महत्वपूर्ण लेख राजनीति कांग्रेस और कम्युनिस्टों का छलिया लोकतंत्र November 25, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on कांग्रेस और कम्युनिस्टों का छलिया लोकतंत्र राकेश कुमार आर्य जब लार्ड मैकाले भारत आया था तो यहां की न्याय व्यवस्था, सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था को दखकर दंग रह गया था। उसके आने से पूर्व सदियों से भारत विदशी शासकों की दासता से लड़ रहा था, परंतु अपनी न्याय व्यवस्था, सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था को बचान में वह सफल रहा […] Read more »
राजनीति मुकेश कुमार मिश्र की कविता : भेड़िये का प्रायश्चित्त… November 25, 2013 / November 25, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on मुकेश कुमार मिश्र की कविता : भेड़िये का प्रायश्चित्त… कि इस शहर का एक भेड़िया प्रायश्चित्त कर रहा है.. कुछ लोग उसके ’साहस’ की प्रशंसा कर रहे हैं… कुछ लोग ’इन्टर्नल’ बताकर मामले को दबा रहे हैं कुछ लोग सेकुलर ढंग से इस मुद्दे को सुलझा रहे हैं… क्यों???? क्योंकि भेड़िया “लाल” है क्यों????? क्योंकि भेड़िया ’भेदिये’ का काम कर “किसी को” तख्त दिलायेगा… […] Read more »
महत्वपूर्ण लेख राजनीति अन्ना की जान को खतरा? November 25, 2013 / November 25, 2013 by आर. सिंह | 2 Comments on अन्ना की जान को खतरा? आर. सिंह वे सब लोग जो इस भ्रष्ट व्यवस्था से लाभान्वित हो रहे हैं, अथक प्रयत्न कर रहे हैं कि किसी प्रकार से आम आदमी पार्टी को आगे बढ़ने से रोका जाए. इसमें प्रथन स्थान आता है, उन राजनेताओं का जो भ्रष्टाचार में डूबे रहने के बावजूद अपने बाहुबल और काले धन के बल पर […] Read more »
राजनीति रूपैया किलो में नमक-लहर November 23, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ-मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव प्रमोद भार्गव चुनावों में अकसर राजनीतिक दलों की लहर चलती है। किन्हीं विशेष उपलब्धियों अथवा सहानुभूति की लहर भी चलते देखने में आई है। लेकिन इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में एक अनूठी नमक-लहर चल रही है। इस लहर को उभारने का काम रूपैया किलो गेहूं और रूपैया किलो नमक ने किया […] Read more »
राजनीति चुनावी वादों की घूस November 21, 2013 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on चुनावी वादों की घूस संदर्भ-चुनावी घोषणा पत्र में पत्रकारों को लालच का टुकड़ा प्रमोद भार्गव पांच राज्यों में होने जा रहे चिधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को वादों की घूस देकर भटकने की कोशिश में लगे हैं। जिससे मतदाता राज्यों की बुनियादी समस्याओं, मंहगाई, भ्रष्टाचार, रोजगार, कानून समस्या, महिला सुरक्षा और कुपोषण जैसे मुद्दों से भटक जाएं। […] Read more »
महत्वपूर्ण लेख राजनीति नमो का विरोध आखिर क्यों? November 21, 2013 / November 23, 2013 by विकास कुमार गुप्ता | 22 Comments on नमो का विरोध आखिर क्यों? विकास कुमार गुप्ता प्रजातंत्र में जब सबकुछ जनता को ही तय करना है तब आखिर देशभर के नेता, बुद्धिजीवी, विचारक, समाजसेवी एवं अनेकों प्रकार के लोग आखिर मोदी विरोधी बयान क्यों दे रहे हैं? और यह बयानबाजी जब सात समुन्दर पार अंतर्राष्ट्रीय मीडियाओं द्वारा आने लगे वह भी एक प्रजातांत्रिक देश के लिए तो स्थिति […] Read more » नरेंद्र मोदी
राजनीति दागियों पर अंकुश का कानून November 20, 2013 / November 20, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने गंभीर अपराधियों को राजनीति से बाहर रखने का कानून बनाए जाने संबंधी प्रस्ताव तैयार किया है। यह निजी प्रस्ताव किसी विधेयक के प्रारूप जैसा ही है। इसे वे आगामी संसद-सत्र में प्रस्तुत करेंगे। यदि यह प्रस्ताव कानूनी रूप ले लेता है, तो जघन्य अपराधों के आरोपी चुनाव प्रक्रिया […] Read more »
राजनीति कांग्रेस की दिल्ली रैली के निहितार्थ November 20, 2013 / November 20, 2013 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी देश के पांच राज्यों में जिस प्रकार से ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार चल रहा है, उसमें हो रही चुनावी सभाओं में भीड़ कहीं कम तो कहीं ज्यादा आ रही है। जब चुनावी सभा में ज्यादा भीड़ आती है तो जिस दल की सभा होती है, उस दल के कार्यकर्ता समझने लगते हैं कि यह […] Read more »
राजनीति ‘कांग्रेस : प्रायश्चित बोध भी आवश्यक है’ November 19, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 9 Comments on ‘कांग्रेस : प्रायश्चित बोध भी आवश्यक है’ भाजपा के पी.एम. पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को कांग्रेस के रणनीतिकार और केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम् ने पहली बार कांग्रेस के लिए ‘चुनौती’ माना है। पी. चिदंबरम् ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा से बचने की प्रवृत्ति को भी पार्टी के लिए चिंताजनक कहा है। उन्होंने कहा है कि […] Read more » प्रायश्चित बोध भी आवश्यक
राजनीति कांग्रेस के ना चाहते हुए भी राहुल पर भारी पड़ रहे हैं मोदी? November 17, 2013 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 4 Comments on कांग्रेस के ना चाहते हुए भी राहुल पर भारी पड़ रहे हैं मोदी? इक़बाल हिंदुस्तानी 0सेकुलर दलों के घोटाले, अराजकता और महंगाई उनको ले डूबेगी! कांग्रेस के ना चाहते हुए भी 2014 में होने जा रहे आम चुनाव में पीएम पद का मुकाबला नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी हो चुका है। इसके साथ ही सेकुलर कहे जाने वाले अनेक दलों और लोगों की चाहत के खिलाफ मोदी का […] Read more »
राजनीति छत्तीसगढ़ का सियासी नजारा November 14, 2013 / November 14, 2013 by संजय स्वदेश | Leave a Comment संजय स्वदेश प्रसिद्ध यूरोपिय लेखक रूडयार्ड किपलिंग की एक कहावत है- भेड़िये को ताकत मिलती है भेड़िया से और भेड़िया को ताकत मिलती है भेड़िये से। भेडिया नेता है भेडिये समूह। जब एक भेडिया भेडियों के आगे नेतृत्व करता हुआ आगे आगे चलता है तो उसका मन इस आत्मविश्वास से लबरेज रहता है कि उसके […] Read more »
राजनीति मोदी का साथ और राहुल का हाथ November 14, 2013 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on मोदी का साथ और राहुल का हाथ संजय द्विवेदी देश को लोकसभा चुनावों के लिए अभी गर्मियों का इंतजार करना है किंतु चुनावी पारा अभी से गर्म हो चुका है। नरेंद्र मोदी की सभाओं में उमड़ती भीड़, सोशल नेटवर्क में उनके समर्थन-विरोध की आंधी के बीच एक आम हिंदुस्तानी इस पूरे तमाशे को भौंचक होकर देख रहा है। पिछले दो लोकसभा चुनाव […] Read more » नरेंद्र मोदी राहुल गांधी