आर्थिकी राजनीति रेपो दर में वृद्धि को रोकना, भारतीय रिजर्व बैंक का साहसिक निर्णय April 7, 2023 / April 7, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से पूरे विश्व में लगभग सभी देश लगातार बढ़ती मुद्रा स्फीति की दर को नियंत्रित करने के उद्देश्य से ब्याज दरों में वृद्धि करते जा रहे हैं। अभी हाल ही में अमेरिका ने यूएस फेड दर में 25 आधार अंकों की एवं ब्रिटेन ने केंद्रीय ब्याज दर में […] Read more » भारतीय रिजर्व बैंक का साहसिक निर्णय रेपो दर में वृद्धि को रोकना
आर्थिकी राजनीति आर्थिक प्रगति में शुचितापूर्ण नीतियों की जरूरत March 14, 2023 / March 14, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment हाल ही के समय में भारत के आर्थिक विकास की दर में बहुत तेजी आती दिखाई दे रही है एवं आगे आने वाले समय में आर्थिक प्रगति की गति और अधिक तेज होने की उम्मीद की जा रही है। किसी भी क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ने के अपने लाभ भी हैं और नुक्सान […] Read more » आर्थिक प्रगति में शुचितापूर्ण नीतियों की जरूरत
आर्थिकी राजनीति वैश्विक स्तर पर भुगतान के माध्यम के रूप में स्थापित हो रहा है भारतीय रुपया March 12, 2023 / March 12, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत में कच्चा तेल, स्वर्ण एवं रक्षा उपकरण जैसे उत्पादों का आयात सबसे अधिक होता है। आज भारत द्वारा सबसे अधिक तेल का आयात रूस से किया जा रहा है जिसका भुगतान रुपए अथवा रूबल में हो रहा है। “आत्मनिर्भर भारत” की घोषणा के बाद से रक्षा उपकरणों को भारत में ही निर्मित किए जाने […] Read more » Indian rupee is being established as a medium of payment globally
आर्थिकी राजनीति मुद्रा स्फीति पर अंकुश क्यों जरूरी March 6, 2023 / March 6, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के बाद से पूरे विश्व में मुद्रा स्फीति बहुत तेजी से बढ़ी है। भारत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति 7 प्रतिशत के ऊपर एवं थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति 13 प्रतिशत के ऊपर निकल गई थी। कई विकसित देशों में तो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति 10 प्रतिशत से […] Read more » Why it is important to control inflation
आर्थिकी राजनीति भारतीय गृहणियों के घरु कार्य का आंकलन कर इसे सकल घरेलू उत्पाद में शामिल किया जाना चाहिए March 2, 2023 / March 2, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारतीय अर्थशास्त्रियों द्वारा जैसी कि उम्मीद की जा रही थी एवं भारतीय रिजर्व बैंक ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था सम्बंधी अपने आंकलन में जो सम्भावना व्यक्त की थी, उसी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 की तृतीय तिमाही, अक्टोबर-दिसम्बर 2022, में देश के सकल घरेलू उत्पाद में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि वित्तीय […] Read more » The household work of Indian housewives should be calculated and included in the GDP
आर्थिकी लेख ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रही मांग से रोजगार के अवसरों में वृद्धि दृष्टिगोचर February 27, 2023 / February 27, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कैंटार वर्ल्ड पैनल द्वारा जारी एक प्रतिवेदन के अनुसार भारतीय ग्रामीण बाजारों में बहाली के संकेत दिखाई दे रहे है। विशेष रूप से किराना वस्तुओं की मांग में सुधार दिख रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 की तृतीय तिमाही, अक्टोबर-दिसम्बर 2022 के दौरान उत्पादों की मांग में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। शहरी […] Read more » Increase in employment opportunities is visible due to increasing demand in rural areas
आर्थिकी राजनीति भारत के आर्थिक विकास में भारतीय नागरिकों का है भरपूर योगदान February 22, 2023 / February 22, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment प्रत्येक वर्ष भारतीय संसद में बजट प्रस्तुत किए जाने के एक दिन पूर्व देश का आर्थिक सर्वेक्षण माननीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। देश की आर्थिक स्थिति के सम्बंध में गहराई से अध्ययन करने के उपरांत यह आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश किया जाता है। दिनांक 31 जनवरी 2023 को भारत की वित्त […] Read more » Indian citizens have a lot of contribution in the economic development of India.
आर्थिकी राजनीति विकसित देशों द्वारा मुद्रा स्फीति की समस्या को नहीं सुलझा पाने के हो रहे गम्भीर परिणाम February 20, 2023 / February 20, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना काल के बाद से कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रा स्फीति की समस्या विकराल रूप धारण करते हुए यह पिछले 40 से 50 वर्षों के अधिकतम स्तर पर पहुंच गई है। मुद्रा स्फीति की समस्या को हल करने के लिए इन देशों की केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में लगातार वृद्धि की घोषणा करते जा […] Read more » Serious consequences of not being able to solve the problem of inflation by developed countries
आर्थिकी यात्रा वृत्तांत मंदी के माहौल में विकसित देशों की मदद करता भारत February 19, 2023 / February 19, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment आज कई विकसित देशों में जब मंदी की आशंका व्यक्त की जा रही है एवं ये देश आर्थिक समस्याओं से जूझते नजर आ रहे हैं, ऐसे समय में भारत की एयर इंडिया कम्पनी ने अमेरिका एवं फ़्रान्स जैसे विकसित देशों की कम्पनियों के साथ विश्व का सबसे बड़ा विमान समझौता सम्पन्न किया है। इस सौदे […] Read more » India helps developed countries in recession
आर्थिकी राजनीति रेपो दर में वृद्धि मुद्रा स्फीति को नियंत्रित करते हुए रुपए को मजबूती भी प्रदान करेगी February 9, 2023 / February 9, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment दिनांक 08 फरवरी 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार पुनः रेपो दर में 25 आधार बिंदुओं की वृद्धि करते हुए इसे 6.5 प्रतिशत के स्तर पर पहुंचा दिया है। मई 2022 के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक ने छठी बार रेपो दर में यह वृद्धि की है एवं अब कुल मिलाकर 250 आधार […] Read more »
आर्थिकी लेख पुरानी कर व्यवस्था vs नई कर व्यवस्था: जानें आपके लिए दोनों में से कौन बेहतर है? February 6, 2023 / February 6, 2023 by अभिनय आकाश | Leave a Comment अभिनय आकाश पुरानी और नई दोनों कर व्यवस्थाओं के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। ऐसे में करदाताओं के लिए सबसे उपयुक्त कर व्यवस्था चुनना पेचिदा हो जाता है। कुछ सवालों के जवाब और दोनों कर व्यवस्थाओं का मूल्यांकन करके हमने ये रिपोर्ट आपके लिए तैयार किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2022-23 […] Read more » Old Tax Regime vs New Tax Regime
आर्थिकी राजनीति भारत के अमृत काल का प्रथम बजट विकसित राष्ट्र की आधारशिला रखने वाला बजट February 2, 2023 / February 2, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत का अमृत काल प्रारम्भ हो चुका है और वर्ष 2047 में भारत अपनी स्वाधीनता के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा। उस समय तक भारत को विश्व के मानचित्र पर एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की प्रेरणा देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारतीय नागरिकों को दी है। […] Read more » The first budget of India's Amrit Kaal