पाकिस्तान और आतंकवाद

शादाब जफर ‘‘शादाब’’

अफजल गुरू, अजमल कसाब और अब कुख्यात आतंकी जबीउद्दीन अन्सारी उर्फ अबु जंुदाल भारत के पास पाकिस्तान द्वारा भारत में आतंकवाद फैलाने के तीन पक्के गवाह है। पर पाकिस्तान ये मानने को तैयार नही की वो भारत में आतंवाद फैला रहा है। अबू जुंदाल की गिरफ्तारी पाकिस्तान को सीधे तौर पर कटघरे में खड़ा करती है। पाकिस्तान कितना भी मुकरे पर अब दुनिया जान गई है कि सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान ही पूरी दुनिया में एक ऐसा देश है जहा आतंकवाद की नर्सरी ही नही बल्कि बडी बडी यूनिवर्सिटिया है। जब से अमेरिका ने पाकिस्तान में घुस कर लादेन को मारा है तब से और भी ज्यादा पाकिस्तान के सितारे गर्दिश में चल रहे है, पाकिस्तान एक मुसीबत से निकलता है तो दूसरी में फंस जाता है। पाकिस्तान की आज अंदरूनी हालत यह है कि वो दुनिया के नक्शे पर बहुत तेजी के साथ एक विफल राष्ट्र बनता जा रहा है। एक ओर जहॉ पाकिस्तान के कट्टरपंथी और उन के द्वारा फैलाई जा रही पाकिस्तान के अल्पसंख्यको के प्रति नफरत, हिंसा देश को गृह युद्ध की तरफ धकेल रही है वही धार्मिक उन्माद और हिंसा का बोलबाला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उस की छवि को खराब कर रहा है। घरेलू आतंकवाद के कारण भी आज पाकिस्तान की अर्थ व्यवस्था जर्जर हो चुकी है। आज देश में बेकाबू होती मंहगाई, व्यापक बेरोजगारी, बिजली का आभाव पाकिस्तान की जनता को कभी भी एक बडा आंदोलन सरकार के खिलाफ करने के लिये मजबूर कर सकते है। पिछले दिनो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री युसुफ राज़ा गिलानी ने खुद ये स्वीकार किया था कि पाकिस्तान में फैले घरेलू आतंकवाद खास तौर पर आत्मघाती शिया, सुननी व पाकिस्तानी पुलिस के वरिष्ट अधिकारियो पर हो रहे हमलो ने पाकिस्तानी की अवाम और व्यापार को बुरी तरह प्रभावित किया है।

आतकंवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान ने हमेशा ही पूरी दुनिया को गुमराह किया है। भारत के मुम्बई शहर में हुए जबरदस्त सीरियल बम कांड के बाद से ही इस कांड़ के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहीम को उस से एक बहुत बडी रकम लेकर पाकिस्तान में उसे पनाह दे दी और आज तक पाकिस्तान भारत से ये झूठ बोल रहा है कि दाऊद पाकिस्तान में नही जब कि इस बात की कई बार पुष्टि हो चुकी है कि दाऊद पाकिस्तान के कराची शहर में आराम से रह रहा है। ठीक इसी प्रकार न्यूयार्क स्थित वर्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद से ही पाकिस्तान ने दुनिया के कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन को अपने देश में पनाह दी और अमेरिका से झूठ बोलता रहा कि ओसमा पाकिस्तान में नही है पर आप्रेशन ओसामा में अमेरिकी सील कमांडो ने पाकिस्तान के शहर आपटाबाद के एक घर में जिस प्रकार ओसमा को मार गिराया वो पूरी दुनिया ने देखा। मुम्बई 2008 बम धमाको का जाल बिछाने वाले जिस अबू जुंदाल को पाकिस्तान सऊदी अरब सरकार के सामने अपना नागरिक साबित करने के लिये कडी मषक्कत कर चुका हो वो अब उस अबू जुंदाल से कैसे पीछा छुडा सकता है क्यो कि जिस प्रकार जुंदाल एक के बाद राज उगल रहा है उसे पाकिस्तान झुठलाना भी चाहे तो झुठला नही सकता। लिहाजा पाकिस्तान ने एक नया शगुफा छोडा कि मुंबई हमले में चालीस भारतीय भी लिप्त थे जिन के सहयोग से इस पूरी घटना को अंजाम दिया जा सका।

सवाल ये उठता है कि क्या अबू जुंदाल की गिरफ्तारी से भारत को कोई लाभ होगा या फिर दोनो देश इसी तरह एक दूसरे पर अरोप प्रत्यारोप लगाते रहेगे। अफजल गुरू और अजमल कसाब पर हम लोग आज तक कोई कडा कदम नही उठा पाये। भारत की कैद में अफजल गुरू और अजमल कसाब काफी दिनो से से है फिर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत पाकिस्तान पर कोई ऐसा दबाव बना ही नही पाया जिससे पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ की जा रही आतंकी घटनाओ पर अंकुश लगने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि खराब हो। आखिर क्यो हमारी सरकार अब तक इन कुख्यात आतंकवादियो पर कोई सख्त निर्णय नही ले पा रही है। संसद भवन की रक्षा करते हुए शहीद हुए जवानो को हर साल श्रद्वांजलि देकर रस्म अदायेगी कर दी जाती है। लेकिन इस घटना के मुख्य आरोपी मौहम्मद अफजल गुरू को मौत की सजा के बाद भी फॉसी न होने से शहादत और शहीद हुए लोगो के परिजन को हर साल कितना दुख देता है हमारी सरकार और देश के राजनेताओ को शायद इस का अंदाजा आज तक नही हो पाया है। 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान के खिलाफ इंद्रिरा गांधी और भारतीय फौज ने जो हमे जीत दिलाई थी उसे हमने शिमला समझौते में हार दिया, अटल बिहारी वाजपेयी की लाहौर बस यात्रा का इनाम पाकिस्तान ने कारगिल के रूप में हमे दिया। आखिर क्यो और किस लिये हम पाकिस्तान पर हर बार यकीन कर लेते है और फौरन दोस्ती का हाथ बढा देते है। आखिर क्यो हम लोगो को पाकिस्तान की आस्तीन में छुपा खंजर नजर नही आता। पाकिस्तान को भारत हमेशा अपना पडोसी माना है और पडौसी के सारे फर्ज पूरे भी किये है जब जब पाकिस्तान पर कोई आपदा आई भारत ने हमेशा एक बडे भाई कि तरह उस की मदद की है पर पाकिस्तान ने हमेशा हम भारतवासियो को कभी धर्म के नाम पर तो कभी जाति के नाम पर लडवाया है।

भारत के विषय में पाकिस्तान कि नीयत और ये बात भी जग जाहिर है कि पाकिस्तान एलओसी और सीस फायर का बार बार उल्लंघन करता है। पाकिस्तान में बैठी आईएसआई सरहद से जब जब जेहादियो को भारत में प्रवेश कराती है तो पाकिस्तानी फौज गोलाबारी कर भारतीय सेना को गुमराह करती है। ये बात आखिर हमारी सरकार कब समझेगी कब इस मुद्दे पर गम्भीर होगी शायद अभी और समय लगे या एक, दो और बडी घटनाओ का हमारे देश को इंतेजार है। पाकिस्तान मे आज हिन्दुओ पर कितना अत्याचार हो रहा है पर हम खामोश है पाकिस्तान के स्कूलो में पढाई जाने वाली किताबें वहा के अल्पसंख्यको के प्रति नफरत को बढावा दे रही है। इन किताबों में खसतौर से हिंदुओ के प्रति जहर उगला जाता है। गैर आधिकारिक रूप से पाकिस्तान में इस समय लगभग 70 लाख हिंदू रहते है जो दुनिया की पांचवी सब से बडी आबादी है पर इतनी तादात होने के बावजूद आज पाकिस्तन में हिंदू डरा हुआ है हम लोग रोज अखबारो में जितना पढते है वो तो 5 प्रतिषत भी नही है। पाकिस्तान में हिन्दुओ को घरो में बंधक बना कर रखा गया है उन से रोजगार छीन लिया गया है आये दिन निर्दोष हिन्दुओ का कत्ल किया जा रहा है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू लडकियो के अपहरण और जबरन धर्मातरण के मामले आम होते जा रहे है। वही भारत-पाकिस्तान सीमा पर रह रहे भारतीय किसानो को अब एक अलग प्रकार की समस्या से जूझना पड़ रहा है भारत पाकिस्तान की सीमावर्ती क्षेत्रो के किसान जिस फसल को कडी मेहनत कर के उगाते है उसे भारतीय सीमा के दूसरी तरफ के लोग पाकिस्तानी सीमा की रक्षा कर रहे पाकिस्तानी जवानो की मिली भगत और मदद से काट कर ले जाते। इन सब बातो को पढकर आप लोगो को आज कहना ही पडेगा कि पाकिस्तान बुरा ही नही दुनिया के नक्शे पर बहुत बुरा देश है।

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