राजनीति समलैंगिकता पर समय की बर्बादी July 13, 2018 / July 13, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक समलैंगिकता को लेकर हमारा सर्वोच्च न्यायालय और सरकार, दोनों ही अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। दोनों में से कोई भी इस मुद्दे पर अपनी दो-टूक राय जाहिर नहीं करना चाहता। समलैंगिकता मुद्दा बनी थी, अंग्रेज के लिए। क्योंकि 1857 के स्वाधीनता संग्राम ने लंदन के छक्के छुड़ा दिए थे। अंग्रेज अफसर […] Read more » ‘इंडियन पीनल कोड’ Featured अंग्रेज कानून पुरुष या दो स्त्रियां पुलिस समलैंगिकता पर समय की बर्बादी सर्वोच्च न्यायालय
व्यंग्य भगवान सरकारी बंगला किसी से न खाली करवाए… .!! June 22, 2018 / June 22, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा मैं जिस शहर में रहता हूं इसकी एक बड़ी खासियत यह है कि यहां बंगलों का ही अलग मोहल्ला है। शहर के लोग इसे बंगला साइड कहते हैं। इस मोहल्ला या कॉलोनी को अंग्रेजों ने बसाया था। इसमें रहते भी तत्कालीन अंग्रेज अधिकारी ही थे। कहते हैं कि ब्रिटिश युग में किसी […] Read more » Featured अंग्रेज उच्चतम न्यायालय किसी से न खाली करवाए... .!! भगवान सरकारी बंगला मीडिया पोस्टमार्टम
समाज पुर्तगाली, डच और अंग्रेज ; भारत के विरूद्ध तीनों एक October 9, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला पुर्तगाली , डच और अंग्रेज बाहर से देखने-समझने में तो अलग-अलग जातियों के लोग प्रतीत होते हैं ; किन्तु चमडी के रंग से श्वेत और धार्मिक मजहबी ढंग से ईसाई होने के कारण अश्वेत व गैर-ईसाई लोगों-राष्ट्रों के विरूद्ध भीतर से ये सभी एक ही हैं । अंग्रेजों द्वारा लिखित भारतीय इतिहास की […] Read more » Dutch against India Featured India Pourtgals against India अंग्रेज डच पुर्तगाली
विविधा आवश्यकता भारत जोड़ो आंदोलन August 17, 2017 / August 17, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   अभी-अभी भारत ने 1942 में छेड़े गये-‘अंग्रेजो! भारत छोड़ो’ आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाई है। वैसे हमारा मानना है कि यदि 1857 की क्रांति के इतिहास का और उस समय घटे घटनाचक्र का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि भारतवासियों ने 1942 से 85 वर्ष पूर्व […] Read more » 'अंग्रेजो! भारत छोड़ो' आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ Featured अंग्रेज आंदोलन भारत विश्वगुरू
विविधा एक अंग्रेज की ईमानदार स्वीकारोक्ति February 15, 2011 / December 15, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 4 Comments on एक अंग्रेज की ईमानदार स्वीकारोक्ति डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जहां तक मुझे याद है, मैं 1977 से एक बात को बड़े-बड़े नेताओं से सुनता आ रहा हूँ कि भारतीय कानूनों में अंग्रेजी की मानसिकता छुपी हुई है, इसलिये इनमें आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत है, लेकिन परिवर्तन कोई नहीं करता है| हर नेता ने कानूनों में बदलाव नहीं करने के लिये […] Read more » English अंग्रेज