धर्म-अध्यात्म सनातन धर्म का नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आरम्भ होता है May 6, 2019 / May 6, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य काल अवधि की गणना करने के लिये समय को वर्ष, महीने, दिन, घंटो, मिनट एवं सेकेण्ड्स आदि में बांटा गया है। वर्ष से अधिक के लिये एक सौ, एक हजार, लाख, करोड़ आदि अनेक शब्द हैं। वैदिक धर्म संसार का एकमात्र सबसे पुराना धर्म है। जो मान्यतायें एवं सिद्धान्त वैदिक धर्म […] Read more »
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द के कारण हम सृष्टि के आदिकालीन ज्ञान वेद व अपने सभी पूर्वजों द्वारा सृष्ट व अधीत व ग्रन्थों के अध्येता हैं May 1, 2019 / May 1, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ” –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। महाभारत काल के बाद वेदों का अध्ययन-अध्यापन बाधित हो गया था। कालान्तर में वेद लगभग लुप्त से हो गये थे। वेदों की महत्ता भी लोग भूल चुके थे। वेद के अप्रचलन से वेदों में निहित ईश्वर व जीवात्मा विषयक ज्ञान से भी लोग अनभिज्ञ थे। ईश्वर व आत्मा के […] Read more »
धर्म-अध्यात्म “गो अवध्य प्राणी है” April 30, 2019 / May 1, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हमारा यह संसार मनुष्यों सहित अन्यान्य प्राणियों से युक्त है। हमारा जीवन मुख्यतः वायु, जल, अन्न सहित गो दुग्ध पर निर्भर है। वायु परमात्मा की कृपा से सर्वत्र उपलब्ध होती है। जल भी नदियों, जलाशयों व भूमि में नलकूप से अथवा सरकारी जल-प्रबन्धन व्यवस्था से सुलभ हो जाता है। […] Read more »
धर्म-अध्यात्म सत्यार्थप्रकाश अविद्या दूर कर मनुष्य को सच्चा विद्वान बनता है April 29, 2019 / April 29, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य सत्यार्थप्रकाश आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का लिखा हुआ ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ पहली बार सन् 1874 में लिखा गया था। इसका संशोधित संस्करण सन् 1883 में तैयार हुआ था जो ऋषि दयानन्द की 30-10-1883 को मृत्यु के बाद सन् 1884 में प्रकाशित हुआ था। सत्यार्थप्रकाश इस लिये लिखा […] Read more » satyarth prakash सत्यार्थप्रकाश
धर्म-अध्यात्म रामनवमी संसार के एक प्राचीन आदर्श राजा राम से जुड़ा पावन पर्व है April 18, 2019 / April 18, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य भारत का सौभाग्य है कि इस देश की धरती पर सृष्टि के आरम्भ में सर्वव्यापक ईश्वर से चार ऋषियों को चार वेदों का ज्ञान प्राप्त हुआ था। इन चार वेदों के विषय ज्ञान, कर्म, उपासना एवं विशिष्ट ज्ञान है। वेद ईश्वर से ही उत्पन्न हुए हैं। यह पौरूषेय रचना नहीं अपितु […] Read more » ramnavami रामनवमी
धर्म-अध्यात्म वेदों का पुनरुद्धार ऋषि दयानन्द की विश्व को अनोखी महत्वपूर्ण देन April 18, 2019 / April 18, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द के नाम से विश्व का समस्त धार्मिक एवं सामाजिक जगत परिचित है। ऋषि दयानन्द ने सृष्टि के आरम्भ में ईश्वर प्रदत्त वेद ज्ञान जो महाभारत के बाद विलुप्त हो गया था, उसका पुनरुद्वार किया है। पांच हजार वर्ष पूर्व हुए महाभारत के बाद के इतिहास पर दृष्टि डालें तो […] Read more »
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द जयन्ती वेद, धर्म एवं संस्कृति का पुनरुद्धार दिवस” March 6, 2019 / March 6, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द का जन्म फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की दशमी सम्वत १८८१ विक्रमी (12-2-1825) को हुआ था। यह वह समय था जब सारा देश ही नहीं अपितु विश्व भी वेद व उसकी सत्य शिक्षाओं को भूल चुका था। ऋषि दयानन्द एक कट्टर पौराणिक पिता व परिवार में जन्में थे। उनके पिता […] Read more »
धर्म-अध्यात्म शिवरात्रि और ऋषि-दयानन्द-बोधोत्सव ईश्वरोपासना के रहस्य को जानने का पर्व March 5, 2019 / March 5, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, शिवरात्रि एक पौराणिक पर्व है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को यह पर्व मनाया जाता है। इस पर्व में शिवपुराण की कथा सुनते हैं और उपवास रखकर मन्दिरों में शिव की पिण्डी पर जल आदि चढ़ाकर वा जलसे उस मूर्ति को स्नान कराने सहित वहां बेल-पत्र, फूल व फल […] Read more »
धर्म-अध्यात्म “आर्यसमाज वैदिक धर्म प्रचारक एवं समाज सुधारक संस्था है” March 3, 2019 / March 3, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। आर्यसमाज ऋषि दयानन्द द्वारा चैत्र शुक्ल पंचमी तदनुसार 10 अप्रैल, 1875 को मुम्बई में स्थापित एक धार्मिक, सामाजिक, राष्ट्रवादी एवं वैदिक राजधर्म की प्रचारक संस्था व आन्दोलन है। ऋषि दयानन्द को आर्यसमाज की स्थापना इसलिए करनी पड़ी क्योंकि उनके समय में सृष्टि के आदिकाल में ईश्वर से प्रादुर्भूत सत्य […] Read more » Aryasamaj Establishment of Aryasamaj आर्यसमाज
धर्म-अध्यात्म मनुष्य और जीवात्मा February 11, 2019 / February 11, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य दो पैर वाले प्राणी के जीवित शरीर को कहते हैं जिसके पास बुद्धि है, दो हाथ हैं, जो सोच-विचार कर सत्य व असत्य का निर्णय कर सकता है और जो ज्ञान व विज्ञान की उन्नति कर अपने जीवन को दुःखों से निवृत्त कर सुखों से युक्त कर सकता है। इसी […] Read more » जीवात्मा मनुष्य मनुष्य और जीवात्मा
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द व उनके अनुयायी अनेक विद्वानों ने वेदभाष्य का अविस्मरणीय कार्य किया February 11, 2019 / February 11, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द गृह त्याग कर देश भर के हिन्दू तीर्थ स्थानों पर गये। वहां उन्होंने विद्वानों व साधुओं से सम्पर्क कर अपनी शंकाओं का समाधान करने का प्रयास किया और उनसे ज्ञान प्राप्त करने का प्रयत्न किया। वह अनेक योगियों के भी सम्पर्क में आये और योग में कृतकार्य हुए। गुरु […] Read more » ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म क्या आप ईश्वर को जानते हैं? February 11, 2019 / February 11, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, प्रत्येक मनुष्य को यह ज्ञात होना चाहिये कि जिस संसार में हम रहते हैं, यह जड़ जगत अस्तित्व में कैसे आया है? इसका उत्तर ढूंढते हैं तो ज्ञात होता है कि यह सृष्टि मनुष्यों के द्वारा निर्मित नहीं है। मनुष्य इसे बना नहीं सकते। यदि बना भी सकते होते तो यह सृष्टि […] Read more »