राजनीति शख्सियत प. दीनदयाल उपाध्याय जी और भारतीय राष्ट्रवाद February 11, 2021 / February 11, 2021 | Leave a Comment विलक्षण बुद्धि, सरल व्यक्तित्व एवं नेतृत्व के अनगिनत गुणों के स्वामी , प. दीनदयाल उपाध्याय जी की हत्या सिर्फ 52 वर्ष की आयु में 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय के पास रेलगाड़ी में यात्रा करते समय हुई थी. उनका पार्थिव शरीर मुगलसराय ( आज का प दीनदयाल उपाध्याय ) स्टेशन के वार्ड में पड़ा पाया […] Read more » P. Deendayal Upadhyay P. Deendayal Upadhyay and Indian Nationalism प. दीनदयाल उपाध्याय जी भारतीय राष्ट्रवाद
समाज वामपंथ और नकारात्मक राजनीति September 29, 2017 | Leave a Comment वामपंथ स्वतंत्रता आन्दोलन से ही दुष्प्रचार और नकारात्मक राजनीति में विश्वास करता है विकास आनन्द आजकल कम्यूनिष्ट विचार को मानने वाले छात्र संगठन,पत्रकार समूह ,बुद्धिजीवियों में अजीबो गरीब विशेषता देखने को मिल रही है.हालांकि इस तरह के लक्षण और इनकी ओछी हरकते कोई नई नही है. देश मे छोटी से बड़ी सारी घटनाओं के लिए […] Read more » .बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी communism death of Gauri Lankesh Featured kerela negative politics of communists कम्युनिस्ट केरल की अर्थव्यस्था गौरि लांकेश दुष्प्रचार नकारात्मक राजनीति वामपंथ स्वतंत्रता आन्दोलन
राजनीति नीतीश जी का योग दिवस का अनदेखी करना उनमें दूरदर्शिता के अभाव को दर्शाता हैं । June 22, 2016 / June 28, 2016 | 3 Comments on नीतीश जी का योग दिवस का अनदेखी करना उनमें दूरदर्शिता के अभाव को दर्शाता हैं । विकास आनन्द 21 जुन को दुनिया के लगभग 192 देशों ने लगातार दुसरे साल योग दिवस मनाया, वही बिहार सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व ने इसका वहिष्कार किया । पटना गांधी मैदान में आयोजित योग शिविर में मुख्यमंत्री और मंत्रीयों ने आने की हामी भरी और फिर मना कर दिया । उनके प्रवक्ताओं ने तर्क […] Read more » Featured दूरदर्शिता के अभाव नीतीश जी योग दिवस का अनदेखी
राजनीति मोदी सरकार के दो साल May 27, 2016 | Leave a Comment विकास आनंद मोदी सरकार के मई महीने में 26 तारीख को दो साल पूरे हो गए. सरकार की उपलब्धियों को लेकर मीडिया के पंडितो द्वारा विश्लेषण जारी है जो की स्वाभविक भी है. कोई भी विश्लेषक मोदी सरकार के कार्यों की समीक्षा करते समय उसे यह स्वीकार करते संकोच नहीं होगा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र […] Read more » Featured two years of modi government मोदी सरकार के दो साल
आर्थिकी राजनीति बजट से तो राहुल गाँधी झूठे प्रतीत होते हैं March 1, 2016 / March 1, 2016 | Leave a Comment विकास आनन्द कल केंद्रीय बजट 2016-17 वित्त मंत्री अरुण जेटली दवरा प्रस्तुत किया गया.जिस तरह का बजट पेश किया गया उससे यह साफ लगता है कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा लगातार लगाये जा रहे आरोप ‘सूट-बूट की सरकार’ कोरा बकवास के अलावा कुछ नहीं है. 2016 का संघीय बजट की विशेषता को एक वाक्यों […] Read more » Featured बजट से तो राहुल गाँधी झूठे प्रतीत होते हैं