-कुमार सुशांत-
नई दिल्ली। नई दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आज डॉ. हेडगेवार शतरंज प्रतियोगिता का समापन हो गया। समापन समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, दरियागंज से पार्षद सिम्मी जैन, प्रभारत प्रकाशन के प्रमुख प्रभात कुमार, दिल्ली चेस एसोसि. के सचिव एके वर्मा सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। श्री माधव ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि बौद्धिक स्तर पर शतरंज से बेहतर और दूसरा कोई खेल नहीं है। उन्होंने इस प्रतियोगिता के लिए आयोजकों की खासी सराहना की। वहीं दरियागंज की पार्षद सिम्मी जैन ने कहा कि डॉ. हेडगेवार जी के जीवन से प्रेरणा लेते इस तरह का टूर्नामेंट बच्चों के विकास और उत्साह के लिए काफी जरूरी है।
बता दें कि 27 अप्रैल से चल रही इस प्रतियोगिता में कुल 230 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने किया था। कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद श्री सिंह ने कहा कि शतरंज एक ऐसा बौद्धिक खेल है, जो हमें नीति और रणनीति दोनों के बेहतर तालमेल बनाने की प्रेरणा देता है, जो हर क्षेत्र में जरूरी है। वहीं इस मौके पर कई ग्रैंडमास्टर्स भी शिरकत करते नज़र आए। ग्रैंडमास्टर्स में पीएम थिप्सय, वैभव सूरी, सहज ग्रोवर, श्रीराम झा शामिल रहे, वहीं वूमेन ग्रैंडमास्टर्स में तानिया सचदेव होंगी, इंटरनेशनल मास्टर्स अतानु लाहिरि भी मौजूद रहे। पहले राउंड के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी शामिल हुए।
प्रतियोगिता के आयोजन समिति के संयोजक शिरिश जैन बताते हैं कि शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन ही इसलिए किया गया क्योंकि यही एक खेल है जो हमें जीवन में धैर्यवान होने की प्रेरण देता है। इसके अलावा जीवन में यह भी सीख देता है कि योजना और क्रियान्वयन का बेहतर तालमेल हो तो जीवन में एक छोटा मनुष्य भी बहुत बड़ा कर सकता है। इस टूर्नामेंट में अलग-अलग स्तर पर विजयी 35 प्रतिभागियों के बीच 10 लाख रुपए तक की इमानी राशि वितरित की गई।
28 अप्रैल को जारी इस प्रतियोगिता में पूर्व चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा शामिल हुए। इस मौके पर श्री ब्रह्मा ने कहा कि शतरंज ही एक खेल है जो बौद्धिकता का परिचायक है और ऐसे आयोजन खेल व खिलाड़ी दोनों में महत्वपूर्ण हैं। वहीं 29 अप्रैल को इस प्रतियोगिता में खेल सचिव अजीत सरण शामिल हुए। इस मौके पर श्री सरण ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिता समाज के नौजवानों में आत्मविश्वास और बेहतर दिशा देने का काम करते हैं। 30 अप्रैल को इस प्रतियोगिता में भारत सरकार में विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री जितेंद्र सिंह व एआईएसईसीटी के कुलपति संतोष चौबे शामिल हुए। इस मौके पर जितेंद्र सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता केवल खेल और सम्मान तक ही सीमित न रहे, बल्कि आयोजक हमें ये भी प्रस्ताव दे सकते हैं कि हम इन खिलाड़ियों के लिए और क्या कर सकते हैं, वह प्रस्ताव सरकार के सामने रखा जाएगा और इनके बेहतर भविष्य की दिशा में सकारात्मक फैसला लिया जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि शतरंज ऐसा खेल है जिसमें धैर्य और बुद्धि को बेजोड़ मेल दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब हम अपने देश में शतरंज को भी अधिक से अधिक तवज्जो दें और इसका प्रसार करें। सरकार हर कदम पर साथ देगी। वहीं, एआईएसईसीटी के कुलपति श्री चौबे ने कहा कि जिस तरह केंद्रीय मंत्री ने सरकार की ओर से ऐसे पहल को अभी पेश किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है और मैं इसकी सराहना करता हूं। श्री चौबे ने भी ऐसी प्रतियोगिता के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया। वहीं, दरियागंज से पार्षद सिम्मी जैन ने अंत में सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया।
प्रतियोगिता में आकर्षण का केंद्र बने रहे दृष्टिहीन बच्चे
इस प्रतियोगिता में सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र बने रहे, दृष्टिहीन बच्चे। गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी फॉर ब्लाइंड ब्यॉयज के बच्चों के साथ कई और स्कूली बच्चों ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता ने कुल 14 ऐसे बच्चे शामिल हुए, जिनकी आंखों में भले ही रौशनी न हो, लेकिन हौंसले इस कदर दिखे कि वह अच्छे-अच्छे आंख वाले प्रतियोगियों से काफी आगे रहे।
इन्होंने जीता इनामः
नाम इनामी राशि
थिप्सय प्रवीण (जीएम) 1,50,000 रु
सप्तर्शी रॉय 1,20,000 रु
गुसैन हिमल 1,00,000 रु
ग्रोवर सहज 75,000 रु
रवि तेजा एस 60,000 रु
हिमांशु शर्मा 50,000 रु
लाहिरी अतानु 40,000 रु
पालित सोमक 30,000 रु
ठाकुर आकाश 25,000 रु
श्रीराम झा 20,000 रु
संगमा राहुल 15,000 रु
चक्रवर्ती रेड्डी 15,000 रु
रॉय चौधरी सप्तर्शी 15,000 रु
प्रिंस बजाज 15,000 रु
कुमार गौरव 15,000 रु
कौस्तुव कुंडू 10,000 रु
पाटिल प्रतीक 10,000 रु
म्तिरभा गुहा 10,000 रु
आराध्य गर्ग 10,000 रु
प्रदीप घोष 10,000 रु
राघव श्रीवास्तव 7,000 रु
दिवान राजेश 7,000 रु
साई अग्नि जीवितेश 7,000 रु
अर्पण दास 7,000 रु
राजेश वी. 7,000 रु
सिंह अरविंदर प्रित 5,000 रु
निशांत मल्होत्रा 5,000 रु
सांतु मोंडल 5,000 रु
सुमित ग्रोवर 5,000 रु
अनुराग जायसवाल 5,000 रु
शुभम शुक्ला 5,000 रु
दीपक कटियार 5,000 रु
अभिदास दास 5,000 रु
वर्मा एच 5,000 रु
ओजस कुलकर्णी 5,000 रु