आर्थिकी मूडीज की मोहर से बदलेगी दिशाएं November 21, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग नोटबंदी एवं जीएसजी के आर्थिक सुधारों को लागू करने के लिये मोदी सरकार को जिन स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, उन स्थितियों में अर्थव्यवस्था को गति देने के तौर-तरीके खोजे जा रहे हैं, ऐसे समय में मोदी सरकार के लिए एक बेहतर खबर आई है कि अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ‘मूडीज’ […] Read more » Featured Moody's rating for India increased moodys कमोटिडी मार्केट जीएसटी नोटबंदी मूडीज शेयर मार्केट
आर्थिकी राजनीति आंकड़ों के बहाने आत्मावलोकन November 10, 2017 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment विगत दिनों में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं ने दो आंकड़े जारी किए। वर्ल्ड बैंक द्वारा जारी इज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस के आकलन में भारत ने 30 स्थानों की छलांग लगाई। इसे मीडिया ने जम कर कवर किया और राजनीतिक दलों ने भी इस पर अपनी सकारात्मक अथवा नकारात्मक प्रतिक्रिया खुल कर दी। एक दूसरा अचर्चित आकलन […] Read more » demonetisation effects of notebandi Featured gender equality gst आत्मावलोकन जेंडर गैप इंडेक्स वर्ल्ड बैंक सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी
आर्थिकी नोटबंदी : देश हुआ मजबूत November 8, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा एक वर्ष पूर्व किए गए नोट बदली को जहां भारतीय जनता पार्टी अप्रत्याशित बताते हुए उसके लाभ बता रही है, वहीं विपक्षी दल कांगे्रस इसे त्रासदी के रुप में प्रचारित कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जारी किए एक वीडियो में जो बात कही गई है, […] Read more » demonetization effect of GST on common man Featured gst जीएसटी नोटबंदी रेत माफियाओं पर शिकंजा सर्राफा व्यापारियों पर टैक्स हाईवे के किनारों से शराब के ठेकों को उखाड़
आर्थिकी राजनीति आर्थिक मोर्चे पर प्रधानमंत्री की तार्किक बातें October 5, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर प्रतिपक्ष एवं अपनी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों का जिस तरह से एक के बाद एक उत्तर दिए हैं, उसके बाद उन सभी लोगों को अवश्य ही यह समझ जाना चाहिए कि केंद्र की भाजपा सरकार मोदी नेतृत्व में जो […] Read more » Featured प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण भारतीय अर्थव्यवस्था मुद्रास्फीति रेलवे सेक्टर विमुद्रीकरण सरकार में देश आर्थिक सुधारों की ओर अग्रसर
आर्थिकी राजनीति केंद्र का जीएसटी दरों पर पुनर्विचार October 3, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment : डॉ. मयंक चतुर्वेदी वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी दरें घटाने का जिस तरह से संकेत दिया है, उसके बाद लगने लगा है कि देश में जीएसटी लागू होने के बाद से जैसी परिस्थितियां केंद्र सरकार के विरोध में निर्मित हुई हैं, उनको सरकार बहुत ही गंभीरता से ले रही है। शायद सरकार को भी यह उम्मीद […] Read more » Featured GST rates GST rates need to revise जीएसटी दरों पर पुनर्विचार
आर्थिकी राजनीति अर्थव्यवस्था की तस्वीर का द्वंद्व September 30, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भारतीय अर्थव्यवस्था के दो चेहरे सामने आए हैं। इनमें पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा जो तस्वीर पेश की गई है, वह नरेद्र मोदी सरकार के पिछले 40 माह के दौरान अर्थव्यवस्था सुधारने की दृष्टि से जो निर्णय लिए गए हैं, उनके परिणामस्वरूप यह तस्वीर धंुधली है। सिन्हा ने आर्थिक सुधार के कथित हालातों […] Read more » Featured कालेधन जयंत सिन्हा जापान की अर्तरराष्ट्रीय वित्तीय एजेंसी डिजीटल लेने-देने नागरिक विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा नोमुरा पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा बेनामी संपत्ति भारतीय अर्थव्यवस्था स्किल डवलपमेंट स्टार्टअप स्टैंडअप
आर्थिकी राजनीति मोदी युग में आर्थिक बदलावों के दूरगामी परिणाम September 29, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment : डॉ. मयंक चतुर्वेदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश जिस गति के साथ आर्थिक बदलाव की ओर जा रहा है, उसे लेकर जहां एक ओर उनके कार्यों को अपना समर्थन देनेवालों की कोई कमी नहीं तो दूसरी ओर ऐसे लोगों की भी एक लम्बी सूची है जो मोदी के आर्थिक क्षेत्र में किए जा रहे […] Read more » Featured indian economy in modi era जीएसटी टैक्स चोरी डिजिटल पेमेंट नोटबंदी पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा भारतीय अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थशास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भ्रष्टाचार पर अंकुश
आर्थिकी विविधा परेशान सिर्फ गरीब होता है September 29, 2017 by जीतेन्द्र कुमार नामदेव | Leave a Comment देश इन दिनों ऐसे आर्थिक संकट से जूझ रहा है जो बड़े-बड़े अर्थशास्त्री को नजर नहीं आएगा। क्योंकि जो भाषा अर्थशास्त्रीयों को समझ में आती है, वो भाषा एक गरीब मजदूर और किसान की समझ से बहुत दूर है। हाल फिलहाल भाजपा सरकार में रहे पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री अरूण जेटली […] Read more » demonetization effect of GST on common man Featured gst आर्थिक संकट जीएसटी नोटबंदी रेत माफियाओं पर शिकंजा सर्राफा व्यापारियों पर टैक्स हाईवे के किनारों से शराब के ठेकों को उखाड़
आर्थिकी राजनीति तेल की बढ़ती कीमतों पर मंत्री का बेतुका बयान September 20, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः-पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर केंन्द्रीय मंत्री अल्फोंस का बेतुका बयान प्रमोद भार्गव एक ओर जहां पेट्रोल एवं डीजल की रोज-रोज बढ़ती कीमतों को लेकर जनता परेशान है, वहीं केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री केजे अल्फोंस ने तेल की कीमतों को लेकर चोंकाने वाला बयान देकर राजनीतिक हलचल को गरमा दिया है। उन्होंने कहा कि जिनके […] Read more » diesel Featured increasing rates of petrol and diesel petrol केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री केजे अल्फोंस केंन्द्रीय मंत्री अल्फोंस तेल की बढ़ती कीमत
आर्थिकी राजनीति देश पर कम होता ऋण भार September 17, 2017 / September 17, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी ऋण को विकास के लिए जितना अधिक अपरिहार्य माना गया है, उतना ही लगातार इससे डूबे रहने को जनमानस में घोर विपत्तिकारक स्वीकार्य किया गया है। भारत पर आज दुनियाभर का कितना कर्ज है, यह जानकर जितनी अधिक चिंता होती है, वहीं इन दिनों इससे भी सतुष्टी का भाग जाग्रत होता है कि कम से […] Read more » Featured Narendra Modi अंतर्राष्ट्रीय ऋण सांख्यिकी 2017 ऋण भार
आर्थिकी विविधा पेट्रोल दामों पर सरकार की नीयत September 13, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी देखते ही देखते मोदी सरकार में पेट्रोल के दाम 3 साल में सर्वाधिक हो गए, इस दौरान क्रूड 45 फीसदी सस्ता रहा, किंतु भारतीय उपभोक्ताओं से पेट्रोल की कीमत कम होने के स्थान पर बढ़ोत्तरी के साथ ली गई। यह जो कीमतों का विरोधाभास है, जिसमें की एक ओर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कीमते कम हो […] Read more » Featured petrol the raising prices of petrol पेट्रोल दामों पर सरकार की नीयत
आर्थिकी समाज अर्थ एवं विकास के असन्तुलन से उपजी समस्याएं September 12, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- पैसे के बढ़ते प्रवाह में दो तरह की स्थितियां देखने को मिल रही है। एक स्थिति में अर्थ के सर्वोच्च शिखरों पर पहुंचे कुछ लोगों ने जनसेवा एवं जन-कल्याण के लिये अपनी तिजोरियां खोल रहे हैं तो दूसरी स्थिति में जरूरत से ज्यादा अर्जित धन का बेहूदा एवं भोंडा प्रदर्शन कर रहे हैं। […] Read more » Featured New India असन्तुलन आतंकवाद आर्थिक अपराध आर्थिक तंगी जन-कल्याण जनसेवा नक्सलवाद नया इंडिया भ्रष्टाचार माओवाद