कविता
आम
/ by बीनू भटनागर
गर्मी के दिन, बड़े बड़े दिन, तपती धूप जलन के ये दिन। ये दिन बहुत सताते हैं, परन्तु रसीले आम भी तो, इनहीं दिनो ही आते हैं। आम भी एक अनोखा फल है, कच्चे वाले आम का पन्ना, गर्मी से राहत दे जाता है। और अचार आम का, बेसुवाद खाने को भी, लज़ीज बना कर जाता है। कच्चे आम की मीठी चटनी, उसका तो अंदाज़ अलग है, उसकी तो कुछ बात अलग है, बिन खाये ही नाम लिया तो, मुंह मे पानी आ जाता है। […]
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