जनसेवा की अपार क्षमता और आकर्षक व्यक्तित्व के धनी हैं सिंधिया जी

(केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 51 वें जन्मदिवस पर विशेष)

देश के युवा ह्रदय सम्राट व राज्यसभा सांसद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के केंद्रीय मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में बखूबी अपनी जनसेवा कर रहे हैं। उन्होंने थोड़े समय में ही ग्वालियर अंचल सहित पूरे देश में जो उड्डयन क्रांति की है उससे हम सभी भली भांति परिचित हैं।

श्रीमन्त ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को मुम्बई में हुआ। वे भारतीय राजनीति के चमकीले तारे कैलाशवासी श्रीमन्त माधवराव सिंधिया और श्रीमन्त माधवी राजे सिंधिया के पुत्र हैं। उन्होंने बम्बई के कैंपियन स्कूल और दून स्कूल, देहरादून में पढ़ाई की। 1993 में उन्होंने अमरीका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय के स्नातक की उपाधि ली, उन्होंने अर्थशास्त्र में बीए की डिग्री के साथ स्नातक किया है। 2001 में, उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की उपाधि ली।

श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय राजनीति के ऐसे नेता हैं जो अपनी वंश परंपरा के अनुसार अपार प्रशासनिक क्षमता रखते हैं। प्रशासनिक क्षमता उनके DNA में है। जितने भी ब्यूरोक्रेट्स होते हैं उनसे प्रशासनिक क्षमता वाले नेता अच्छे से काम कराने में सक्षम होते हैं। उनकी प्रशासनिक क्षमता ऐसी है कि अधिकारी उन्हें गुमराह नहीं कर पाते। उनका हिंदी, अंग्रेजी और मराठी में बराबर का अधिकार है । वे आज के आधुनिक समय के बहुत अच्छे टेक्नोक्रेट हैं। उनका व्यक्तित्व पारदर्शी है और बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। काम कैसे कराया जाता है ये उन्हें अच्छे से आता है। श्रीमंत सिंधिया को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जो भी विभाग मिलता है उसमें वे क्रांति कर देते हैं जिसका लाभ देश, प्रदेश व ग्वालियर चंबल क्षेत्र की जनता को भरपूर मिलता है। उनके स्व. पिताजी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में रेलवे सहित मानव संसाधन विभाग को अच्छे से चमकाया था। श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया भी जब कॉमर्स, संचार व अन्य विभागों में राज्यमंत्री रहे तब उन्होंने पूरे देश के पोस्ट ऑफिसों और ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत उत्कृष्ट काम किया। वे 18 घण्टे काम करने वाले वर्क कल्चर के नेता हैं। उनका परिवार हमेशा से सेवा के लिए राजनीति करता है राजनीति के लिए राजनीति नहीं।वे अपने पिता को रोल मॉडल मानते हैं। वे मप्र की जनता के विकास के आइकॉन माने जाते हैं। उनके नागरिक उड्डयन मंत्री बनने के बाद
ग्वालियर विमान सेवाओ के क्षेत्र में भारत के मानचित्र पर विशिष्ट स्थान प्राप्त कर चुका है। ये बात किसी से छिपी नहीं है।

श्रीमन्त सिंधिया आकर्षक व्यक्तित्व के धनी हैं । इसी कारण वे जन जन के चहेते हैं। उनकी जनसभाओं में अपार भीड़ उन्हें सुनने आती है। वे मोदी सरकार के ऊर्जावान व आकर्षक व्यक्तित्व नेताओं में शुमार हैं। 300 साल की जनता की सेवा की विरासत को वे भली भांति समझते हैं। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के अभिन्न मित्र हैं।

मेरा सौभाग्य है कि मुझे 40 वर्ष से सिंधिया परिवार का सानिध्य प्राप्त हुआ है और कैलाशवासी बड़े महाराज के साथ कार्य करने का एक लंबा अवसर मिला। श्रीमन्त ज्योतिरादित्य सिंधिया मेरे आदर्श हैं। मैं उनके जन्मदिवस पर उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की परम् पिता परमात्मा से प्रार्थना करता हूँ।
श्रीमन्त सिंधिया के 51 वें जन्मदिन पर उन्हें कोटि कोटि बधाइयां।

डॉ केशव पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी

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