मिलन सिन्हा
झंझावात में भी वही
रह पायेगा खड़ा .
नहीं दिखेगा वह
कभी भी डरा-डरा .
कोई भी उसे
अपने संकल्प से
नहीं डिगा पायेगा
पर,
जो खोटा है
भले ही मोटा है
देखने में
चिकना चुपड़ा है
सौन्दर्य प्रसाधनों का
चलता-फिरता विज्ञापन है,
मुखौटा हटते ही
उसका असली चेहरा दिखेगा
तब क्या वह
किसी के सामने
बिना बैसाखियों के
खड़ा भी रह पायेगा ?