अविलम्ब लाया जाए जनसंख्या नियंत्रण कानून

जनसंख्या नियंत्रण कानून ही सारी समस्याओं का एक मात्र समाधान है । सरकार को जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लेकर आना चाहिए, नहीं तो सारी समस्याएं और अधिक विकराल होती जाएगी। एक समय ऐसा आएगा कि न तो समस्याओं का कोई हल निकलेगा, ना हिंदुस्तान बचेगा और ना ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार बचेगी। क्योंकि एक बार पहले से ही धर्म के आधार पर भारत का विभाजन हो चूका है। आज हर जगह धर्म विशेष की तरफ से हमला और पत्थर बाजी की खबर आ रही है। आज के समय में जब-जब हिंदू त्योहार आते है या राम शोभायात्रा निकलती है, चाहे हनुमान शोभायात्रा निकलती है तब-तब उसपर हमला और पत्थरबाजी की खबर आम होती दिखाई दे रही है। हर जगह शोभा यात्राओं पर रोक लगाने के लिए पत्थर बरसाए जा रहे हैं। पूरे देश के मतदाताओं ने बड़ी आशा के साथ हिंदुत्व के नाम पर भाजपा को पूर्ण बहुमत दिया था। भाजपा से देश की जनता को बहुत सारी अपेक्षाएं हैं, लेकिन भाजपा उनकी अपेक्षाओं पर खरी उतरती दिखाई नहीं दे रही है। आज मतदाता अपने आप को बड़ा ठगा सा महसूस कर रहा है। उसको ऐसा लग रहा है, जैसे उसकी रक्षा नहीं, उपेक्षा हो रही है। बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है, महंगाई अपने चरम पर पहुंच चुकी है, रोजगार चौपट हो गए हैं, अमीर और गरीबों के बीच बहुत गहरी खाई हो गई है। अब स्थिति यहाँ तक पहुँच गई कि कुछ हिन्दू परिवारों को अपना ही घर को छोड़ने पर विवश होना पढ़ रहा है। जी हां बात करते हैं मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की जहां वर्षों से कुछ हिंदू परिवार रह रहे थे, लेकिन उनके आसपास रहने वाले धर्म विशेष के लोग ही उन्हें धमका रहे थे, भाग जाओ! नहीं तो तुम्हारी आखरी रात होगी, यह शब्द मेरे नहीं है। यह खबर है 22 अप्रैल 2022 सोमवार मध्यप्रदेश के नई दुनिया अखबार के प्रथम पेज की। नई दुनिया अखबार का प्रथम पेज इन्हीं खबरों से पूरा भरा पड़ा है। उधर भोपाल के शहर काजी मध्यप्रदेश के गृह मंत्री को सांप्रदायिक हिंसा होने की धमकी वाला पत्र लिखते है। इरना सब कुछ होने के बाद भी शिवराज सरकार चुप्पी साधे बैठी हुई है। यह भी समझना जरूरी है कि सरकार के ऊपर किसका दबाव है, जिसके चलते कोई कठोर कदम नहीं उठा पा रही है। उधर बंगाल की बात करें तो ऐसा लगता है जैसे वह भारत का हिस्सा है ही नहीं। वहां आये दिन हिन्दुओं की हत्या कर उनके घरों को जला दिया जाता है जिसकी कोई चर्चा तक नहीं होती। अगर उत्तर प्रदेश में भी योगी जी की सरकार नहीं होती तो उत्तर प्रदेश में भी इसी प्रकार के कत्लेआम देखने को मिलते। बात करें दिल्ली की जो देश की राजधानी है, जहां सरकार की नाक के नीचे जहांगीरपुरी में दंगे होते है और आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते ही कि दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है। क्या स्थिति हो गई है कि आज अल्पसंख्यक बहुसंख्यक को धमका रहे हैं। जो अपने आपको अल्पसंख्यक बता कर सारी सरकारी सुविधाओं का लाभ बढ़ चढ़कर ले रहे थे वे आज बहुसंख्यक को धमका रहे हैं। मेरी एक डॉक्टर से बात हुई तो डॉक्टर ने बताया कि आज के समय में 1-4 का अनुपात है। मैं उनकी बात को समझ नहीं पाया मैंने विस्तार से जानने का प्रयास किया तो उन्होंने बताया कि हर अस्पतालों में यही अनुपात चल रहा है जहां हिंदू परिवार से एक बच्चा जन्म ले रहा है तो वही मुस्लिम परिवार से 4 बच्चे जन्म ले रहे हैं और ज्यादातर मुस्लिम परिवारों के बच्चे सरकारी अस्पतालों में ही पैदा हो रहे हैं। सरकार भी उन्हें वोट बैंक समझकर हर सुविधा मुहैया करा रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में और स्थिति विकराल हो जाएगी। आज तो केवल भगवान की शोभा यात्रा पर पत्थर बरसा कर शोभा यात्रा रोकने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में हिन्दू शव यात्रा भी नहीं निकाल पाएंगे । इसलिए सरकार से निवेदन है कि वह अविलंब जनसंख्या नियंत्रण कानून लेकर आए चाहे हिंदू हो मुसलमान या फिर किसी भी धर्म का मानने वाला क्यों ना हो, सभी के लिए समान कानून लाना चाहिए। जो भी व्यक्ति दो से अधिक बच्चे पैदा करेगा उसकी सारी सरकारी सुविधाएं तुरंत समाप्त कर दी जाएगी। दो से अधिक संतान वाले व्यक्ति ना तो चुनाव लड़ सकेंगे, ना सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकेंगे और ना ही मतदान कर सकेंगे। अगर ऐसा कानून आता है तभी जनसंख्या नियंत्रित हो सकती है। हमारे पास प्राकृतिक संसाधन सीमित मात्रा में है और जनसंख्या लगातार बढ़ती जा रही है अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो हमारे पास न तो प्राकृतिक संसाधन बचेंगे, न रोजगार बचेंगे और न ही इतनी जनसंख्या को सरकारी नौकरी दी जा सकगी। महंगाई और बढ़ती जाएगी, मारकाट की स्थिति बनेगी, लूटपाट की वारदात बढ़ती जाएगी। इसलिए जनसंख्या नियंत्रित करना ही हर समस्याओं का समाधान है। अतः सरकार से निवेदन है कि सरकार बिना किसी देर किए इस पर विचार करें तथा जितनी जल्दी हो सके जनसंख्या नियंत्रण कानून लेकर आए। अगर अभी समय हाथ से निकल गया तो बाद में फिर पछताना पड़ेगा।
बालकृष्ण उपाध्याय

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