लेख मैं विषपान करता हूं April 7, 2025 / April 7, 2025 | Leave a Comment हर मुस्कान के पीछे,छिपा होता है एक चीखता हुआ सच।हर शब्द जो तुम पढ़ते हो,वो मैंने आँसुओं से लिखा है — स्याही से नहीं। मैं रोज़ अपने ही अंदर उतरता हूं,जहाँ उम्मीदें दम तोड़ चुकी हैं,और फिर वहां से निकालता हूंएक टुकड़ा कविता का —जिसे तुम ‘रचना’ कहते हो। ये कोई कल्पना नहीं,ये कोई सजावटी […] Read more » मैं विषपान करता हूं
पर्यावरण लेख हीटवेव: भारत के लिए बढ़ता हुआ सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट April 7, 2025 / April 7, 2025 | Leave a Comment भारत में हीटवेव अब केवल मौसमी असुविधा नहीं, बल्कि एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन चुकी है। वर्ष 2024 में हीटवेव की आवृत्ति और तीव्रता रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची, विशेषकर उत्तर-पश्चिम भारत में। अत्यधिक तापमान के कारण डिहाईड्रेशन, हीट स्ट्रोक, श्वसन व हृदय संबंधी बीमारियों में वृद्धि हुई है, जिससे बुजुर्गों, बच्चों, निम्न आय वर्ग […] Read more » Heatwaves: A growing public health crisis for India हीटवेव
लेख समाज नैतिक पतन के चलते खतरे में इंसानी रिश्ते March 31, 2025 / March 31, 2025 | Leave a Comment समाज में कितना पतन बाकी है? यह सुनकर दिल दहल जाता है कि कोई बेटा अपने ही माता-पिता की इतनी निर्ममता से हत्या कर सकता है? महिला ने जेठ के साथ मिलकर अपने दो वर्ष के बेटे को मरवा दिया। पत्नी ने प्रेमी सँग मिलकर मर्चेंट नेवी मे अफसर पति के टुकड़े-टुकड़े किये। पिता ने […] Read more » खतरे में इंसानी रिश्ते नैतिक पतन के चलते खतरे में इंसानी रिश्ते
लेख “कुआँ सूखने पर ही पता चलता है पानी की कीमत” March 27, 2025 / March 27, 2025 | Leave a Comment कहावत “जब तक कुआँ सूख नहीं जाता, हमें पानी की कीमत का पता नहीं चलता” हमें इस बात की याद दिलाती है कि हमें अपने जीवन और संसाधनों के प्रति जागरूक और कृतज्ञ रहना चाहिए। चाहे वह जल हो, प्रेम हो, स्वतंत्रता हो या स्वास्थ्य, हमें इनका सम्मान और संरक्षण करना चाहिए ताकि आने वाली […] Read more » “The value of water is known only when the well dries up” पानी की कीमत
पर्यावरण लेख भारत में गर्मी का जल्दी आना और लू का बढ़ना March 26, 2025 / March 26, 2025 | Leave a Comment बढ़ते तापमान से कृषि, जल संकट, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। फरवरी में असामान्य रूप से अधिक गर्मी, रात के तापमान में वृद्धि, समुद्री तापमान का असर और शहरी हीट आइलैंड प्रभाव इस समस्या को और गंभीर बना रहे हैं। इसका असर शिक्षा, श्रम उत्पादकता और खाद्य सुरक्षा पर भी […] Read more » Early arrival of summer in India and increase in heatwaves जल संकट बढ़ते तापमान से कृषि सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव
आर्थिकी लेख पेंशन की लड़ाई: कर्मचारियों का हक़ या सरकारी बोझ?” March 25, 2025 / March 25, 2025 | Leave a Comment भारत में 2004 से पहले सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना (OPS) के तहत पेंशन दी जाती थी। इसके तहत— सेवानिवृत्ति के बाद आजीवन निश्चित पेंशन मिलती थी। अंतिम वेतन का 50% पेंशन के रूप में दिया जाता था। महंगाई भत्ता (DA) जुड़ा होता था, जिससे समय-समय पर पेंशन बढ़ती रहती थी। सरकार द्वारा पूरी […] Read more » पुरानी पेंशन योजना (OPS) पेंशन
कला-संस्कृति लुप्त होती हरियाणा की अनमोल विरासत रागनी कला March 24, 2025 / March 24, 2025 | Leave a Comment हरियाणवी लोकसंस्कृति का एक महत्त्वपूर्ण अंग रागनी आज विलुप्ति के कगार पर है। मनोरंजन के आधुनिक साधनों के आगमन और बदलते सामाजिक परिवेश के कारण यह कला पिछड़ती जा रही है। यदि समय रहते इसके संरक्षण के प्रयास नहीं किए गए, तो आने वाली पीढ़ियों को यह विरासत केवल किताबों में ही देखने को मिलेगी। […] Read more » Ragini art Ragini is an important part of Haryanvi folk culture The precious heritage of Haryana रागनी कला
कविता देश न भूले भगत को March 22, 2025 / March 24, 2025 | Leave a Comment तन-मन अर्पित कर चला, रक्षा में बलिदान।इतिहासों में गूंजता, आज भगत जय-गान।। भगत सिंह, सुखदेव क्यों, खो बैठे पहचान?पूछ रही माँ भारती, बोलो हिंदुस्तान।। भगत सिंह, आज़ाद ने, फूंका था शंख नाद।आज़ादी जिनसे मिले, रखो हमेशा याद।। बोलो सौरभ क्यों नहीं, भारत हो लाचार।भगत सिंह कोई नहीं, बनने को तैयार।। भगत सिंह, आज़ाद से, हो […] Read more » देश न भूले भगत को
कविता बूँद-बूँद में सीख March 21, 2025 / March 21, 2025 | Leave a Comment ●●●इस धरती पर हैं बहुत, पानी के भंडार।पीने को फिर भी नहीं, बहुत बड़ी है मार॥●●●जल से जीवन है जुड़ा, बूँद-बूँद में सीख।नहीं बचा तो मानिये, मच जाएगी चीख॥●●●अगर बचानी ज़िंदगी, करें आज संकल्प।जल का जग में है नहीं, कोई और विकल्प॥●●●धूप नहीं, छाया नहीं, सूखे जल भंडार।साँसे गिरवी हो गई, हवा बिके बाज़ार॥●●●आये दिन […] Read more » बूँद-बूँद में सीख
महत्वपूर्ण लेख राजनीति धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स: एक ऐतिहासिक वापसी March 19, 2025 / March 19, 2025 | Leave a Comment (सुनीता विलियम्स की उपलब्धियाँ न केवल भारतीय वैज्ञानिकों बल्कि देश के युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हैं।) सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर सुरक्षित वापसी एक बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि मानी जा रही है। वे जून 2024 में बोइंग के “स्टारलाइनर” मिशन के तहत अंतरिक्ष गए थे, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते […] Read more » Sunita Williams back on earth धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स
राजनीति रुपये (₹) के चिह्न को लेकर विवाद: भाषा का सम्मान या राजनीति का हथकंडा? March 18, 2025 / March 18, 2025 | Leave a Comment केवल वाद विवाद से हल नहीं निकलेगा। संविधान में ये कानून होना चाहिए कि कोई भी राज्य या राज्य सरकार राष्ट्रीय स्तर पर उपयोग की जाने वाली या मानी जाने वाली वस्तुओं पर अपने से निजी परिवर्तन नहीं कर सकती। ऐसा किया जाना देश द्रोह माना जाए और ज़िम्मेदार व्यक्ति को पदच्युत किया जाए। रुपये […] Read more » : Respect for language or political gimmick Controversy over Rupee (₹) symbol रुपये (₹) के चिह्न को लेकर विवाद
राजनीति पच्चास साल बाद होने वाली परिसीमन को लेकर चिंताएँ March 3, 2025 / March 3, 2025 | Leave a Comment राजकोषीय संघवाद और संस्थागत ढांचे को मज़बूत करके, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि राजनीतिक निष्पक्षता जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के साथ मिलीजुली हो, जिससे एक सुसंगत और एकजुट भारत को बढ़ावा मिले। लोकसभा सीटों की संख्या बढ़ाने से नागरिकों को बेहतर प्रतिनिधित्व मिलेगा, जिससे निर्वाचन क्षेत्रों का आकार छोटा होगा और शासन में सुधार होगा। […] Read more » Concerns about delimitation to be held after fifty years परिसीमन को लेकर चिंताएँ