समाज विशुद्ध राजनीतिक है जाति आधारित जनगणना की मांग July 19, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on विशुद्ध राजनीतिक है जाति आधारित जनगणना की मांग – अवधकिशोर संपूर्ण देश की जनसंख्या कितनी है और यह किस अनुपात में बढ़ रही है, इसकी जानकारी हेतु प्रत्येक दस वर्ष पर जनगणना होती है। जनगणना हो तो उसका आधार क्या हो, यह स्पष्ट होना ही चाहिये। इस बार की जनगणना में जातिगत गणना की विशेष चर्चा है। इसके पक्ष-विपक्ष में आये दिन राजनैतिक […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना
समाज हत्याएं: सम्मान की खातिर या सम्मान की? July 14, 2010 / December 23, 2011 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on हत्याएं: सम्मान की खातिर या सम्मान की? -तनवीर जाफ़री मध्यम एवं निम्न मध्यम वर्ग के प्रेमी युगल इन दिनों काफी संकट के दौर से गुजर रहे हैं। कहीं खाप पंचायतों के ‘तालिबानी’ फरमानों के तहत उनकी हत्याएं की जा रही हैं तो कहीं उन्हें अपने प्रेम की सजा भुगतने के अंतर्गत अपने पुश्तैनी गांव छोड़कर अन्यत्र चले जाने के ‘आदेश’ दिए जा […] Read more » Khap खाप
समाज जातिमुक्त समाज की जरुरत July 12, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on जातिमुक्त समाज की जरुरत -आर. एल. फ्रांसिस जनगणना में जाति को शामिल किया जाए या नहीं, इस बात का निर्णय करने के लिए संप्रग सरकार ने मंत्रियों के एक समूह का गठन किया है, जो जल्द ही इस पर अपना निर्णय देगा। देश में 2011 की जनगणना का कार्य चल रहा है। सतारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कई घटक […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना
समाज मानव अधिकार की तलाश में ग्रामीण समाज July 10, 2010 / December 23, 2011 by आलोक कुमार यादव | 2 Comments on मानव अधिकार की तलाश में ग्रामीण समाज -आलोक कुमार यादव ”विविधताओं में एकता ” को सदियों से अक्षुण्य बनायें रखनें वाला विश्व में एकमात्र ”भारतीय समाज” है। भारतीय समाज विश्व के अन्य समाजों से इस अर्थ में विलक्षण है कि इसमें विभिन्न धर्मो, संस्कृतियों और भाषाओं का अद्भुत सामंजस्य है। फिर भी अनेक विविधताओं में जीने वाले लोग किसी न किसी तरह […] Read more » Human Rights मानव अधिकार
समाज गाँधीवादी संस्थाओं की बदहाली July 9, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – डॉ. अनिल दत्त मिश्र स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी का योगदान किसी से छिपा हुआ नहीं है। गांधी नैतिकता, ईमानदारी तथा नैतिक बल सदाचार आदि आजादी के पूर्व भी प्रतीक यंत्र था, आजादी के बाद भी। जाति के लोगों ने जातिय पंचायत करके विदेश पढ़ने हेतु जाने से रोका। बालक मोहनदास करमचंद गांधी ने […] Read more » Gandhism गाँधीवाद
समाज संघ का सच June 18, 2010 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 74 Comments on संघ का सच संजीव कुमार सिन्हा हम देखते हैं कि 1885 में स्थापित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जहां आंतरिक कलह और परिवारवाद के कारण दिन-प्रतिदिन सिकुड़ती जा रही है, वहीं 1925 में दुनिया को लाल झंडे तले लाने के सपने के साथ शुरू हुआ भारतीय कम्युनिस्ट आंदोलन आज दर्जनों गुटों में बंट कर अंतिम सांसें ले रहा है। इनके […] Read more » RSS आरएसएस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
समाज बदलते सामाजिक संबंधों की त्रासदी June 18, 2010 / December 23, 2011 by राजेश त्रिपाठी | Leave a Comment किस कदर आप्रासंगिक हो रही है बुजुर्ग पीढ़ी -राजेश त्रिपाठी परिवार यह चार अक्षरों का महज एक शब्द नहीं अपितु एक सुखद एहसास है। एहसास प्रेम का, विश्वास का और आश्रय का। परिवार समाज व्यवस्था का एक अभिन्न और अनिवार्य अंग। जिसे परिवार का सुख प्राप्त है, मानो उसके लिए जमीन में ही जन्नत का […] Read more » Joint Family संयुक्त परिवार
समाज दलित ईसाइयों की मुश्किलों का हल रंगनाथ आयोग नहीं! June 17, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on दलित ईसाइयों की मुश्किलों का हल रंगनाथ आयोग नहीं! -आर. एल. फ्रांसिस जस्टिस रंगनाथ मिश्र कमीशन की रिपोर्ट को लेकर देश के अल्पसंखयक वर्गों में खासी हलचल है और ईसाई समुदाय भी इससे अछूता नही है। इस रिपोर्ट में ईसाइयों को शैक्षणिक रुप से पिछड़ा बताया गया है। इसी तरह अन्य मामलों में भी उनकी स्थिति चिंतनीय बतायी गई है। शिक्षा और स्वस्थ्य के […] Read more » Problem रंगनाथ मिश्र आयोग रिपोर्ट
समाज कब दूर होगी अछूत की शिकायत June 16, 2010 / December 23, 2011 by संजय कुमार | 13 Comments on कब दूर होगी अछूत की शिकायत -संजय कुमार ”जनगणना 2011” में जातिगत जनगणना की चर्चा से ही भूचाल सा आ गया है। मीडिया में एक तरह का अघोषित युद्ध लेखकों ने छेड़ रखा है। कोई विरोध में खड़ा है तो कोई समर्थन में। हाल आरक्षण वाला है। तर्क पर तर्क दिये जा रहे हैं। सच्चाई को दरकिनार कर हर कोई अपनी […] Read more » Untouchables अछूत अछूत की शिकायत
समाज अब दहेज का शिकार हो रही हैं ‘हव्वा की बेटियां’ June 14, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 3 Comments on अब दहेज का शिकार हो रही हैं ‘हव्वा की बेटियां’ -फ़िरदौस ख़ान हिन्दुस्तानी मुसलमानों में दहेज का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है. हालत यह है कि बेटे के लिए दुल्हन तलाशने वाले मुस्लिम वाल्देन लड़की के गुणों से ज़्यादा दहेज को तरजीह (प्राथमिकता) दे रहे हैं. हालांकि ‘इस्लाम’ में दहेज की प्रथा नहीं है. एक तरफ जहां बहुसंख्यक तबक़ा दहेज के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद […] Read more » Muslim दहेज मुसलमान
समाज हमारी परंपरा- सहिष्णुता एवं सर्वधर्म समभाव June 14, 2010 / December 23, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment -तनवीर जाफरी हालांकि 16वीं शताब्दी के भारतवर्ष में ही सम्राट अकबर ने अपने सेनापति मानसिंह की बहन जोधाबाई से विवाह कर तथा एक इससे पूर्व अकबर के पिता मुंगल शासक हुमायुं ने कर्मवती से अपने हाथों में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षा बंधन बंधवाकर भारतवासियों के साथ-साथ शेष दुनिया को भी यह संदेश […] Read more » all religion सर्वधर्म समभाव सहिष्णुता
समाज गणना मानव की हो, झुंड की नहीं! June 14, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment जातिगत जनगणना के विरोध में आगे आए विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रमुख लोग -आर. एल.फ्रांसिस जनगणना में जाति को शामिल किया जाए या नही इसको लेकर देश में जोरदार बहस खड़ी हो गई है। इस बहस को धारधार बनाने एवं इसे जनता के बीच ले जाने के मकसद से विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कुछ प्रमुख […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना