धर्म-अध्यात्म ईश्वर सर्वज्ञ है और जीवत्मा अल्पज्ञ है January 6, 2015 by मनमोहन आर्य | 3 Comments on ईश्वर सर्वज्ञ है और जीवत्मा अल्पज्ञ है आजकल मनुष्य का जीवन इतना व्यस्त हो गया है कि स्वाध्याय के लिए समय मिलना कठिन हो गया है। कई दैनिक कर्तव्य मनुष्य चाहकर भी पूरे नहीं कर पाता हैं। ऐसी स्थिति मे ईश्वर क्या है, कैसा है तथा जीवात्मा का स्वरूप कैसा है, इसको जानने की किसी को न इच्छा होती है न फुर्सत […] Read more » ‘ईश्वर सर्वज्ञ जीवत्मा अल्पज्ञ
धर्म-अध्यात्म सही नंबर डायल कैसे करें! January 6, 2015 by डॉ. मुनीश रायजादा | Leave a Comment डॉ. मुनीश कुमार रायजादा ब्रिटिश लेखक रूडयार्ड किपलिंग ने लगभग 125 साल पहले ‘द बैलेड ओफ़ ईस्ट एंड वेस्ट’ नामक गाथागीत लिखा था। इस की प्रथम दो पंक्तियां ‘पूर्व पूर्व है, व पश्चिम पश्चिम/ इन दोनों का मिलन कभी संभव नहीं है’,को आज तक सन्दर्भ में लिया जाता है । पश्चिमी देशों के मशीनों व […] Read more »
धर्म-अध्यात्म जानिए की क्या हैं माघ पूर्णिमा और माघ पूर्णिमा का महत्व..??? January 4, 2015 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment हिन्दू धर्म में धार्मिक दृष्टि से माघ मास को विशेष स्थान प्राप्त है। भारतीय संवत्सर का ग्यारहवां चंद्रमास और दसवां सौरमास माघ कहलाता है।मघा नक्षत्र से युक्त होने के कारण इस महीने का नाम का माघ नाम पडा। ऐसी मान्यता है कि इस मास में शीतल जल में डुबकी लगाने वाले पापमुक्त होकर स्वर्ग लोक […] Read more » क्या हैं माघ पूर्णिमा माघ पूर्णिमा का महत्व
धर्म-अध्यात्म वेदों में ईश्वर से की जाने वाली एक सर्वश्रेष्ठ प्रार्थना December 29, 2014 / December 29, 2014 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on वेदों में ईश्वर से की जाने वाली एक सर्वश्रेष्ठ प्रार्थना संसार का विवेचन करने पर यह तथ्य सामने आता है कि यह ससार किसी अदृश्य सत्ता द्वारा बनाया गया है और उसी के द्वारा चलाया जा रहा है। वही सब प्राणियों को जन्म देता है और उनका नियमन करता है। संसार व सृष्टि की भिन्न-भिन्न रचनाओं पर ध्यान दें तो लगता है कि वह सत्ता […] Read more » वेद सर्वश्रेष्ठ प्रार्थना
चिंतन महत्वपूर्ण लेख जाने कब कौन किसे मार दे काफ़िर कह के.. December 26, 2014 by जावेद अनीस | 1 Comment on जाने कब कौन किसे मार दे काफ़िर कह के.. जावेद अनीस दिसम्बर 2012 को दिल्ली में “निर्भय काण्ड” ने सभी भारतीयों को गम और गुस्से से उबाल दिया था और इस हैवानियत को देख सुन कर पूरी दुनिया सहम सी गयी थी, नियति का खेल देखिये एक बार फिर सोलह दिसम्बर का दिन इंसानियत पर भारी साबित हुआ और इसे दोहराया गया है, […] Read more » जाने कब कौन किसे मार दे काफ़िर कह के..
धर्म-अध्यात्म दशावतारों की वैज्ञानिकता December 24, 2014 / December 24, 2014 by राहुल खटे | 12 Comments on दशावतारों की वैज्ञानिकता हमारे 18 पुराणों में दशावतारों की कथा आती है। लेकिन पढे-लिखे लोग इसे काल्पनिक मानते हैं। इसमें उनकी कोई गलती नहीं हैं, क्योकि जो लोग इन दस अवतारों महिमा मंडन करते है, तब यह नहीं बताते कि यह दस अवतार कब हुए और इसका वैज्ञानिक आधार क्या हैं। आइए, इसे वैज्ञानिक दृष्टी से समझने […] Read more » दशावतारों की वैज्ञानिकता
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म की संसार को सर्वोत्तम देन यज्ञ और अग्निहोत् December 18, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य संसार के सभी धर्म जो वस्तुतः मत-मतान्तर व मजहब आदि हैं, सर्वांगीण न होकर एकांगी हैं। इनमें सत्य व असत्य मिश्रित मान्यतायें व सिद्धान्त पाये जाते हैं जिन्हें वार्तालाप, व्याख्यान, गोष्ठी, विचार-विमर्श तथा लिखित व मौखिक शास्त्रार्थ द्वारा सिद्ध किया जा सकता है। क्या कोई ऐसा धर्म या मत भी संसार […] Read more » यज्ञ और अग्निहोत् वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म स्वाध्याय क्यों करें ? December 13, 2014 / December 13, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनुष्य जीवन का उद्देश्य शारीरिक उन्नति कर बौद्धिक व आत्मिक उन्नति करना है। शारीरिक उन्नति तो अच्छे भोजन व व्यायाम आदि हो जाती है परन्तु बौद्धिक उन्नति के लिए अच्छे संस्कारों सहित ज्ञान, परा व अपरा विद्या, की आवश्यकता होती है। संस्कार माता-पिता, आचार्यों आदि से मिलते हैं तथा ज्ञान की प्राप्ति माता-पिता व आचार्यों […] Read more » why self education ? why to do swadhayay स्वाध्याय स्वाध्याय क्यों करें?
चिंतन कौन करेगा वरिष्ठ नागरिकों की रखवाली ? December 11, 2014 / December 11, 2014 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment आज कल मुंबई जैसे महानगर में वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित रह पाना मुश्किल हो गया है । खास कर अकेले रह रहे निराश्रित वरिष्ठ नागरिकों का । हाल ही मे पालघर जिले के दहानु में रहने वाले वरिष्ठ पारसी दंपति की हत्या कर दी । यह दंपति अकेले रहते थे । इसके पूर्व भी […] Read more » who will care for senior citizens वरिष्ठ नागरिकों की रखवाली
धर्म-अध्यात्म ईश्वर और हम हमेशा साथ रहेंगे December 10, 2014 / December 10, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् ‘ईश्वर हमारा चिरस्थाई साथी है’ हम मनुष्य हैं। हम संसार में आते हैं। हमारा सबसे पहले माता-पिता से सम्बन्ध बनता है। माता की ही गोद और पालना हमारा आरम्भ का निवास होता है। हम माता व पता के स्नेह-सिक्त लोरी रूपी शब्दों को सुनकर धीरे-धीरे बोलना सीखते हैं और हमारा शरीर वृद्धि को प्राप्त […] Read more »
धर्म-अध्यात्म क्या ईश्वर किसी जीवात्मा से पक्षपात करता है? December 10, 2014 / December 10, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् पक्षपात वहीं सत्ता या व्यक्ति करता है जो अज्ञानी, अल्पज्ञानी, स्वार्थी, मक्कार, कामी आदि अवगुणों से युक्त है। यदि किसी मनुष्य या सत्ता में गुणों की पराकाष्ठा हो तो वह कोई गलत काम नहीं कर सकता। ईश्वर में सभी सद्गुण पराकाष्ठा की सीमा तक हैं और उसमें कोई अवगुण है ही नहीं तो फिर […] Read more » Does God favor of a spirit? जीवात्मा से पक्षपात
धर्म-अध्यात्म श्रेष्ठ समाज और देश का आधार आर्य समाज का छठा नियम December 8, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आर्य समाज के 10 नियम है जो संसार की सभी संस्थाओं व संगठनों में श्रेष्ठ कहे जा सकते हैं। इन नियमों में छठे नियम के अनुसार संसार का उपकार करना आर्य समाज का मुख्य उद्दैश्य कहा गया है अर्थात् सभी मनुष्यों की शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। इसका अपना […] Read more » आर्य समाज का छठा नियम