हिंद स्वराज हिंद स्वराज : सच्ची सभ्यता कौन सी? October 9, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का नौवां पाठ पाठक: आपने रेल को रद्द कर दिया? वकीलों की निन्दा की, डाक्टरों को दबा दिया! तमाम कल-काम को भी आप नुकसानदेह मानेंगे, ऐसा मैं देख सकता हूं। तब सभ्यता कहें, तो किसे कहें? संपादक: इस सवाल का जबाव मुश्किल नहीं है। मैं […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज गाँधी और हिन्दुत्व-1 October 9, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 4 Comments on गाँधी और हिन्दुत्व-1 गाँधी का जन्म हिंदू धर्म में हुआ, उनके पुरे जीवन में अधिकतर सिधान्तों की उत्पति हिंदुत्व से हुआ. साधारण हिंदू कि तरह वे सारे धर्मों को समान रूप से मानते थे, और सारे प्रयासों जो उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए कोशिश किए जा रहे थे उसे अस्वीकार किया. Read more » Gandhi Hinduism गाँधी जयराम "विप्लव" सांस्कृतिक राष्ट्रवाद हिंद स्वराज हिन्दुत्व
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा (डाक्टर) October 8, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का आठवां पाठ पाठक: वकीलों की बात तो हम समझ सकते हैं। उन्होंने जो अच्छा काम किया है वह जान-बूझकर नहीं किया, ऐसा यकीन होता है। बाकी उनके धंधे को देखा जाय तो वह कनिष्ठ ही है। लेकिन आप तो डाक्टरों को भी उनके साथ […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज गाँधी के लंगोट की कहानी October 8, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 2 Comments on गाँधी के लंगोट की कहानी अगर एक व्यक्ति समाज सेवा में कार्यरत है तो उसे साधारण जीवन की ओर बढ़ना चाहिए ,ऐसा बापू का कहना था जिसे वे ब्रह्मचर्य के लिए आवश्यक मानते थे. उनकी सादगी ने पाश्चात्य जीवन शैली को त्यागने पर मजबूर किया Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा(वकील) October 8, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा(वकील) नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का आठवां पाठ पाठक: आप कहते हैं कि दो आदमी झगडे तब उसका न्याय भी नहीं कराना चाहिये। यह तो आपने अजीब बात कहीं। संपादक: इसे अजीब कहिये या दूसरा कोई विशेषण लगाइये, पर बात सही है। आपकी शंका हमें वकील-डाक्टरों की पहचान कराती […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा (हिन्दू-मुसलमान) October 7, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा (हिन्दू-मुसलमान) नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का सातवां पाठ संपादक: आपका आखिरी सवाल बड़ा गम्भीर मालूम होता है। लेकिन सोचने पर वह सहज मालूम होगा। यह सवाल उठा है, उसका कारण भी रेल, वकील और डाक्टर हैं। वकीलों और डाक्टरों का विचार तो अभी करना बाकी है। रेलों का विचार […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा (रेलगाडिया) October 6, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा (रेलगाडिया) नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का छठा पाठ पाठक: हिन्दुस्तान की शान्ति के बारे में मेरा जो मोह था वह आपने ले लिया। अब तो याद नहीं आता कि आपने मेरे पास कुछ भी रहने दिया हो। संपादक: अब तक तो मैंने आपको सिर्फ धर्म की दशा का ही […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा October 6, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान की दशा नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का पांचवां पाठ पाठक: हिन्दुस्तान अंग्रेजों के हाथ में क्यों है, यह समझा जा सकता है। अब मैं हिन्दुस्तान की हालत के बारे में आपके विचार जानना चाहता हूं। संपादक: आज हिन्दुस्तान की रंक दशा है। यह आपसे कहते हुए मेरी आंखो में पानी […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान कैसे गया? October 5, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान कैसे गया? नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का चतुर्थ पाठ पाठक: आपने सभ्यता के बारे में बहुत कुछ कहा और मुझे विचार में डाल दिया। अब तो मैं इस संकट में आ पड़ा हूं कि यूरोप की प्रजा से मैं क्या लूं और क्या न लूं। लेकिन एक सवाल मेरे मन […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : अशांति और असंतोष October 5, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का तीसरा पाठ : पाठक: तो आपने बंग-भंग को जागृति का कारण माना, उससे फैली हुई अशान्ति को ठीक समझा जाय या नहीं? संपादक: इन्सान नींद में से उठता है तो अंगड़ाई लेता है। इधर उधर घूमता है और अशान्त रहता है। उसे पूरा […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : बंग-भंग October 4, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on हिंद स्वराज : बंग-भंग नवजीवन ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का दूसरा पाठ : पाठक: आप कहते हैं उस तरह विचार करने पर यह ठीक लगता है कि कांग्रेस ने स्वराज्य की नींव डाली लेकिन यह तो आप मानेंगे कि वह सही जागृति नहीं थी। सही जागृति कब और कैसे हुई? संपादक: बीज हमेशा […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज ‘हिंद स्वराज’ का पहला पाठ October 3, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हमें इस बात का अंदाजा नहीं था कि ‘हिंद स्वराज की प्रासंगिकता’ को लेकर प्रवक्ता डॉट कॉम द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान को ऐसा अभूतपूर्व प्रतिसाद मिलेगा। हम अभिभूत हैं। सच में राम के बाद गांधी ही इस देश को जोडने वाली प्रमुख कडी बन गए हैं। जैसा कि हमने आपको बताया था उसी […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज