आओ ऐसा दीप जलाएँ
विमलेश बंसल ‘आर्या’ 1. आओ ऐसा दीप जलाएँ, जिसमे शामिल सब हो जाएँ। वेद ज्ञान
विमलेश बंसल ‘आर्या’ 1. आओ ऐसा दीप जलाएँ, जिसमे शामिल सब हो जाएँ। वेद ज्ञान
-विमलेश बंसल- सुनते आये रोज़ कहानी शौर्य, त्याग, बलिदान की। आओ बहनों बनें वाहिनी आर्य
-विमलेश बंसल ‘आर्या’- जन्म लिया था रावलपिंडी, पाढीवार के कुहुटा ग्राम-2। तारा का अनमोल सितारा,
महर्षि दयानंद सरस्वती के जन्म दिवस व बोध दिवस पर विशेष -विमलेश बंसल ‘आर्या’- जय
-होली पर विशेष- गली-गली और नगर-नगर में आर्यों की बन निकले टोली। सबको वैदिक रंग
-वसंत ॠतु पर विशेष-
आया वसंत छाया वसंत लेकर आया खुशियां अनंत नदियां
-विमलेश बंसल आर्या- जय हो वीर हकीकत राय। सब जग तुमको शीश नवाय॥ जय हो…