धर्म-अध्यात्म विविधा गाय को नहीं, मुझे मार गोली July 13, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on गाय को नहीं, मुझे मार गोली सामाजिक व राष्ट्रीय जागरण के अग्रदूत सुविख्यात उपन्यासकार प्रेमचंद उन दिनों गोरखपुर के एक विद्यालय में शिक्षक थे। उन्होंने गाय रखी हुई थी। एक दिन गाय चरते-चरते दूर निकल गई। प्रेमचंद गाय की तलाश करने निकले। उन्होंने देखा कि गाय अंग्रेज कलेक्टर की कोठी की बगीची में खड़ी है तथा अंग्रेज कलेक्टर उसकी ओर बंदूक […] Read more » Cow गाय प्रेमचंद
धर्म-अध्यात्म विविधा धर्म की गुत्थियां खोलीं स्वामी विवेकानंद ने July 13, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on धर्म की गुत्थियां खोलीं स्वामी विवेकानंद ने एम. मजहर सलीम अपनी ओजपूर्ण आवाज से लोगों के दिल को छू लेने वाले स्वामी विवेकानन्द निःसंदेह विश्व-गुरु थे। उनके सुलझे हुए विचारों के उजाले ने धर्म की डगर से भटक रही दुनिया को सही राह दिखाई। निर्विवाद रूप से विश्व में हिन्दुत्व के ध्वजवाहक रहे विवेकानन्द का बौद्धिक तथा आध्यात्मिक शक्ति से भरा व्यक्तित्व […] Read more » Swamy Vivekanand स्वामी विवेकानंद
धर्म-अध्यात्म विविधा एकलव्य- ऋण July 13, 2011 / December 9, 2011 by गंगानन्द झा | Leave a Comment गंगानन्द झा एकलव्य का सपना था कृति धनुर्धर होने का। यह भील बालक के लिए असामान्य सपना था; तत्कालीन व्यवस्था के लिए एक चुनौती; एकलव्य को द्रोणाचार्य ने शिक्षा देने से इनकार कर दिया था। पर वह हताश नहीं हुआ। उसने द्रोण की एक माटी की मूरत बना ली और जंगल में ही कठिन स्वाध्याय […] Read more » Eklavya ऋण एकलव्य
धर्म-अध्यात्म गुरुपूर्णिमा (15 जुलाई) पर विशेष July 13, 2011 / December 9, 2011 by विजय कुमार | Leave a Comment तस्मै श्री गुरवे नमः भारतीय जीवन परम्परावादी है। हमारे ऋषि-मुनियों ने बहुत सोच विचार कर, ज्ञान, विज्ञान और समय की कसौटी पर सौ प्रतिशत कस कर कुछ परम्पराओं का निर्माण किया। इन्हीं के कारण हजारों सालों के विदेशी और विधर्मी आक्रमण के बाद भी भारत बचा हुआ है। ऐसी ही एक परम्परा है श्री गुरुपूर्णिमा […] Read more » Guru poornima गुरुपूर्णिमा
धर्म-अध्यात्म राजनीति हिन्दू मन्दिरों को “सेकुलर लूट” से बचाने हेतु सुप्रीम कोर्ट को कुछ सुझाव… July 12, 2011 / December 9, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 6 Comments on हिन्दू मन्दिरों को “सेकुलर लूट” से बचाने हेतु सुप्रीम कोर्ट को कुछ सुझाव… सुरेश चिपलूनकर यदि आप सोचते हैं कि मन्दिरों में दान किया हुआ, भगवान को अर्पित किया हुआ पैसा, सनातन धर्म की बेहतरी के लिए, हिन्दू धर्म के उत्थान के लिए काम आ रहा है तो आप निश्चित ही बड़े भोले हैं। मन्दिरों की सम्पत्ति एवं चढ़ावे का क्या और कैसा उपयोग किया जाता है पहले इसका […] Read more » Hindu Temple पद्मनाभ मन्दिर हिंदू मंदिर
धर्म-अध्यात्म पद्मनाभ स्वामी मन्दिर के खजाने पर वामपंथी-सेकुलर गठजोड़ की काली नीयत का साया… July 12, 2011 / December 9, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 2 Comments on पद्मनाभ स्वामी मन्दिर के खजाने पर वामपंथी-सेकुलर गठजोड़ की काली नीयत का साया… सुरेश चिपलूनकर केरल के विश्वप्रसिद्ध स्वामी पद्मनाभ मन्दिर के तहखानों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत खोला गया, और जैसी कि खबरें छन-छनकर आ रही हैं (या जानबूझकर लीक करवाई जा रही हैं) उनके अनुसार यह खजाना लगभग 60 से 70 हजार करोड़ तक भी हो सकता है (हालांकि यह आँकड़ा अविश्वसनीय और बढ़ा-चढ़ाकर […] Read more » temple पद्मनाभ स्वामी मन्दिर
धर्म-अध्यात्म हिन्दुत्व को बदनाम करने का कांग्रेस का तीसरा अध्याय शुरू July 11, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on हिन्दुत्व को बदनाम करने का कांग्रेस का तीसरा अध्याय शुरू बृजनन्दन यादव कांग्रेस के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. गठबन्धन सरकार संत, मंदिर और संघ को बदनाम करने पर तुली हुई है। एक साजिश के तहत योजनाबध्द ढंग से वह इस कार्य में संलग्न है। दिग्विजय सिंह को इन देश विरोधी कारनामों के अघोषित प्रवक्ता भी बन गये हैं। दिग्विजय ंसिंह उस पर बयान जारी कर कांग्रेस […] Read more » HIndus पद्मनाभास्वामी मंदिर हिन्दुत्व
धर्म-अध्यात्म भिखारियों के देश में धनी भगवान July 11, 2011 / December 9, 2011 by जीतेन्द्र कुमार नामदेव | 3 Comments on भिखारियों के देश में धनी भगवान जितेन्द्र कुमार नामदेव अक्सर सोचता था कि सड़क पर भीख मांगने वाले लोग भगवान, ईश्वर, अल्ला के नाम पर ही क्यों मांगते हैं? सड़क पर चलते समय कोई भिखारी आकर आपसे कहेगा, ‘भगवान के नाम पर कुछ दे दे बाबा’। फिर आप भी भगवान के नाम पर दो-चार-पांच रूपये के सिक्के उस भिखारी को दे […] Read more » temple पद्मनाभास्वामी मंदिर
धर्म-अध्यात्म धर्म का अधिकार, दायित्व एवं कर्त्तव्य July 8, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on धर्म का अधिकार, दायित्व एवं कर्त्तव्य आनंद सुब्रमण्यम शास्त्री धर्म, मनुष्य को अपने विचारों के प्रति निष्ठावान रहते हुए सबके विचारों को महत्व एवं आदर देने का उपदेश देता है। धर्म मनुष्य को सम्बन्धों के सम्यक निर्वाह के लिए नैतिक मूल्यों की रक्षा का आदेश देता है। धर्म मनुष्य को सम्यक् आचरण के पालन के लिए कर्म को कर्त्तव्य समझकर करने […] Read more » Dharm धर्म
धर्म-अध्यात्म हिन्दू धर्म की चुनौतियां July 6, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिन्दू धर्म की चुनौतियां अशोक शास्त्री कुछ ऐसी तस्वीर साफ दिखाई देती है कि बादरायण (वेद व्यास) से शंकर तक, जो हिन्दुत्व की इबारत लिखी गई है, वो मोजूदा दौर में धर्म का प्रमुख ताना बाना है। पर वो कुलीन व्यवस्था की हवा में ही जीवित रह सकती है 1906 में आल इण्डिया मुस्लिम लीग की स्थापना के लिए, […] Read more » Hindu Religion हिंदू धर्म
धर्म-अध्यात्म हिंदू संस्कृति की उदारता तो स्थापित तथ्य है July 4, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment दीनानाथ मिश्र मेरे साथ तीन ऐसे संयोग पेश आए जिसमें नये विश्व के संदर्भ में भारत की वैश्विक संकट मोचन क्षमता के प्रति बहुत आशावाद झलकता था। एक तो मार्च 2006 के ‘दि ग्लोबलिस्ट’ मैग्जीन में छपे जीन पियरे लेहमन का आलेख पढ़ने को मिला। आलेख का शीर्षक था- ‘‘वैश्वीकरण के युग में एकेश्वरवाद का […] Read more » Hindu culture हिंदू संस्कृति
धर्म-अध्यात्म सिन्धु दर्शन उत्सव 2011 July 1, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कमल खत्री 15वें सिन्धु दर्शन उत्सव का आगाज 21 जून को दिल्ली में विदाई समारोह से हुआ। 22 जून को फ्लाइट से जाने वाले यात्री न्यू रोहतक रोड पर स्थित सनातन धर्म सभा के सभागार में इक्टठा हुए। इससे पूर्व सड़क मार्ग से जाने वाले यात्रियों को सिन्धु भवन राजेन्द्र नगर से 19 जून को […] Read more » सिन्धु दर्शन उत्सव सिन्धु दर्शन उत्सव 2011