आर्थिकी राजनीति वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी की शंका के बीच मजबूत होती भारतीय अर्थव्यवस्था July 4, 2022 / July 4, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के बाद पूरे विश्व में, विशेष रूप से विकसित देशों में, लगातार तेजी से बढ़ रही मुद्रा स्फीति (महंगाई) को नियंत्रित करने के उद्देश्य से ब्याज दरों में की जा रही वृद्धि के चलते अब इन देशों में आर्थिक मंदी आने की सम्भावना व्यक्त की जाने लगी है। आर्थिक मंदी से तात्पर्य वस्तुओं […] Read more » Indian economy growing strong amid doubts of global economic slowdown
आर्थिकी लेख भारत के आर्थिक विकास में बढ़ रहा है मातृशक्ति का योगदान July 2, 2022 / July 2, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत की 50 प्रतिशत आबादी मातृशक्ति के रूप में विद्यमान है। देश के आर्थिक विकास को यदि पंख लगाने हैं तो इस आधी आबादी को सशक्त कर उन्हें उत्पादक कार्यों में लगाना अनिवार्य है। विशेष रूप से वर्ष 2014 में केंद्र में श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के आने के बाद से भारत में मातृशक्ति […] Read more » The contribution of mother power is increasing in the economic development of India.
आर्थिकी राजनीति भारत ने विश्व प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में लगाई लम्बी छलांग June 29, 2022 / June 29, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में, 15 जून 2022 को, स्विटजरलैंड स्थित प्रबंधन विकास संस्थान (इन्स्टिटयूट फोर मेनेजमेंट डेवलपमेंट) द्वारा विश्व प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक जारी किया गया है। इस सूचकांक में भारत ने, एशिया के सभी देशों के बीच, सबसे लम्बी छलांग लगाते हुए पिछले वर्ष के 43वें स्थान से इस वर्ष 37वां स्थान प्राप्त किया है। उक्त […] Read more » India made a big jump in the World Competitiveness Index विश्व प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में छलांग
आर्थिकी लेख विश्व व्यापार संगठन में भारत का प्रभावी योगदान June 23, 2022 / June 23, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में सम्पन्न हुई विश्व व्यापार संगठन की बैठक में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो विशेष रूप से, भारत की अगुवाई में, विकासशील देशों की जीत के रूप में देखे जा रहे हैं। दिनांक 17 जून 2022 का दिन विश्व व्यापार संगठन के इतिहास में स्वर्णअक्षरों में लिखा जाएगा क्योंकि […] Read more » India's effective contribution to the World Trade Organization विश्व व्यापार संगठन
आर्थिकी लेख भारत में लगातार हो रही पत्थरबाजी से कहीं आर्थिक विकास प्रभावित न होने लगे June 15, 2022 / June 15, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में अमेरिकी रेटिंग एजेंसी फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण (आउटलुक) में सुधार (अपग्रेड) किया है। फिच रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग के आउटलुक को “नकारात्मक” श्रेणी से अपग्रेड कर “स्थिर” श्रेणी में ला दिया है। भारत की सावरन रेटिंग में यह सुधार देश में तेजी से हो रहे आर्थिक सुधारों […] Read more » Economic development should not be affected by the continuous stone pelting in India. पत्थरबाजी से कहीं आर्थिक विकास प्रभावित न होने लगे
आर्थिकी लेख सावधान! बिटॅक्वाइन – एक काल्पनिक मायावी मुद्रा ? June 9, 2022 / June 9, 2022 by अरूण कुमार जैन | 2 Comments on सावधान! बिटॅक्वाइन – एक काल्पनिक मायावी मुद्रा ? आर्थिक जगत में आजकल बिटॅक्वाइन बहुत ही चर्चित है, आखिर बिटॅक्वाइन है क्या? बिटॅक्वाइन को समझने से पहले यहां यह समझ लेना जरूरी है कि किसी भी देश की मुद्रा का चलन और उसकी कुल कीमत उस देश के पास कितना स्वर्ण भण्डार है इस पर निश्चित होता है। अधिकतर देश इसी परिपाटी को अपनाते […] Read more » Attention Bitcoin - a fictitious elusive currency Bitcoin - a fictitious elusive currency बिटॅक्वाइन
आर्थिकी राजनीति चिंता का सबब बनता गिरता हुआ रुपया May 19, 2022 / May 19, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment -सत्यवान ‘सौरभ’ रुपये के मूल्यह्रास का मतलब है कि डॉलर के मुकाबले रुपया कम मूल्यवान हो गया है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 77.44 के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। सख्त वैश्विक मौद्रिक नीति, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और जोखिम से बचने, और उच्च चालू खाता घाटे से भारतीय रुपये के लिए गिरावट […] Read more » The falling rupee becomes a cause for concern चिंता का सबब बनता गिरता हुआ रुपया
आर्थिकी लेख भारत में आय में हो रही वृद्धि के चलते महंगाई का तुलनात्मक रूप से कम होता असर May 1, 2022 / May 1, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment महंगाई (मुद्रा स्फीति) का तेजी से बढ़ना, समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेष रूप से समाज के गरीब एवं निचले तबके तथा मध्यम वर्ग के लोगों को आर्थिक दृष्टि से अत्यधिक विपरीत रूप में प्रभावित करता है। क्योंकि, इस वर्ग की आय, जो कि एक निश्चित सीमा में ही रहती है, का एक बहुत बड़ा भाग […] Read more » Due to the increase in income in India the effect of inflation is comparatively less. आय वृद्धि के चलते महंगाई का तुलनात्मक रूप से कम असर
आर्थिकी राजनीति भारत की आर्थिक विकास दर का बढ़ना मतलब आम व्यक्ति का सशक्त होना है April 27, 2022 / April 27, 2022 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी भारत में टीकाकरण, आपूर्ति सुधार और नियमन में आसानी से होने वाले लाभ, निर्यात में तेज बढ़ोतरी और पूंजी खर्च करने में तेजी लाने के लिए वित्तीय मौके की उपलब्धता की मदद से ही यह संभव हो सका है कि भारत की आर्थिक विकास दर दुनिया के तमाम बड़े देशों के साथ […] Read more » The increase in the economic growth rate of India means that the common man should be empowered. भारत की आर्थिक विकास दर का बढ़ना
आर्थिकी राजनीति आर्थिक विकास की दृष्टि से वित्तीय वर्ष 2022-23 भी भारत के लिए सुनहरा वर्ष रहने की भरपूर सम्भावनाएं हैं April 25, 2022 / April 25, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment 31 मार्च 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष 2021-22 में अर्थ से सम्बंधित विभिन्न क्षेत्रों के निष्पादन सम्बंधी आंकड़े लगातार जारी किए जा रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद के समय में ऐसा लगता है कि कई आर्थिक क्षेत्रों में तो जैसे रिकार्ड तोड़ कार्य हुआ है। इसका सीधा असर देश के कर राजस्व के संग्रहण […] Read more » From the point of view of economic development आर्थिक विकास की दृष्टि से वित्तीय वर्ष 2022-23
आर्थिकी राजनीति अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष एवं विश्व बैंक ने गरीबी में आई कमी के लिए भारत को सराहा April 21, 2022 / April 21, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने “महामारी, गरीबी और असमानता: भारत से मिले साक्ष्य” विषय पर एक शोधपत्र जारी किया था, जिसके अनुसार भारत में अत्यंत गरीबी में बहुत तेजी से गिरावट दर्ज की गई है एवं यह अब 0.8 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गई है। अत्यंत गरीब उस व्यक्ति को माना […] Read more » International Monetary Fund and World Bank International Monetary Fund and World Bank praise India for poverty reduction अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष एवं विश्व बैंक
आर्थिकी लेख भारतीय अर्थव्यवस्था में बन रहे हैं नित नए कीर्तिमान April 11, 2022 / April 11, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment वित्तीय वर्ष 2021-22 (अप्रेल 2021 से मार्च 2022) अभी हाल ही में समाप्त हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्रों के वित्तीय वर्ष 2021-22 में निष्पादन सम्बंधी आंकड़े जारी होना शुरू हो गए हैं एवं यह संज्ञान में आ रहा है कि इस वर्ष भारत ने आर्थिक क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं। वर्ष 2020 […] Read more » New records are being made in the Indian economy