पर्यावरण लेख पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा कर सकती है, लालच को नहीं। April 21, 2022 / April 21, 2022 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment -प्रियंका ‘सौरभ’ महात्मा गांधी ने एक बार कहा था – पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं। पिछले 25 वर्षों में मनुष्यों ने पृथ्वी के दसवें भाग के जंगल को नष्ट कर दिया है और यदि प्रवृत्ति जारी रहती है तो […] Read more » अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस
विविधा सूखा आसमान में या दिमाग में ? April 22, 2016 by अरुण तिवारी | 4 Comments on सूखा आसमान में या दिमाग में ? इस प्यास की पङताल जरूरी है यह सच है कि 1960 के दशक में अमेरिका की औद्योगिक चिमनियों से उठते गंदे धुएं के खिलाफ आई जन-जागृति ही एक दिन ’अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस’ की नींव बनी। यह भी सच है कि धरती को आये बुखार और परिणामस्वरूप बदलते मौसम में हरित गैसों के उत्सर्जन में हुई […] Read more » Featured अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस आसमान सूखा