राजनीति 75 साल: राजनीतिक रूप से आज़ाद लेकिन क्या आर्थिक रूप से अब भी पराधीन! June 27, 2025 / June 27, 2025 by पंकज जायसवाल | Leave a Comment पंकज जायसवाल हम भले ही अपने आपको सुपर पावर बोलें लेकिन सच्चाई है कि अभी भी हमारे बाजार में विदेशी कंपनियां ही राज कर रहीं हैं. हर चीज हर संस्थाओं और बिजनेस पर उनका एकाधिकार सा हो गया है. पश्चिम कई मॉडल से दुनिया के बाजार को नियंत्रित करते हैं. वह एसोसिएशन और फोरम बनाते हैं और उसके मार्फ़त दुनिया के बिजनेस को नियंत्रित करते हैं. आज फ़ूड मार्किट देख लीजिये. चाहे वह भारत या अन्य देश हों, वहां आपको मक्डोनाल्ड, केएफसी, सबवे, बर्गर किंग, पिज़्ज़ा हट, डोमिनो, पापा जॉन, बर्गर किंग, डंकिन डोनट्स, हार्ड रॉक कैफ़े, कैफ़े अमेज़न, वेंडिज, टैको बेल, चिलीज़, नंदोस कोस्टा कॉफी या स्टार बक्स हों, यही छाये हुए मिलेंगे. ये सब विदेशी ब्रांड हैं. आप भारतीय शहरों के किसी भी मॉल या मार्किट में जाइये. भारतीय फर्मों को इनसे छूटा हुआ बाजार ही मिलता है और तकनीक के बल पर इनका ही एकाधिकार है . स्टार बक्स के आने के बाद भारत के शहरों में कॉफ़ी के होम ग्रोन ब्रांड या चाय के कट्टे पर भीड़ कम होती गई. भारतीय बाजार में फ़ूड आइटम को देख लीजिये, क्या हम कोल्ड ड्रिंक में पेप्सी, कोक रेड बुल के इतर किसी ब्रांड को देख पाते हैं ? फ़ूड एवं FMCG में देख लीजिये, नेस्ले, हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड, प्रॉक्टर एंड गैम्बल एवं कोलगेट का कब्ज़ा है. इनके प्रोडक्ट लाइफबॉय, लक्स , मैग्गी, ले चिप्स, नेस्कैफे, सनसिल्क, नोर सूप ये सब इनके ही ब्रांड हैं. इनके आगे इंडियन ब्रांड को उड़ान भरने में बहुत ही मशक्कत करनी पड़ती है. इनके पूंजी और तकनीक के एकाधिकार के कारण भारतीय कंपनियों को लेवल प्लेइंग फील्ड मिल नहीं पाता है. एडवाइजरी एवं ऑडिट के क्षेत्र में एर्न्स्ट एवं यंग, केपीएमजी, प्राइस वाटरहाउस, डेलॉइट, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, मेकेंजी, बेन एंड कंपनी, ए टी कर्णी, ग्रांट थॉर्टन, बीडीओ, प्रोटीवीटी, जेपी मॉर्गन, मॉर्गन स्टैनले, आर्थर एंडर्सन, एक्सेंचर का लगभग कब्ज़ा है. इन कंसल्टिंग फर्मों में से तो कई सरकारों के कामकाज में अंदर तक घुसी हुईं हैं. कंप्यूटर की दुनिया ले लीजिये. क्या आप आईटी मार्किट में IBM, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, इंटेल, डेल, एचपी, सिस्को, लेनोवो के बिना कंप्यूटर की कल्पना कर सकते हैं? आईटी क्षेत्र को लीजिये क्या Adobe Systems, SAP और Oracle को ERP को क्या भारतीय कंपनियां आसानी से बीट कर पा रहीं हैं ? आईटी में IBM, कैपजेमिनी, एक्सेंचर, डेलॉइट का ही दखल प्रभावी है. AI देखिये चैटजीपीटी की ही लीड है. इंटरनेट देख लीजिये किसका एकाधिकार है ? सोशल मीडिया देख लीजिये हम अपने जीवन का सर्वाधिक समय व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर देते हैं और सर्वाधिक चलने वाले जिस जीमेल अकाउंट, गूगल, अमेज़न या एज्युर क्लाउड का उपयोग करते हैं, सब विदेशी हैं. इंजीनियरिंग या इलेक्ट्रॉनिक में देख लीजिये सीमेंस, GE, फिलिप्स, LG, ABB, सैमसंग, सोनी, फॉक्सवागन, हौंडा, ह्यूंदै, किआ, सुजुकी, टोयोटा, निसान, BMW, मर्सिडीज़, पॉर्श, रीनॉल्ट, Sony, Honda, Suzuki, Panasonic, Hitachi, Mitsubishi, Toshiba, ओप्पो, वीवो, वोडाफोन, and Canon, ये सब बाहरी हैं. भारत में एयरपोर्ट को ही देख लीजिये. जिसके पास एयरपोर्ट का पूरा का पूरा ब्लू प्रिंट होता है. वह कौन है, सेलेबी टर्की की कंपनी, सेट्स सिंगापुर की कंपनी, इंडो थाई में थाई एयरपोर्ट ग्राउंड सर्विसेज पार्टनर, WFS भी विदेशी कंपनी है, NAS एयरपोर्ट केन्या की कंपनी है. जहाज जिनके हम चलाते हैं वह एयर बस या बोइंग या बॉम्बार्डियर सब विदेशी कम्पनी ही है. इनके कल पुर्जे बनाने वाली कंपनी भी ज्यादातर विदेशी हैं. पूरे दुनिया के एविएशन को जो रेगुलेट करते हैं वह कौन है IATA, ICAO वह कहां की है उसकी स्थापना कहां हुई थी. क्या इनके एफ्लीएशन के बिना कोई एविएशन बिजनेस में घुस सकता है ? गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, माइक्रोन, एडोब, यूट्यूब, हनीवेल, नोवार्टिस, स्टारबक्स और पेप्सिको जैसी कई वैश्विक कंपनियों […] Read more » राजनीतिक रूप से आज़ाद
राजनीति वह काला आपातकाल : बाद में पछताई थी इंदिरा गांधी June 27, 2025 / June 27, 2025 by डॉ घनश्याम बादल | Leave a Comment बाद में पछताई थी इंदिरा गांधी डॉ घनश्याम बादल 25 जून 1975 की रात के 12:02 बजे, आकाशवाणी से एक संदेश प्रसारित हुआ “राष्ट्रपति ने देश में आपात स्थिति लागू कर दी है” और इसके साथ ही देश भर से विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी का लंबा दौर शुरू हो गया। सारा देश हस्तप्रभ था लेकिन […] Read more » आपातकाल
राजनीति इजराइल-ईरान युद्ध में कौन जीता, कौन हारा June 27, 2025 / June 27, 2025 by राजेश कुमार पासी | Leave a Comment राजेश कुमार पासी इजराइल और ईरान के बीच युद्ध विराम हो गया है लेकिन इस पर कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल तो इस युद्ध पर भी उठ रहे हैं क्योंकि तीनों देश इस युद्ध में खुद को जीता हुआ बता रहे हैं। इजराइल और ईरान युद्ध लड़ रहे थे लेकिन अचानक अमेरिका ने इजराइल […] Read more » इजराइल-ईरान युद्ध
राजनीति आपातकाल में प्रतिबंध के बावजूद और सशक्त होकर उभरा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ June 27, 2025 / June 27, 2025 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘ नवीन ‘ आपातकाल नाम सुनते ही शरीर में एक अलग ही झनझनाहट शुरू हो जाती है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे चर्चित और विवादित रहे आपातकाल को 50 वर्ष बीत चुके हैं। हर वर्ष जून मास आते ही घाव पुनः गहरे हो जाते है। आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका भी काफी प्रभावी रही […] Read more » Despite the ban during the emergency the Rashtriya Swayamsevak Sangh emerged stronger आपातकाल के 50 वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राजनीति वैश्विक शांति और वर्तमान युद्ध परिप्रेक्ष्य June 25, 2025 / June 25, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment विवेक रंजन श्रीवास्तव शीत युद्ध की समाप्ति के पश्चात् एक नए शांतिपूर्ण विश्व व्यवस्था के उदय की आशा थी परन्तु इक्कीसवीं सदी का तीसरा दशक में दुनियां एक विडंबनापूर्ण वास्तविकता के समक्ष आ खडी हुई है । ऐसा युग जहाँ अंतर्संबंध और तकनीकी प्रगति की अभूतपूर्व ऊँचाइयों के बावजूद, युद्ध और संघर्ष पहले से कहीं […] Read more » Global Peace and Current War Perspective
राजनीति क्या भारत सिंधु जल समझौता रद्द करने वाला है June 25, 2025 / June 25, 2025 by राजेश कुमार पासी | Leave a Comment राजेश कुमार पासी बार-बार मोदी सरकार की तरफ से यह बयान आता रहता है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, सिर्फ उसे रोका गया है । सवाल यह है कि बार-बार मोदी सरकार के मंत्री और नेता ऐसा बयान क्यों दे रहे हैं । इसकी वजह यह है कि सिंधु जल समझौता निलंबित करना भी ऑपरेशन सिंदूर का […] Read more » क्या भारत सिंधु जल समझौता रद्द करने वाला है
राजनीति विश्ववार्ता परमाणु हथियारों के बहाने किए युद्ध का परिणाम June 25, 2025 / June 25, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- ईरान-इजरायल के बीच युद्ध विरामप्रमोद भार्गवईरान-इजरायल के बीच 12 दिन चला युद्ध बीच में अमेरिका द्वारा ईरान के एक साथ तीन परमाणु ठिकानों पर हमला, जवाबी कार्यवाही में ईरान का कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर अल-उदैद हमले के आखिरी परिणाम क्या निकला ? कहना मुश्किल है। यह युद्ध और इस युद्ध […] Read more » The result of the war waged on the pretext of nuclear weapons
राजनीति ईरान-इस्राइल संघर्ष में अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र अपनी जिम्मेदारियों को समझें June 25, 2025 / June 25, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment ईरान-इस्राइल के बीच युद्ध के कारण पश्चिम एशिया में संकट के बादल मंडरा रहे हैं और विश्व तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ा नजर आ रहा है। ईरान-इजरायल के बीच जारी युद्ध के बीच हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान की तर्ज पर एकाएक दोनों देशों के बीच अलसुबह सीजफायर की घोषणा […] Read more » Iran-Israel conflict ईरान-इस्राइल संघर्ष में अमेरिका और संयुक्त राष्ट
राजनीति राज्यों में होगा परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का विस्तार June 24, 2025 / June 24, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल का कथन- प्रमोद भार्गव केंद्र सरकार अब देष में परमाणु ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने की दृश्टि से ज्यादातर राज्यों में परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करेगी। ये संयंत्र केवल उन राज्यों में नहीं लगाए जाएंगे, जो भूकंप प्रभावित राज्य हैं। ऐसा इसलिए जरूरी है, क्योंकि भविश्य में जब कार्बन उत्सर्जन […] Read more » Nuclear power plants will be expanded in the states परमाणु ऊर्जा संयंत्रों
राजनीति डिजिटल होगी जातिवार जनगणना June 24, 2025 / June 24, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- 2021 की जनगणना की अधिसूचना जारी जनगणना में स्व-गणना की सुविधाप्रमोद भार्गव दुनिया की सबसे बड़ी आबादी की जनगणना की अधिसूचना जारी हो गई है। कोविड महामारी के कारण 2021 में होने वाली यह जनगणना अब षुरू होगी। कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष जातिवार जनगणना कराने की मांग कर रहा था। अचानक मोदी […] Read more » 2021 की जनगणना की अधिसूचना जारी
राजनीति अमेरिकी सेना की वापसी से सीरिया फिर अराजकता की ओर June 24, 2025 / June 24, 2025 by राजेश जैन | Leave a Comment राजेश जैन जिस देश ने बीते दशक में क्रूरता का सबसे भयावह चेहरा देखा, वहां एक बार फिर अशांति की परछाइयां गहराने की आशंका हैं। अमेरिकी सेना की वापसी से सीरिया में अराजकता फिर से बढ़ने के आसार है। सेना के सीरिया से हटने के बाद इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी समूहों के फिर से मजबूत […] Read more » Syria is back to chaos as US forces withdraw सीरिया फिर अराजकता की ओर
राजनीति कनाडा-भारत के बीच सुधरते रिश्ते के वैश्विक मायने June 24, 2025 / June 24, 2025 by कमलेश पांडेय | Leave a Comment कमलेश पांडेय कनाडा-भारत के बीच सुधरते रिश्ते दोनों देशों के लिए परस्पर लाभदायी हो सकते हैं, क्योंकि दोनों देश अमेरिका जैसे अंतरराष्ट्रीय महाशक्ति के निशाने पर हैं। एक ओर जहां कनाडा को अमेरिका अपने राज्य में मिलाना चाहता है, वहीं दूसरी ओर भारत को अमेरिका विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नीचा दिखाना चाहता है ताकि उसकी […] Read more » Global implications of improving Canada-India relations कनाडा-भारत के बीच सुधरते रिश्ते कनाडा-भारत के बीच सुधरते रिश्ते के वैश्विक मायने