कह-मुकरी को काव्य की मुख्यधारा में लाना है
‘कह मुकरी’ काव्य की एक ऐसी विधा है जिसका अस्तित्व भारतेंदु युग की समाप्ति और
‘कह मुकरी’ काव्य की एक ऐसी विधा है जिसका अस्तित्व भारतेंदु युग की समाप्ति और
-पीयूष द्विवेदी- अपने लगभग दस साल के कार्यकाल के दौरान ये तीसरा मौका था
पीयूष द्विवेदी नक्सल समस्या से बुरी तरह से प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में आख़िरकार पहले
पीयूष द्विवेदी ये सुखद है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन (इसरो) द्वारा किए गए वर्षों
ये सत्य ही कहा जाता है कि भारत पर्वों, व्रतों, परम्पराओं
पीयूष द्विवेदी वर्तमान समय देश में चुनावी मौसम वाला है। इस वर्ष पाँच राज्यों में
सन २००७-०८ का समय रहा होगा जब पहली बार अंतर्जाल पर सक्रिय हुआ ! लिखने-पढ़ने
आखिर सरकार द्वारा सोशल मीडिया में हस्तक्षेप करते हुए सरकारी दखल या यूँ कहें कि
हजारों सालों से चली आ रही अपनी परम्परा के गौरवशाली इतिहास के अनुरूप एकबार फिर
पियुष द्विवेदी ‘भारत’ मानव के भौतिकवादी जीवन के प्रति बढ़ते अपनत्व और उसकी प्राप्ति के
पियुष द्विवेदी ‘भारत’ ममता बनर्जी द्वारा किराने में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नीतिगत मतभेद के
पियुष द्विवेदी ‘भारत’ मेरे एक मित्र ने मुझसे कहा कि वो एक लड़की से बहुत