विविधा युवा हैं भारत की धमनियां February 19, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment मुरारी गुप्ता भारत सरकार ने स्वामी विवेकानंद की एक सौ पचासवीं जयंती को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का फैसला किया है। विवेकानंद की जयंती का अर्थ महज आयोजन या उत्सव की औपचारिकता नहीं है। इसका अर्थ है युवाओं का उत्सव। युवाओं के सुप्त विचारों में अग्नि के तेज सी उत्तेजना पैदा करने का उत्सव। मानसिक […] Read more » youth युवा
विविधा अब बंद भी करो सब ठीक-ठाक है जैसी लीपापोती की परंपरा February 19, 2011 / December 15, 2011 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी आज हमारे देश में चारों ओर भ्रष्टाचार का मुद्दा चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है। ऐसा लगता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘भ्रष्टाचार ही चुनाव का केंद्र बिंदु होगा। परंतु यदि हम भ्रष्टाचार के इन कारणों की तह में जाने की कोशिश करें तो हम यह पाएंगे कि हमारे देश में […] Read more » Tradition परंपरा
विविधा दर्द भरी प्रेम कहानी…बच गया राजा, चली गई रानी February 18, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | Leave a Comment सियासत की दुनिया में दखल रखने वाला रोमेश जेल गया और बाहर उसकी महबूबा का क़त्ल हो गया। रोमेश ने वादा पूरा किया और प्रेमिका की लाश से शादी रचाई। उस पर ही कुंजुम के कत्ल का आरोप था पर अदालत ने उसे बेगुनाह माना… चण्डीदत्त शुक्ल महबूबा की लाश से लिपट, फफक-फफककर रो पड़ा […] Read more »
विविधा संतोष भारतीय को आफ़ताब-ए-सहाफ़त अवार्ड February 18, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on संतोष भारतीय को आफ़ताब-ए-सहाफ़त अवार्ड आल इंडिया तंज़ीम उलेमा-ए-हक़ द्वारा आयोजित आतंकवाद और सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय एकता अधिवेशन का आयोजन नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में किया गया, जिसमें उर्दू के पहले अंतरराष्ट्रीय साप्ताहिक चौथी दुनिया अख़बार के प्रधान संपादक संतोष भारतीय को उर्दू पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए आफ़ताब-ए-सहाफ़त अवार्ड से सम्मानित किया गया. […] Read more » Indian संतोष भारतीय
विविधा 1924 : जब महात्मा गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने February 17, 2011 / December 15, 2011 by लालकृष्ण आडवाणी | 4 Comments on 1924 : जब महात्मा गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने लालकृष्ण आडवाणी पिछले दिनों रामकृष्ण मिशन, बेलगांव ने मुझे वहां पर निर्मित एक विशाल सभागार का औपचारिक उद्धाटन करने के लिए निमंत्रित किया, जहां पर स्वामी विवेकानन्द दक्षिण भारत की अपनी पहली यात्रा के दौरान रूके थे। इस कार्यक्रम के लिए कलकत्ता स्थित मिशन के मुख्यालय वेल्लुर मठ के प्रमुख सहित सारे देश से रामकृष्ण […] Read more » Mahatma Gandhi महात्मा गांधी
विविधा नेताजी से की मोहब्बत, गई जान… February 17, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | 3 Comments on नेताजी से की मोहब्बत, गई जान… – चण्डीदत्त शुक्ल रामजी की अयोध्या के एकदम बगल बसे फैजाबाद को लोग बहुतेरी वज़हों से जानते-पहचानते हैं, लेकिन यहीं के साकेत पीजी कॉलेज का ज़िक्र एकेडेमिक एक्सिलेंस और स्टूडेंट इलेक्शंस को लेकर होता है। साकेत ने देश को कई नामी-बदनाम-छोटे-बड़े नेता दिए हैं। यहीं पर लॉ की स्टूडेंट थी शशि। कमसिन, कमउम्र, खूबसूरत शशि […] Read more » Love प्रेम मोहब्बत
विविधा विकास के नाम पर भुखमरी भुगतते लोग February 15, 2011 / December 15, 2011 by राखी रघुवंशी | 4 Comments on विकास के नाम पर भुखमरी भुगतते लोग -राखी रघुवंशी बिसाली गांव के पूनमसिंह ने जीवन जीने के लिए कड़ा संघर्ष किया। बचपन से ही मजदूरी की, बंधुआ मजदूर रहा और अभावों में पला। किन्तु उसने हिम्मत नहीं हारी और कठोर परिश्रम, सूझबूझ तथा पाई-पाई की बचत से गांव के आटा चक्की लगाई। जिससे वह हर रोज 50-60 रूपए कमा लेता। इस तरह […] Read more » Famine भुखमरी विकास
विविधा एक अंग्रेज की ईमानदार स्वीकारोक्ति February 15, 2011 / December 15, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 4 Comments on एक अंग्रेज की ईमानदार स्वीकारोक्ति डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जहां तक मुझे याद है, मैं 1977 से एक बात को बड़े-बड़े नेताओं से सुनता आ रहा हूँ कि भारतीय कानूनों में अंग्रेजी की मानसिकता छुपी हुई है, इसलिये इनमें आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत है, लेकिन परिवर्तन कोई नहीं करता है| हर नेता ने कानूनों में बदलाव नहीं करने के लिये […] Read more » English अंग्रेज
विविधा पते और स्टैंप के बिना एक चिट्ठी February 14, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | Leave a Comment गुज़रा हुआ प्रेम बिसार पाना मुश्किल होता है, तक़रीबन नामुमकिन। कोई जगह, कोई लमहा सबकुछ लेकर आ जाता है सामने। यादों की ऐसी ही एक पोटली…एक चिट्ठी, उसके नाम, जो जिस्म से साथ नहीं है पर यादें अश्क बनकर आंख में मौजूद हैं और धड़कन की शक्ल में दिल के बीच ज़िंदा…। फिज़ाओं में प्यार […] Read more »
विविधा सिर्फ एक दिन प्यार करें ! February 14, 2011 / December 15, 2011 by संजय द्विवेदी | 2 Comments on सिर्फ एक दिन प्यार करें ! वेलैंटाइन डे (14फरवरी) पर विशेषः -संजय द्विवेदी क्या प्रेम का कोई दिन हो सकता है। अगर एक दिन है, तो बाकी दिन क्या नफरत के हैं ? वेलेंटाइन डे जैसे पर्व हमें बताते हैं कि प्रेम जैसी भावना को भी कैसे हमने बांध लिया है, एक दिन में या चौबीस घंटे में। पर क्या ये […] Read more » Valentine Day वैलेंनटाइन डे
विविधा एक प्रेमी के नोट्स February 14, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | 1 Comment on एक प्रेमी के नोट्स चण्डीदत्त शुक्ल प्यार ना प्यास है, ना पानी। ना फानी है, ना रूहानी। मिठास है, तो कड़वाहट भी। बेचैनी है तो राहत भी। पहला प्यार अक्सर भोला होता है। भले ही उम्र पंद्रह की हो या फिर पचपन की। कैसे-कैसे अहसास भी तो होते हैं पहले प्यार में। एक प्रेमी के नोट्स पढिए, इस वैधानिक […] Read more » Lover प्रेमी
विविधा आदिवासियों का प्रणय पर्व भगोरिया February 14, 2011 / December 15, 2011 by सतीश सिंह | 4 Comments on आदिवासियों का प्रणय पर्व भगोरिया सतीश सिंह आधुनिकता का लबादा ओढ़कर हम धीरे-धीरे अपनी सभ्यता, संस्कृति, परम्परा और पहचान को भूलने लगे हैं। जबकि हमारे रीति-रिवाज हमारे लिए संजीविनी की तरह काम करते हैं। हम इनमें सराबोर होकर फिर से उर्जस्वित हो जाते हैं और पुन: दूगने रफ्तार से अपने दैनिक क्रिया-कलापों को अमलीजामा पहनाने में अपने को सक्षम पाते हैं। […] Read more » Aboriginal आदिवासी भगोरिया