धर्म-अध्यात्म ईश्वर न होता तो यह जगत और वेद ज्ञान भी न होता” October 12, 2019 / October 12, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य इस दृश्यमान जगत में ईश्वर का अस्तित्व एक यथार्थ सत्य है परन्तु वह ईश्वर हमारी आंखों का विषय नहीं है इसलिये वह हमें दिखाई नहीं देता। आंखों के विषय जड़ स्थूल पदार्थ ही होते हैं। ईश्वर सर्वातिसूक्ष्म होने से मनुष्य की आंखों से दृष्टिगोचर नहीं होता। वह निराकार व सर्वव्यापक होकर […] Read more »
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म क्यों महान है? October 11, 2019 / October 11, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, संसार में अनेक मत-मतान्तर प्रचलित हैं जो विगत पांच सौ से पांच हजार वर्षों में उत्पन्न हुए हैं। इन मतों ने अपने से पूर्व प्रचलित अवैदिक मतों वा वैदिक धर्म के प्रचलित कुछ सिद्धान्तों व मान्यताओं को भी अपनाया है। वैदिक धर्म संसार का सबसे प्राचीन मत है। सृष्टि के आरम्भ […] Read more » vaidik dharam vaidik dharam is great वैदिक धर्म
धर्म-अध्यात्म निराकार ईश्वर की उपासना, अवैदिक मूर्तिपूजा और काशी शास्त्रार्थ October 11, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य वेद सृष्टि की आदि में ईश्वर द्वारा चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को दिया गया ज्ञान है जो सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। संसार में वेदों से प्राचीन कोई ज्ञान, ग्रन्थ और वेदों की भाषा संस्कृत से प्राचीन कोई भाषा नहीं है। वेदों का ज्ञान भी पूर्ण है […] Read more » काशी शास्त्रार्थ
धर्म-अध्यात्म वेद ही सब मनुष्यों का परमधर्म एवं ईश्वर-प्रदत्त आदि धर्मग्रन्थ है October 10, 2019 / October 10, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर और धर्म दो महत्वपूर्ण शब्द हैं। ईश्वर उस सत्ता का नाम है जिसने इस संसार को बनाया है और जो इसका संचालन कर रही है। धर्म उस सत्य और तर्कपूर्ण आचार संहिता का नाम है जिसका आचरण मनुष्य को करना होता है और जिसको करने से मनुष्य का जीवन दुःखों […] Read more »
धर्म-अध्यात्म ईश्वर की स्तुति तथा प्रार्थना क्यों व कैसे करें?’ October 9, 2019 / October 9, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को जीवन में दुःखों की निवृत्ति और सुखों की प्राप्ति के लिये अनेक कार्य व पुरुषार्थ करना होता है उसमें से एक ईश्वर को जानना और उसके यथार्थ गुणों से उसकी स्तुति करलना व उससे अपने जीवन को उन्नत व श्रेष्ठ बनाने सहित सुख प्राप्ति व दुःखों की निवृत्ति की […] Read more »
धर्म-अध्यात्म वेद ही सब मनुष्यों का परमधर्म एवं ईश्वर-प्रदत्त आदि धर्मग्रन्थ है October 9, 2019 / October 9, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर और धर्म दो महत्वपूर्ण शब्द हैं। ईश्वर उस सत्ता का नाम है जिसने इस संसार को बनाया है और जो इसका संचालन कर रही है। धर्म उस सत्य और तर्कपूर्ण आचार संहिता का नाम है जिसका आचरण मनुष्य को करना होता है और जिसको करने से मनुष्य का जीवन दुःखों […] Read more »
धर्म-अध्यात्म जानिए दशहरा / विजयदशमी क्यों, कब ,क्यूँ और कैसे मनाएं ?? October 3, 2019 / October 3, 2019 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment (दशहरा पर्व मनाने के पीछे क्या है कारण?)प्रिय पाठकों /मित्रों , हिन्दू धर्मे में नवरात्री का त्यौहार बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है नवरात्रि का त्यौहार साल में दो बार आता है पहला नवरात्रि त्यौहार चैत्र मास में और दूसरा नवरात्रि अश्विन मास में आता है, अश्विन मास में जो नवरात्री का त्यौहार […] Read more » विजयदशमी
धर्म-अध्यात्म नवरात्र का महत्व October 3, 2019 / October 3, 2019 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment नवरात्र संस्कृत शब्द है, नवरात्रि एक हिंदू पर्व है, जिसका अर्थ होता है नौ रातें। यह पर्व साल में दो बार आता है। एक शारदीय नवरात्रि, दूसरा है चैत्रीय नवरात्रि। नवरात्रि के नौ रातों में तीन हिंदू देवियों- पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती के नौ में स्वरूपों पूजा होती है, जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं । अनंत […] Read more » importance of navratra नवरात्र
धर्म-अध्यात्म हम ईश्वर का प्रत्यक्ष कैसे कर सकते हैं? October 3, 2019 / October 3, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हमारे सभी शास्त्रों में ईश्वर की चर्चा है और वेद सहित अनेक ग्रन्थों में ईश्वर के स्वरूप व उसके गुण, कर्म व स्वभाव का वर्णन भी है। ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज के दूसरे नियम में ईश्वर के सत्यस्वरूप पर प्रकाश डाला है। इस नियम के अनुसार ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द सदैव अमर रहेंगे September 29, 2019 / September 29, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य जीवन की प्रमुख आवश्यकताओं में शरीर का पालन व पोषण हैं। शरीर का पालन तो माता-पिता आदि परिवारजनों द्वारा मिलकर किया जाता हैं और पोषण माता-पिता आदि करते हैं और युवा होने व किसी व्यवसाय को करने पर मनुष्य व्यं धन अर्जित कर अपना और अपने परिवार का पोषण करता […] Read more »
धर्म-अध्यात्म ईश्वर और आर्यसमाज September 27, 2019 / September 27, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर सारे संसार वा ब्रह्माण्ड का स्वामी वा ईश्वर है। वह समी जड़ पदार्थों सहित चेतन जीवों का भी परमेश्वर है। कोई उसको माने या न माने, कोई उसकों जानकर उचित रीति व विधि से उपासना करे न करे या कोई मत-मतानतरों के चक्र में फंस कर अविद्या की रीति से […] Read more »
धर्म-अध्यात्म ईश्वर के मुख्य एवं निज नाम ओ३म् पर विचार एवं चर्चा September 26, 2019 / September 26, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य जिस सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान तथा सर्वज्ञ चेतन सत्ता ने इस संसार की रचना करने सहित हमारे शरीरों को बनाया है और जो इस सब जगत को चला रही है उस सत्ता को परमात्मा या ईश्वर नाम से पुकारते हैं। वह सूक्ष्मतम सर्वव्यापक चेतन सत्ता दिखाई नहीं देती और न ही अविद्या से […] Read more »