वर्त-त्यौहार छठ पूजा की आस्था : सियांग से यमुना तक November 3, 2014 | Leave a Comment कई वर्षों बाद मैं भी इस बार छठ पूजा पर दिल्ली में हीं हूँ. दिल्ली के नज़ारे बहुत कुछ बदल गए है. फेसबुक पर ट्रेंड में छठ सबसे ऊपर चल रहा है. दिल्ली के उपराज्यपाल ने छठ पर एक दिवसीय अवकास की औपचारिक […] Read more » छठ पूजा की आस्था
मीडिया न्यू मीडिया : औजार या हथियार April 8, 2013 / April 8, 2013 | Leave a Comment न्यू मीडिया या मीडिया भारत के गाँव के लिए अभी भी एक नई कहानी से ज्यादा और कुछ नहीं है । आज भी मीडिया से ताल्लुकात रखने वाले लोग इसके किताबी और व्यावहारिक गुत्थियों में उलझ्तें हैं । लेकिन भारत का बहुत बड़ा तबका यानि ग्रामीण हिस्सा एक ऐसे मोड़ पर आकर खड़ा है जहाँ […] Read more »
प्रवक्ता न्यूज़ झलक पूर्वोत्तर December 28, 2012 / December 28, 2012 | Leave a Comment Proposal Read more »
व्यंग्य तुम मेरा पीठ खुजाओ, मैं तेरा पीठ खुजाता हूँ ! August 18, 2012 / August 18, 2012 | Leave a Comment राजीव पाठक आपके जीवन में भी एक ऐसा क्षण जरुर आया होगा जब आपके पीठ में बहुत तेज खुजली हो रही हो और उसे खुजाने के लिए आपका अपना हाथ काम न आये, लेकिन भगवन का शुक्र उसी समय कोई दिख जाये और वह आपके पीठ को आपके कहने पर वहीँ-वहीँ खुजा दे | आ..हा.हा…कितना […] Read more » hindi blogging हिंदी ब्लागिंग
राजनीति असम के कोकराझार दंगे का असलियत साठ साल से जिन्दा दफ़न है ! August 1, 2012 / August 1, 2012 | 1 Comment on असम के कोकराझार दंगे का असलियत साठ साल से जिन्दा दफ़न है ! राजीव पाठक असम के कोकराझार में दो सम्प्रदायों के बीच भीषण हिंसा का दौर सप्ताह भर जारी रहा | सरकार ने लगभग चालीस लोगों के मरने तथा चार लाख लोगों के बेघर होने की आशंका व्यक्त की | क्यों कि हमारे देश के प्रधानमंत्री असम से ही संसद के उपरी सदन राज्यसभा का प्रतिनिधित्व करते […] Read more » कोकराझार दंगे
समाज क्या हुआ बाद में गुवाहाटी के उस लड़की के साथ ! July 20, 2012 / July 20, 2012 | 6 Comments on क्या हुआ बाद में गुवाहाटी के उस लड़की के साथ ! राजीव पाठक गुवाहाटी में एक लड़की के साथ जो कुछ हुआ,उसके बारे में हमें मिडिया ने अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ सभी जानकारियां दी | महिला आयोग ने भी अपनी सक्रियता दिखाई | और अंततः जैसा अन्य मामलों में होता है वैसे ही समाज जाग खड़ा हुआ | लगा की अब इसके दोषियों को ऐसी […] Read more » guwahati sex scandal
विविधा बबुआ जी ! लोग भले बिहारी कहे……हम तो भारत के हैं ! July 9, 2012 / July 9, 2012 | 1 Comment on बबुआ जी ! लोग भले बिहारी कहे……हम तो भारत के हैं ! राजीव पाठक चेरापूंजी पहुँचाने से पहले ही मेरे दोस्त की नैनों कार में कुछ खराबी आ गई | काफी देर तक हम दोनों गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश में जुटे रहे | हालाँकि मुझे न तो ड्राइविंग आती थी और न ही गाड़ी के किसी कल-पुर्जे का ही मुझे ज्ञान था इसिलिय मैं तो […] Read more »
राजनीति कम्युनिस्टों के नए ब्रांड एंबेसडर:विवेकानंद June 14, 2012 / June 14, 2012 | 8 Comments on कम्युनिस्टों के नए ब्रांड एंबेसडर:विवेकानंद वैचारिक अस्पृश्यता ने दुनिया को सैकड़ों छोटे बड़े युद्ध की ज्वाला में जलाया है | सरहदों की लकीरें भी इस वैचारिक अस्पृश्यता की गवाही देती है | आज भी सामाजिक अस्पृश्यता से ज्यादा खतरनाक है तथाकथित बुद्धिजीवियों का वाद राग और उससे उपजते वैचारिक छुआ-छूत से समाज के सर्वांगीण विकास में रूकावट आना | ऐसे […] Read more » कम्युनिस्टों के नए ब्रांड एंबेसडर विवेकानंद वैचारिक अस्पृश्यता
पर्यावरण भारतीय चिंतन में पर्यावरण – राजीव पाठक June 6, 2012 / June 6, 2012 | Leave a Comment 5 जून को प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। किसी भी दिवस को मनाने की औपचारिकता को अब हम सबने अपने व्यवहार में सहजता से स्वीकार कर लिया है। कोई भी दिवस हो उसके बारे में उसी दिन गंभीरता से चिंतन, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों द्वारा जनजागरूकता अभियान का श्री […] Read more » Environment Environment in Indian Philosophy Indian Philosophy Rajeev Pathak पर्यावरण भारतीय चिंतन भारतीय चिंतन में पर्यावरण राजीव पाठक