पृथ्वी दिवस

0
178

धरती है माँ हमारी,जो करती सबका ध्यान |
उससे से बडा कोई नहीं,करे उसका सम्मान ||

धरती माँ करती रहती,सबका है उपकार |
इसको बचाने के लिये हम भी करे उपचार ||

धरती माँ भले एक है,उसके नाम है अनेक |
भू,धरा,धरणी वसुधा पृथ्वी उनमे से एक ||

धरती माँ सबको पालती,इसके बड़े प्रमाण |
वह सब कुछ दे रही,देवे उसी में से हम दान ||

मत फैलाओ प्रदुषण,माँ हो जायेगी नाराज |
वर्ना कोरोना वायरस,करेगा हम पर राज ||

धरती माँ का चुका नहीं सकते हम ऋण ||
चाहे सौ जन्म लो हो सकते नहीं उऋण ||

आर के रस्तोगी

Previous articleकोरोनाः कुछ सख्तियां जरुरी
Next articleहरिजनों से प्यार व छुआछूत से दूरी गांधीजी ने हजरत मुहम्मद सल्ल से सीखी थी, वेदों से नहीं!
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here