तुम भागो हम पीछे दौड़ें ,
पकड़ा -पकड़ी खेलें |
तुम किरणों की डोर पकड़कर ,
चंदा के घर पहुँचो |
काला उस पर दाग लगा जो ,
खुरच- खुरच कर पोंछो |
फिर साबुन पानी से अपने ,
हाथ रगड़ कर धोलें |
आँखों से, मेरी आँखों में ,
धूल झोंककर जाओ |
दौड़ लगाकर अम्माजी के ,
आंचल में छुप जाओ |
हम छुपकर अम्माके पीछे ,
अ ई ता- अ ई ता बोलें|
दौड़ लगाकर किसी आम की,
टहनी पर चढ़ जाना
कुहू -कुहू के स्वर में भैया ,
कोयल बनकर गाना |
बाँध आँख में पट्टी ढूंढें ,
तुमको सभी टटोलें |
प्रभुदयाल श्रीवास्तव