देश के नौजवानों को आह्वान

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कहनी है एक बात मुझे,इस देश के नौजवानों से
मत बटने देना देश को,जाति धर्म के पैमानों से

नेता तो अपनी दाल गलायेंगे,अब इन आधारों पे
दाल मत गलने देना नेताओ की, इन आधारों पे

तुम्ही देश के कर्णधार हो,तुमने देश को आगे बढ़ाना है
इन झूठे बूढ़े नेताओ के,बहकाओ में अब मत आना है

सत्तर साल तक इन नेताओ ने,जनता का बेवकूफ बनाया है
उठो जागो ऐ नौजवानों अब,तुमने ही करना इनका सफाया है

देश का एक ही तिरंगा झंडा,इसको सब जगह तुमने फहराना है
बने है अनेक झंडे पार्टियों के, उन सबको तुमने ही उतरवाना है

उठो जवानो अब मत चूको,फिर ये अवसर कभी नहीं आना है
तुम्ही देश के सच्चे सपूत हो,अब तुमने ही जनता को जगाना है

आह्वान है देश नौजवानों से,देश को अब तुमने ही आगे बढ़ाना है
तुमने अपनी माँ का दूध पिया है,इसको अब तुमने नहीं लजाना है

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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