ज्योतिष व्यवसाय के योग January 23, 2012 / January 23, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on व्यवसाय के योग इंजीनियरिंग शिक्षा के कुछ योग – 1 जन्म, नवांश या चन्द्रलग्न से मंगल चतुर्थ स्थान में हो या चतुर्थेश मंगल की राशि में सिथत हो। 2 मंगल की चतुर्थ भाव या चतुर्थेश पर दृषिट हो अथवा चतुर्थेश के साथ युति हो। 3 मंगल और बुध का पारस्परिक परिवर्तन योग हो अर्थात मंगल बुध की राशि […] Read more » Profession व्यवसाय के योग
ज्योतिष जानिए वास्तु में रंगों का महत्व— January 22, 2012 / January 20, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment किसी भवन की ऊर्जा को संतुलित करना वास्तुं का मूल ध्येय है। ऊर्जा विज्ञान की एक उप शाखा है कम्पन विज्ञान। यदि कम्पन विज्ञान पर नजर डालें तो ज्ञात होता है कि ब्रहमाण्ड तो कम्पन का अथाह महासागर है। वस्तुओं की प्रकृतियां उनके कम्पनों के मुताबिक होती हैं। इस सत्य को अगरचे हम वास्तु के […] Read more » importance of colors in our life जानिए वास्तु में रंगों का महत्व
ज्योतिष जानिए वास्तु व जीवन में बाँसुरी की महत्वपूर्ण भूमिका—- January 20, 2012 / January 20, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment जीवन में सुख और दुःख दोनों ही आते-जाते रहते हैं। दुःख के अनंतर सुख आता है और सुख के अनंतर दुःख आता है। इस प्रकार सुख और दुःख आपस में एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। सुख-दुःख व दुःख-सुख की यह भाव श्रृंखला न जाने कब से चली आ रही हैं। इस संसार में न […] Read more » importance of flute in life जानिए वास्तु व जीवन में बाँसुरी की महत्वपूर्ण भूमिका जीवन में बाँसुरी की महत्वपूर्ण भूमिका
ज्योतिष आपके घर में हर दिन के कलह का कारण January 19, 2012 / January 19, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment (कहीं उत्तर दिशा में किचन/रसोईघर तो नहीं हें..???) घर में किचन सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसे घर की आत्मा कहा जाता है क्योंकि यहीं भोजन बनता है जिससे घर में रहने वाले लोगों को आहार मिलता है। वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा भगवान के खजांची कुबेर का स्थान होता है। इस दिशा का प्रतिनिधि […] Read more » reason for every day quarel in home आपके घर में हर दिन के कलह का कारण
ज्योतिष वसंत पंचमी पर करें सरस्वती मां का पूजन January 19, 2012 / January 19, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment मां सरस्वती की कृपा से प्राप्त ज्ञान व कला के समावेश से मनुष्य को जीवन में सुख व सौभाग्य प्राप्त होता है। इसलिए वसंत पंचमी के इस पावन अवसर पर विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना की जाती है। शास्त्रों में इस दिन भगवान विष्णु और कामदेव की पूजन का भी विधान बताया गया […] Read more » vasant panchmi वसंत पंचमी वसंत पंचमी पर करें सरस्वती मां का पूजन सरस्वती मां का पूजन.
ज्योतिष वास्तु दोष निवारण में श्री गणेश(विनायक जी) का प्रभाव/महत्त्व /योगदान—- January 19, 2012 / January 19, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | 1 Comment on वास्तु दोष निवारण में श्री गणेश(विनायक जी) का प्रभाव/महत्त्व /योगदान—- सुन्दर व अच्छा घर बनाना या उसमें रहना हर व्यक्ति की इच्छा होती है। लेकिन थोड़ा सा वास्तु दोष आपको काफी कष्ट दे सकता है। लेकिन वास्तु दोष निवारण के महंगे उपायों को अपनाने से पहले विघ्नहर्ता गजानन के आगे मस्तक जरूर टेक लें। क्योंकि आपके कई वास्तु दोषों का ईलाज गणपति पूजा से ही […] Read more » Importance of Shri Ganesh ji in vaastu dosh nivaran वास्तु दोष निवारण विनायक जी का प्रभाव श्री गणेश श्री गणेश जी का प्रभाव
ज्योतिष जानिए वास्तु और दिशाओ का सम्बन्ध January 19, 2012 / January 19, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment वास्तु में दिशाओं का सर्वाधिक महत्व होता है। तभी तो भवन निर्माण करते समय या भूखण्ड क्रय करते समय दिशाओं का विशेष खयाल रखा जाता है। आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार घर में किस दिशा में कौन से कक्ष का निर्माण किया जाए – वास्तु के अनुसार दिशाओं का भी भवन निर्माण मे […] Read more » importance of directions according tovaadtu वास्तु में दिशा का महत्व
ज्योतिष वास्तु अनुसार घर की उन्नति में प्रवेशद्वार का योगदान January 19, 2012 / January 19, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment वास्तु के अनुसार प्रमुख द्वार सदियों तक सुखद व मंगलमय अस्तित्व को बनाए रखने में सक्षम होते हैं। प्रवेश द्वार चाहे घर का हो, फैक्ट्री, कारखाने, गोदाम, आफिस, मंदिर, अस्पताल, प्रशासनिक भवन, बैंक, दुकान आदि का हो लाभ-हानि दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे जुड़े सिद्धांतों का सदियों से उपयोग कर मानव अरमानों के […] Read more » contribution of main gate in financials घर की उन्नति में प्रवेशद्वार का योगदान वास्तु
ज्योतिष वास्तु में दर्पण/आईने का महत्व(importance of mirror in vastu ) January 16, 2012 / January 16, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | 3 Comments on वास्तु में दर्पण/आईने का महत्व(importance of mirror in vastu ) आईने का संभल कर प्रयोग करे (बेडरूम में कभी ना लगाएं आइना क्योंकि)…. दर्पण या आइना हमें हमारे व्यक्तित्व की झलक दिखाता है। सजना संवरना हर मनुष्य की सामान्य प्रवृति है। आइने के बिना अच्छे से सजने-संवरने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दिन में कई बार हम खुद को आइने में देखते हैं। […] Read more » importance of mirror in daily life importance of mirror in vastu आईने का महत्व वास्तु में दर्पण का महत्व
ज्योतिष लाफिंग बुद्धा एवं उसके कमाल के प्रभाव( वास्तु अनुसार) effect of laughing buddha—- January 16, 2012 / January 16, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | 4 Comments on लाफिंग बुद्धा एवं उसके कमाल के प्रभाव( वास्तु अनुसार) effect of laughing buddha—- लाफिंग बुद्धा के बारे में बहुत सारी बातें प्रचलित हैं। आप उदास रहते हैं, आर्थिक बोझ तले दबे हुए हैं, घर में उदासी जैसी स्थिति बनी रहती है, तो लाफिंग बुद्धा को अपने घर लाकर इन समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। फेंगशुई में अनेक प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध है, जिसका हम प्रयोग करके अपने […] Read more » effect of laughing buhha Laughing Buddha where to keep laughing buddha at home लाफिंग बुद्धा लाफिंग बुद्धा के कमाल के प्रभाव
धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार परिवर्तन का संदेश देती मकर संक्राति January 12, 2012 / January 12, 2012 by विजय कुमार | Leave a Comment विजय कुमार भारत एक उत्सवप्रिय देश है। शायद ही कोई दिन बीतता हो, जब किसी पंथ, सम्प्रदाय या क्षेत्र में उत्सव न हो। उत्सव न हों, तो जीने की इच्छा-आकांक्षा ही समाप्त हो जाये। अपने चारों ओर बिखरे संकटों, अव्यवस्थाओं और निराशाओं के बीच उत्सव हमें हंसाकर जीवन में फुलझड़ियां छोड़ देता है। ऐसा ही […] Read more » makar sankranti मकर संक्रांति
ज्योतिष ग्रह का गुण एंव दशाफल(effects of different planets on raashis) January 7, 2012 / January 7, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | 4 Comments on ग्रह का गुण एंव दशाफल(effects of different planets on raashis) जातक के जन्म समय में उपस्थित ग्रहो की स्थिती के अनुसार जातक को ग्रह विशेष की दशा में शुभा शुभ फल मिलते है ग्रह यदि शुभ स्थिती होकर बली भी हो तो उसका फल दशा काल में उत्तम रहता है लेकिन अशुभ स्थिती में होकर निर्बल भी हो तो जातक को उस समय लगातार असफलताओं […] Read more » Astrology effects of different raashis jyotish ग्रह का गुण एंव दशाफल