमारे देश में हर साल उग आते हैं अनेकों अरबपति सासंदों की आय हो जाती है हर साल दोगुना एक अम्बानी अपनी पत्नी को उसके जन्म दिन पर भेंट दे देता है एक उड़नखटोला…….. चन्द्रमा पर पानी की गम्भीर […] Read more » poem कविता/ तलाश
राजनीति बसपा के दो ‘दिग्गज’ आमने-सामने February 5, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड इलाका आजकल बसपा के दो दिग्गजों के बीच वर्चस्व का अखाड़ा बना हुआ है। एक-दूसरे को नीचा दिखाने की मुहिम में लगे इन नेताओं के कारण बसपा को यहां हर तरह से नुकसान उठाना पड़ रहा है। कभी यहां कांग्रेस का परचम लहराता था,इसके बाद सपा ने यहां खूब […] Read more » giants of bspa face to face बसपा
विविधा जानने का अधिकार तो दे दिया पर जानने न दिया February 5, 2011 / December 15, 2011 | 2 Comments on जानने का अधिकार तो दे दिया पर जानने न दिया पूजा श्रीवास्तव जी हां, मैं बात कर रही हूं भारत की तीसरी क्रांति के रूप में पहचाने जाने वाले सूचना के अधिकार कानून की स्थिति की……सन् 2005 में सूचना के अधिकार कानून का बनना सुशासन के इतिहास में भले ही एक अहम पन्ना जोडता है पर अगर ये कहा जाए कि ये कानून सफल रहा […] Read more » RTI सूचना का अधिकार
विश्ववार्ता व्यक्ति – चित्र/ पाकिस्तान के उदारवादी चेहरे की मौत February 5, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment सलमान तासीर के व्यक्तित्व पर एक आलेख प्रमोद कुमार बर्णवाल १९४७ में पाकिस्तान के निर्माण के बाद से अब तक सिन्धू नदी मे बहुत सारा पानी बह चुका है लेकिन आम आदमी के विकास के बजाय वहा पर धर्मान्धता और कट्टरता बढती गयी है , जिसका शिकार अभी – अभी वहां के पन्जाब प्रान्त के […] Read more » MODERATE FACE OF pAKISTAN सलमान तासीर
प्रवक्ता न्यूज़ वर्तमान हालात और मीडिया की जिम्मेदारी February 5, 2011 / December 15, 2011 | 2 Comments on वर्तमान हालात और मीडिया की जिम्मेदारी श्याम नारायण रंगा ‘अभिमन्यु’ लोकतंत्र के तीन मुख्य स्तम्भ है विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में सर्वमान्य तरीके से प्रेस या मीडिया को स्वीकार किया गया है। वर्तमान में अगर हम सारी व्यवस्था पर नजर डालें तो पता चलता है कि लोकतंत्र के इस चौथे स्तमभ ने बाकी तीनों […] Read more » MEDIA"S RESPONSIBILITY IN present scenario मीडिया मीडिया की जिम्मेदारी वर्तमान हालात
प्रवक्ता न्यूज़ नर्मदा कुंभ का होगा निराला आगाज February 5, 2011 / December 15, 2011 | 1 Comment on नर्मदा कुंभ का होगा निराला आगाज विराग पाचपोर, नागपुर (महाराष्ट्र ) माँ नर्मदा सामाजिक कुंभ में देशभर से संत, महात्माओ एवं प्रबुद्धजनो के अलावा लगभग तीस लाख लोगों के आने की संभावना है। इसकी सुचारू व्यवस्था के लिये हजारों कार्यकर्ता कुंभ में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की व्यवस्था में लगे है । विगत 12,13 व 14 नवम्बर को मंडला में कुंभ के […] Read more » social kumbh of river Narmada माँ नर्मदा सामाजिक कुंभ
प्रवक्ता न्यूज़ सिनेमा भोजपुरी सिनेमा के पचास साल पर पटना में होगी बहस February 3, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment 16 फरवरी को भोजपुरी सिनेमा के पचास साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर एफएमसीसीए (फाउंडेशन फॉर मीडिया कल्चर एंड सिनेमा अवेयरनेस) पटना में तीन दिनों का भोजपुरी फिल्म और सांस्कृतिक समारोह आयोजित करने जा रहा है। 14, 15 और 16 फरवरी को एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट और श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित इस समारोह […] Read more » 50 years of Bhojpuri cinema भोजपुरी सिनेमा
विविधा भोपाल में अटकी इंदौर की मेट्रो February 3, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment विनोद उपाध्याय देवी अहिल्या की नगरी इंदौर का नाम देश के चुनिंदा 18 पर्यटन स्थलों में शुमार हो गया है। शहरवासियों के साथ-साथ प्रदेशवासियों के लिए भी यह खुश-खबर अवश्य है, जिससे नगर को सँवारने वाली संस्थाओं पर जवाबदारी और बढ़ गई है। इंदौर को प्रारंभिक विकास के दौर में जिन कपड़ा उद्योगों व हस्तशिल्प […] Read more » Bhopal indore metro भोपाल में अटकी इंदौर की मेट्रो
धर्म-अध्यात्म समाज धर्म और समाज में तालमेल जरूरी February 1, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment विमल कुमार सिंह पूर्ण मानव समाज, चाहे वह विश्व के किसी भी कोने में रहता हो, किसी न किसी धार्मिक विश्वास या मान्यता से अवश्य जुड़ा रहा है। यद्यपि कुछ लोग ऐसे भी रहे हैं जो धार्मिक विश्वास के सभी रूपों को नकारने में लगे रहे, परंतु इतिहास के पन्ने पलटने पर हमें ज्ञात होता […] Read more » harmony in society धर्म धर्म और समाज में तालमेल समाज में तालमेल