समाज विरासत : सुनने की फुर्सत हो तो, आवाज़ है पत्थरों में… December 20, 2009 / December 25, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 1 Comment on विरासत : सुनने की फुर्सत हो तो, आवाज़ है पत्थरों में… हरियाणा के हिसार क़िले में स्थित गूजरी महल आज भी सुल्तान फिरोज़शाह तुगलक और गूजरी की अमर प्रेमकथा की गवाही दे रहा है। गूजरी महल भले ही आगरा के ताजमहल जैसी भव्य इमारत न हो, लेकिन दोनों की पृष्ठभूमि प्रेम पर आधारित है। ताजमहल मुग़ल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज़ की याद में 1631 […] Read more » Gujri mahal गूजरी महल
समाज मुस्लिम औरतों की दयनीय स्थिति : ज़रूरत है एक बी आपा की December 18, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 4 Comments on मुस्लिम औरतों की दयनीय स्थिति : ज़रूरत है एक बी आपा की महिलाएं चाहे जिस वर्ग, वर्ण, समाज की हों, सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं, दमित हैं, पीड़ित हैं। इनके उत्थान के लिए बाबा साहब भीम राव आंबेडकर ने महिलाओं के लिए आरक्षण की वकालत की थी। महात्मा गांधी ने देश के उत्थान को नारी के उत्थान के साथ जोड़ा था। मुस्लिम औरतों की स्थिति सबसे बदतर है। […] Read more » Muslim lady मुस्लिम औरत
समाज रंभाती संस्कृति को भूलता समाज December 17, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on रंभाती संस्कृति को भूलता समाज गो-माता के विषय में यह तर्क देने की आवश्यकता हिन्दू समाज को नहीं है कि उससे हमको क्या-क्या फायदे हैं। समाचार-पत्र और पत्रिकाएं संभवतः स्मृतिहीन नई-पीढ़ी के लिये ही खनिज-लवण और पौष्टिक तत्वों की लिस्ट छापकर गाय के पक्ष में नारेबाजी करती रही हैं, और निष्कर्ष निकाले जाते हैं कि गाय क्योंकि हमारी आर्थिकी का […] Read more » Society समाज
समाज जातिवाद की आग में झुलस सकता है देश December 16, 2009 / December 16, 2009 by लिमटी खरे | 3 Comments on जातिवाद की आग में झुलस सकता है देश मुगलों और अंग्रेजों के आक्रमण के बाद आजाद हुए छ: दशक से ज्यादा समय बीत चुका है किन्तु देश से जाति के नाम पर वैमनस्य कम होता नहीं दिख रहा है। वोटबैंक सहेजे रखने की खातिर जनसेवकों द्वारा अगडी और पिछडी जातियों के बीच की खाई को पाटने के बजाए बढाने का ही काम किया […] Read more »
समाज अब कहाँ नींद खुलती है गौरैया के साथ December 16, 2009 / December 25, 2011 by प्रदीप श्रीवास्तव | Leave a Comment पाठकों आप में से कई लोगों को याद भी नहीं होगा कि आखिरी बार गौरैया कब देखा था, नई पीढी के बच्चों ने तो केवल अपनी पाठ्य पुस्तकों में ही पढ़ा होगा, वह भी गौरैया नहीं, अंगरेजी में स्पयरो शब्द से ही जानते होंगें. जानेंगे भी कैसे, महानगरों की बात छोडें, अब तो छोटे शहरों के साथ-साथ […] Read more » Sparrow गौरैया
समाज नारी तुम केवल श्रद्घा थी…….! December 15, 2009 / December 25, 2011 by पंकज झा | 20 Comments on नारी तुम केवल श्रद्घा थी…….! नयनतारा सहगल की योरोप यात्रा के दौरान उनके पहनावे (साड़ी) को देखकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए एक अंग्रेज ने उनसे पूछा था, आपके इस ड्रेस में न कहीं बटन है, न आप बेल्ट से इसे बांधती हैं, क्या यह कभी खुल नहीं जाता? गिर नहीं जाता यह? सहगल का जवाब था…… यह पिछले हजारों-हजार साल […] Read more » Woman नारी
समाज लड़कियों की ख़रीद-फ़रोख्त की मंडी बना हरियाणा December 9, 2009 / December 25, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 2 Comments on लड़कियों की ख़रीद-फ़रोख्त की मंडी बना हरियाणा पिछले क़रीब दो दशकों से हरियाणा में मानव तस्करी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। ख़ास बात यह है कि यह सब ‘विवाह’ की आड़ में किया जा रहा है। जिन राज्यों की लड़कियों को हरियाणा में लाकर बेचा जा रहा है, उनमें असम, मेघालय, पं. बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडू […] Read more » Hariyana हरियाणा
समाज विज्ञान ने भी आर्य-द्रविड़ के भेद को नकारा December 9, 2009 / December 25, 2011 by राकेश उपाध्याय | 4 Comments on विज्ञान ने भी आर्य-द्रविड़ के भेद को नकारा सदियों से भारतीय इतिहास पर छायी आर्य आक्रमण सम्बन्धी झूठ की चादर को विज्ञान की खोज ने एक झटके में ही तार-तार कर दिया है। विज्ञान की आंखों ने जो देखा है उसके अनुसार तो सच यह है कि आर्य आक्रमण नाम की चीज न तो भारतीय इतिहास के किसी कालखण्ड में घटित हुई और […] Read more » Science विज्ञान
समाज भोपाल गैस कांड : अब सरकारी और प्रशासनिक अवहेलना का दंश झेल रहे हैं पीड़ित December 3, 2009 / December 25, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | Leave a Comment इतिहास की सबसे बुरी औद्योगिक त्रासदी कहे जाने वाले भोपाल गैस कांड को आज 25 साल पूरे हो गए हैं. इंसाफ़ की राह तकते-तकते पीड़ितों की आंखें पथरा गई हैं, लेकिन ढाई दशक बीतने के बाद भी उन्हें केवल कोरे आश्वासन ही मिल रहे हैं. इस कांड के इतने लंबे अरसे बाद भी भोपाल गैस […] Read more » Bhopal Gas Tragedy भोपाल गैस कांड
समाज अब भी यादों में है भौपाल गैस हादसा December 1, 2009 / December 2, 2009 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on अब भी यादों में है भौपाल गैस हादसा भोपाल गैस हादसा अब भी लोगों के जेहन में है। घटना की 25 वीं बरखी पर हर साल की तरह रैली व प्रदर्शनों का दौर चल पड़ा है। इसके आगे जारी रहने की संभावना है। 2-3 दिसंबर 1984 की रात को याद कर लोग अब भी सहम जाते हैं। नई पीढ़ी उस बारे में सोच […] Read more »
समाज दलितों के विकास बिना राष्ट्र का सर्वांगीण विकास अधूरा : दत्तात्रेय होसबोले November 26, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 6 Comments on दलितों के विकास बिना राष्ट्र का सर्वांगीण विकास अधूरा : दत्तात्रेय होसबोले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि दलितों की समस्याओं को दूर करने के लिए शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने यह बातें आज राष्ट्रवादी अम्बेडकरवादी महासंघ द्वारा डिप्टी स्पीकर हॉल, कांस्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में ‘हिंदू दलित के समक्ष चुनौतियां’ विषय पर आयोजित सेमिनार […] Read more » Development of Dalit दलितों के विकास
समाज क्यों बनते हैं किन्नर – राजकुमार सोनी November 6, 2009 / December 26, 2011 by राजकुमार सोनी | 10 Comments on क्यों बनते हैं किन्नर – राजकुमार सोनी प्राइम एंट्रो: किन्नर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में एका कौतूहल का विषय हैं। इनके नाजो-नखरे देख अक्सर लोग हंस पड़ते हैं, तो की बेचारे घबरा जाते हैं कि कहीं सरे बाजार ये उनकी मिट्टी पलीद ना कर दें। मगर किन्नर बनते कैसे हैं? इनका जन्म कैसे होता है? अगर आप इनकी जिंदगी की […] Read more » Rajkumar Soni किन्नर क्यों बनते हैं किन्नर राजकुमार सोनी