चुटकुले

बुद्धु नहीं है गुज्जु

डॉ. मधुसूदन

(दो गुज्जु चुटकुले )
जो आज कल सुनाए जा रहे हैं।
अंत तक पढें।
चुटकुला एक
गुज्जु बाप:
बेटा देख, तेरे लिए, लडकी ढूंढी है। gujjuतुम्हें उससे विवाह करना होगा।
बेटा:
नहीं, मैं अपनी पसंद की लडकी से विवाह करूँगा।
बाप:
पर बेटा, सोच। यह लडकी बिल गेट्स की इकलौती पुत्री है।
बेटा:
ऐसा? तो तो फिर बात ही अलग है।
{दूसरे ही, दिन गुज्जु बाप, बिल गेटस से भेंट करता है।}
गुज्जु बाप:
बिल, एक बहुत अच्छा लडका है, तेरी पुत्री के लिए।

बिल गेट्स:
पर, मेरी बिटिया, अभी छोटी है। आयु ही क्या है उसकी ?
गुज्जु बाप:
पर, बिल यह लडका हाथ से निकल न जाए। वह “वर्ल्ड बॅन्क” का सहायक प्रबंधक है। सोच ले!

बिल गेट्स:
अच्छा ! तो तो फिर बात अलग बनती है।
{अंतमें गुज्जु बाप वर्ल्ड बॅंक के प्रधान प्रबंधक की भेंट करता है।}

गुज्जु बाप:
मैं एक होनहार युवक को जानता हूँ। जो आपकी बॅन्क को बहुत लाभ कराएगा। सहायक प्रबंधक पद पर उचित रहेगा।
प्रधान प्रबंधक:
पर मेरे पास आवश्यकता से अधिक सहायक प्रबंधक पहले से ही है।

गुज्जु बाप:
पर यह होनहार युवक बिल गेट्स का दामाद है।

प्रधान प्रबंधक:
अच्छा, अच्छा। तो तो फिर बात ही अलग है।

ऐसे चला करता है, गुज्जु का व्यापार!

{यह पुरानी कहानी है।अब एक नयी कहानी पढिए।}
(अंत तक पढें)

मोदी:
मैं, मेरे सपने का भारत बनाना चाहता हूँ।
भारतीय जनता:

“पर सिंगापूर जैसा विकास अच्छा रहेगा।”

मोदी: “पर विकास जापान जैसा होगा।”
जनता: तो, तो, फिर ठीक है।
अगले महीने: मोदी जापान दौरेपर।
मोदी:
मैं भारत को जापान की भाँति विकसित करना चाहता हूँ।
जापान:
पर जापान के आदर्श पर भारत विकास में बहुत वर्ष लगेंगे।
मोदी:
फिर से ठीक सोच लो ……नहीं तो मैं चीन जैसा विकास करूंगा।
जापान:
ठीक है, तो हम आपको ३४ बिलियन डॉलर उपलब्ध कराएंगे।

अगले महीने चीन मोदी से सम्पर्क करता है।

चीन:
हमने सुना है, कि, जापान की भाँति आप, भारत का विकास करना चाहते हैं। चीन की भाँति क्यों नहीं?

मोदी:
पर मैं जापान को, वचन दे चुका हूँ।

चीन:
पर आपको, केवल ३४ बिलियन डालर, मिले हैं। हम आपको १०० (सौ) बिलियन डॉलर उपलब्ध कराएंगे।

मोदी:
अच्छा, ऐसा है, तो बात अलग है।
अगले महीने अमरिका मोदी से सम्पर्क करता है।

अमरिका:
देखिए, आप भारत का विकास चीन या जापान की भाँति नहीं कर सकते।

मोदी:
पर मैं ने भारत का विकास करनेका वचन दे दिया है।
अमरिका:
ठीक है; आप भारतका विकास अमरीका जैसा करें…………हम आपको ५०० बिलियन डालर देंगे।
मोदी:
अच्छा! ऐसा? तो ठीक है।

ऐसे होता है , गुज्जु व्यापार।

सारे भारतीयों को समर्पित।