राजनीति बंगाल में भाषाई ध्रुवीकरण : कहीं जातीय संघर्ष की दस्तक तो नहीं ? June 21, 2023 / June 21, 2023 | Leave a Comment · डॉ. अमरनाथ एक छोटी सी चिंगारी को शोला बनते देर नहीं लगती, यदि समय रहते उसे बुझा न दिया जाय. ‘बांग्ला पक्खो’ जिस तरह ज़हर उगल रहा है, बंगाल के लिए शुभ संकेत नहीं है. आखिर मणिपुर में जातीय हिंसा यहाँ तक […] Read more » Linguistic polarization in Bengal
लेख हिंदी दिवस राष्ट्र की प्रगति में राष्ट्रीय भाषाओं की भूमिका January 10, 2023 / January 10, 2023 | Leave a Comment · डॉ. अमरनाथ पिछले कुछ वर्षों से देश भर की अधिकाँश राज्य सरकारें अपने-अपने प्रान्तों की प्राथमिक शिक्षा को मातृभाषा के माध्यम से मुक्त कर अंग्रेजी माध्यम में बदलने की होड़ मचा रखी हैं. सबसे पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 2017 में ही अपने प्रदेश के पाँच हजार प्राथमिक विद्यालयों से हिन्दी को […] Read more » Role of national languages in the progress of the nation
राजनीति महात्मा गांधी के वैचारिक हनन पर एक शिक्षक का राजस्थान के मुख्यमंत्री को खुला पत्र। January 15, 2022 / January 15, 2022 | Leave a Comment श्री अशोक गहलोत जी,माननीय मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार, जयपुर, राजस्थान। विषय : महात्मा गांधी जी के विचार के एकदम प्रतिकूल उनके ही नाम पर शिक्षा नीति।महोदय,‘गाँधी शान्ति प्रतिष्ठान’ की पत्रिका ‘गाँधी मार्ग’ में आपकी सरकार का एक विज्ञापन देखा. इस विज्ञापन के अनुसार आप की सरकार अपने राज्य में बड़े पैमाने पर “महात्मा गाँधी इंग्लिश मीडियम […] Read more » An open letter from a teacher to the Chief Minister of Rajasthan on the ideological assassination of Mahatma Gandhi. महात्मा गाँधी इंग्लिश मीडियम स्कूल
लेख समाज उत्तर-दक्षिण भाषा-सेतु के वास्तुकार : मोटूरि सत्यनारायण March 8, 2021 / March 8, 2021 | Leave a Comment उन्होंने ‘हिन्दी प्रचारक’ (1926-1936),’हिन्दी प्रचार समाचार’ (1938-1961) तथा ‘दक्षिण भारत’ (1947-1961) जैसी पत्रिकाओं का कुशल संपादन किया. केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा, भारतीय संस्कृति संगम, दिल्ली, तेलगु भाषा समिति, हैदराबाद, हिंदी विकास समिति, मद्रास एवं हिंदुस्तानी प्रचार सभा, वर्धा जैसी संस्थाओं की स्थापना का श्रेय भी उन्हें है. मोटूरि सत्यनारायण का जन्म दक्षिण भारत के आन्ध्र […] Read more » Architect of North-South Language Setu Moturi Satyanarayana मोटूरि सत्यनारायण
लेख सरकारी सेवाओं से मातृभाषाओं की बिदाई February 23, 2021 / February 23, 2021 | Leave a Comment डॉ. अमरनाथ यूपी बोर्ड की परीक्षा में आठ लाख विद्यार्थियों का हिन्दी में फेल होने का समाचार 2020 में सुर्खियों में था. कुछ दिन बाद जब यूपीपीएससी का रेजल्ट आया तो उसमें भी दो तिहाई से अधिक अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थी सफल हुए. यह संख्या पहले 20-25 प्रतिशत के आस-पास रहती थी. सितंबर 2020 […] Read more » Mother tongues parting from government services सरकारी सेवाओं से मातृभाषाओं की बिदाई
लेख मातृभाषाओं को रोज़गार से जोड़ने वाले पहले वैज्ञानिक : दौलत सिंह कोठारी February 3, 2021 / February 3, 2021 | Leave a Comment · डॉ. अमरनाथ आजादी के बाद जब 1950 में संघ लोक सेवा आयोग की पहली बार परीक्षा हुई तो उसमें 3647 अभ्यर्थी शामिल हुए थे जिनमें से 240 उत्तीर्ण हुए. 1960 में 10000 बैठे थे, 1970 में 11710 बैठे थे और 1979 में यह संख्या बढ़कर एक लाख से ऊपर हो गई. इस वर्ष इस […] Read more » ‘ऐटम एंड सेल्फ’ ‘नॉलेज एंड विज्डम’ ‘विज्ञान और मानवता’ ‘शिक्षा विज्ञान और मानवीय मूल्य’ NEP कोठारी शिक्षा आयोग दौलत सिंह कोठारी न्यूक्लियर एक्सप्लोजन्स एंड देयर इफेक्ट्स’
राजनीति हिन्दुस्तानी को राष्ट्रभाषा का सम्मान देने वाले पहले राष्ट्राध्यक्ष: नेताजी सुभाषचंद्र बोस January 23, 2021 / January 23, 2021 | Leave a Comment · डॉ. अमरनाथ ओड़िशा के कटक में 23 जनवरी 1897 को जन्मे, कटक और कलकत्ता में पले-बढ़े, पिता की इच्छापूर्ति के लिए मात्र 23 वर्ष की आयु में आईसीएस पास करने वाले किन्तु अंग्रेजों की चाकरी करने को तैयार न होने के कारण उससे त्यागपत्र देने वाले, आजादी के लिए लड़ते हुए ग्यारह बार जेल […] Read more » Netaji Subhash Chandra Bose नेताजी सुभाषचंद्र बोस
आलोचना लेख हिन्दी वालों की हिन्दी वालों से हिन्दी के लिए लड़ाई. November 2, 2020 / November 2, 2020 | Leave a Comment · डॉ. अमरनाथ “पूजनीय बड़े पिता जी और माता जी, आप लोग मुझे माफ कर देना. मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन पाया…… मैं जा रहा हूं. मैं जिन्दगी से परेशान हो गया हूँ. आप लोग मुझे माफ करना.” राजीव के सुसाइट नोट का यह एक अंश है. 11 सितंबर 2020 को यूपी पीसीएस का रिजल्ट आया. […] Read more » Hindi people fight Hindi for Hindi ones. हिन्दी वालों से हिन्दी के लिए लड़ाई
लेख उर्दू सिर्फ मुसलमानों की भाषा नहीं है. February 24, 2020 / February 24, 2020 | Leave a Comment · डॉ. अमरनाथ इधर उर्दू को मुसलमानों की भाषा के रूप में रेखांकित करने का चलन बढ़ा है. यह गलत अवधारणा है. कोई भी भाषा किसी खास मजहब की नहीं होती. हर भाषा किसी न किसी जाति ( कौम) की होती है. उर्दू भी सिर्फ मुसलमानों की भाषा नहीं है. यदि वह सिर्फ मुसलमानों […] Read more » उर्दू