धर्म-अध्यात्म भारत प्रार्थना विज्ञान की प्रथम भूमि August 3, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on भारत प्रार्थना विज्ञान की प्रथम भूमि – हृदयनारायण दीक्षित भारतीय संस्कृति प्रार्थना मूलक है। समूचा ऋग्वेद प्रार्थना मूलक है, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद और उपनिषद् प्रार्थना मंत्र हैं। प्रार्थना हृदय से हृदय का संवाद है, अंतर्भाव का निवेदन है। शून्य से विराट् की वार्ता है। प्रार्थना विचार रहित वाक्य है। निर्विचार वाणी है। हृदयतंत्री का स्वर है। मौन का संगीत है म्युजिस […] Read more » Pray प्रार्थना
धर्म-अध्यात्म योगेश्वर कृष्ण की ऐतिहासिकता July 30, 2010 / December 22, 2011 | 3 Comments on योगेश्वर कृष्ण की ऐतिहासिकता – हरिकृष्ण निगम क्या गीता को हमारे देश में अधिकाधिक रूप से राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जा सकता है? हम गीता क्यों पढ़ें? क्या योगिराज श्री कृष्ण का हमारी संस्कृति में इतना महत्वपूर्ण स्थान है कि उनका आदर्श हम सब के लिए अनुकरणीय है? क्या वर्तमान समय में उनके जीवन की विद्वता, वीरता, कुटनीति, योगी […] Read more » Krishna कृष्ण
विविधा धन्यवाद को धन्यवाद July 30, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on धन्यवाद को धन्यवाद – हृदयनारायण दीक्षित प्रकृति रहस्यपूर्ण है। मनुष्य प्रकृति का हिस्सा है। मनुष्य और भी रहस्यपूर्ण है। प्रकृति की गतिविधि में अनंत प्रपंच हैं। हम अपनी 5 इंद्रियों के जरिए संसार से जुड़ते हैं। पांचों इंद्रियों से प्राप्त संकेतों का साझा बोध ही हमारी बुद्धि है। बुद्धि की सीमा है। इंद्रिय बोध ही एकमेव सहारा है। […] Read more » thanks धन्यवाद
राजनीति पाटलीपुत्र में इतिहास की पुनरावृत्ति की आहट July 29, 2010 / December 23, 2011 | 5 Comments on पाटलीपुत्र में इतिहास की पुनरावृत्ति की आहट – डॉ. विनोद बब्बर इतिहास केवल सजावट की वस्तु नहीं होती क्योंकि वह अनुभव और सुखद स्मृतियों ही नहीं, खून और चित्कारों से लथपथ ऐसा दस्तावेज होता है जिसकी उपेक्षा की भारी कीमत चुकानी ही पड़ती है। यह भी सत्य है कि इतिहास अपने आपको दोहराता है। जो इतिहास के श्याह-सफेद अध्यायों से सबक नहीं […] Read more » history Patliputra इतिहास
राजनीति प्रतिबंध की मांग की नई राजनीति July 29, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on प्रतिबंध की मांग की नई राजनीति – हरिकृष्ण निगम आज से लगभग चार वर्ष पूर्व मुंबई विद्यापीठ के कालीना परिसर में वर्षीय वयोवृद्ध एवं वरिष्ठ अधिवक्ता की अस्वतंत्रता पर इस लेखक को उनका संवैधानिक प्रावधानों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस लेखक को उनका तर्कपूर्ण एवं विवेचनात्मक भाषण सुनने का अवसर मिला था। इस बात का उस समय अनुमान नहीं था […] Read more » politics राजनीति
समाज ऑनर किलिंग और खाप पंचायत July 29, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on ऑनर किलिंग और खाप पंचायत – अखिलेश आर्येन्दु खाप पंचायतों का केंद्र सरकार से हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 5 को बदलने के मांग को कानून मंत्री वीरप्पा मोइली द्वारा खारिज कर दिया गया। इसके बावजूद पंचायतें बराबर हरियाणा सरकार पर इस अधिनियम में बदलाव करने की मांग पर अड़ी हुई हैं। केंद्र सरकार का मानना है कि खाप पंचायतों […] Read more » Khap Panchayat ऑनर किलिंग खाप पंचायत
समाज जातिय आधारित जनगणना अर्थात समाज तोड़ अभियान July 29, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on जातिय आधारित जनगणना अर्थात समाज तोड़ अभियान – लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल 2011 के जनगणना में जातिय सूचनाएं भी संकलित की जाए इसके लिए विपक्षी दलों का दबाव पड़ रहा है। केंद्र सरकार असमंजस की स्थिति में है। क्योंकि सरकार के भीतर भी कुछ घटक या कांग्रेस के भी कुछ मंत्रियों की राय इसके समर्थन में है। इसी कारण इस विषय पर 27 […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना
विविधा वर्तमान सोच और हमारे देश की हालत July 28, 2010 / December 23, 2011 | 2 Comments on वर्तमान सोच और हमारे देश की हालत -अनिल मिस्त्री पदार्थवादी सोच और जरूरत से ज्यादा व्यावसायिक दृष्टिकोण का नजरिया है कि हमारे देश में गद्दार और लालची लोगों की भीड़ बढती जा रही है, फिर वो चाहे किसी भी क्षेत्र की बात क्यों न हो. आजकल माधुरी गुप्ता के कपड़ों और लिपस्टिक के रंग की बहुत चर्चा चल रही है. अपने देश […] Read more » India हमारे देश
धर्म-अध्यात्म भौतिक संसार के अज्ञान से मनुष्य को उबारती है श्रीमद् भगवद गीता July 26, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on भौतिक संसार के अज्ञान से मनुष्य को उबारती है श्रीमद् भगवद गीता – राजीव मिश्र श्रीमद्भगवद्गीता श्री कृष्ण तत्व दर्शन की परमात्मा संहिता है। गोबिंद का यह भगवद गीत, ब्रहम विद्या, शब्द ब्रहम का सामगान, भगवती श्रुति की संज्ञा से परिभाषित हुआ है। गोवर्धनधारी गिरिधर योगेश्वर का सहज सिध्द योगशास्त्र है। धर्म धुरंधर धर्माचार्यों ने इसे वेदमाता गायत्री मंत्र का परम रहस्य घोषित किया है। ज्ञानियों, आचार्यों […] Read more » Shrimad Bhagwatgita श्रीमद् भगवद गीता
विविधा रहस्य लंबी उम्र का July 26, 2010 / December 23, 2011 | 7 Comments on रहस्य लंबी उम्र का – हरिकृष्ण निगम इधर कुछ वर्षों से चाहे चिकित्सक हों या दूसरे स्वास्थ्य विशेषज्ञ या चुस्त-दुरूस्त रखने वाली दवाओं या टॉनिकों के निर्माताओं के सम्मोहक विज्ञापन अथवा वड़ी-बड़ी बीमा कम्पनियों के बीमांक या ‘एक्चुअरी’ जो विभिन्न आयु समूहों की औसत मृत्यु दर पर शोध के लिए मशहूर होते हैं, लगता है सिर्फ एक ही चर्चा […] Read more » Age उम्र
विविधा अहिंसा के हिंसक अनुयायी July 26, 2010 / December 23, 2011 | 7 Comments on अहिंसा के हिंसक अनुयायी – शाक्त ध्यानी गांधी अपने हीरो कभी नहीं रहे। विद्यार्थी जीवन में जब प्रत्येक छात्र अपना एक वैचारिक शरीर खड़ा कर उसे ओढ़ता है तो उसमें जीवन के प्रति चौबीस कैरेट की शुचिता होती है। वह समाज, राष्ट्र के लिये अर्पित होने को आतुर होता है, उन दिनों अपने कमरे में सुभाष, भगत सिंह और […] Read more » Violence अहिंसा हिंसा
मीडिया इंग्लैण्ड के अखबार, गांधी और भारतीय पत्रकारिता July 26, 2010 / December 23, 2011 | Leave a Comment – हृदयनारायण दीक्षित पत्रकारिता भारत में ध्येय सेवा है, पश्चिम के देशों में यह व्यापार है। बाकायदा एक पेशा है। इतिहास भी पश्चिम के देशों में राजाओं के युध्दों और शासन का विवरण है लेकिन भारत का इतिहास अनुकरणीय नायकों का इतिवृत है। भारत की लोकमत निर्माण शैली में सत्य के साथ शिवत्व-लोकमंगल के बंधन […] Read more » Journalism पत्रकारिता