
—विनय कुमार विनायक
नववर्ष हो मंगलमय
नहीं किसी को कोई भय हो
नहीं हो कोई संशय
नववर्ष में नव संकल्प करें
हर क्षेत्र में हो विजय
पिछले वर्ष का भूलें पराजय
नववर्ष हो मंगलमय
उम्दा उम्मीदें सहेज लीजिए
नववर्ष हो मंगलमय
सबको खुशी के संदेश दीजिए
नववर्ष हो मंगलमय
जो रुठ गए उन्हें गले लगाइए
अहंकार का हो क्षय
सोए भाग्य को फिर से जगाइए
हर मानव का हो जय
पद पैसा प्रतिष्ठा है क्षणिक चीज
इन चीजों से ना किसी को आंकिए
हो सके तो पद प्रतिष्ठाहीन को
स्नेह प्यार सहकार अवश्य बांटिए
नववर्ष हो मंगलमय
सब जीव जंतु प्राणी हो निर्भय
सबके जीवन में हो समन्वय
नववर्ष हो मंगलमय!
—विनय कुमार विनायक