कविता
जीवन का आधार
/ by प्रियंका सौरभ
भाई अगर निभा रहा, फर्ज सभी हर बार।समझो उसकी संगिनी, पूजन की हकदार॥ जो नारी ससुराल को, देती मान अपार।उसका गौरव गूँजता, फैले सुख संसार॥ संबल पति का जो बने, दे सबको अधिकार।ऐसी नारी पूज्य है, सदा करे उद्धार॥ बाँधे जो परिवार को, स्नेह सुधा से लीप।सौरभ ऐसी नारियाँ, कुल को रखे समीप॥ जो ना […]
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